शिक्षा विभाग में एक साल पहले हुई एक बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। जिसमें एक ही विकासखंड के सैकड़ों शिक्षकों आैर विभागीय कर्मचारियों का टीडीएस तो काटा गया लेकिन वह जमा नहीं हुआ।
इधर टीडीएस जमा नहीं होने पर शिक्षकों एवं कर्मचारियों के खातों में टीडीएस नहीं दर्शाए जाने के कारण इनकम टैक्स विभाग ने 300 से ज्यादा शिक्षकों व कर्मचारियों को ब्याज सहित टैक्स जमा करने का नोटिस जारी कर दिया। विभागीय स्तर पर हुई इस बड़ी चूक के कारण नोटिस पाने वाले यह शिक्षक आैर कर्मचारी ब्याज सहित टैक्स जमा करने को लेकर परेशान हो रहे हैं।
मामला वित्तीय वर्ष 2016-17 आैर कर निर्धारण वर्ष 2017-18 का है। घट्टिया विकासखंड के अंतर्गत आने वाले सभी शासकीय स्कूलों के शिक्षक एवं कर्मचारियों की कर योग्य आय में से आयकर कटौत्रा किया गया लेकिन विकासखंड के शिक्षक आैर कर्मचारी उस समय हैरान हो गए जब उन्हें इनकम टैक्स विभाग की ओर से नोटिस मिला। शासकीय माध्यमिक विद्यालय जैथल के प्रधानाध्यापक चंद्रकांत फटाले, प्राथमिक विद्यालय बोरमुंडला के सहायक शिक्षक मोहम्मद रफीक खान, प्राथमिक विद्यालय उटेसरा के सहायक शिक्षक राजीव सिंह सेंगर एवं राजीव कुमार पंड्या ने बताया उनके वेतन से आयकर कटौत्रा होने के बावजूद उन्हें ब्याज सहित टैक्स भुगतान का नोटिस प्राप्त हुआ है। टीडीएस की राशि पैन एकाउंट में भी शो नहीं हो रही है। इस बारे में घट्टिया के बीईओ दाताराम गंगोरिया को अवगत कराया लेकिन कोई सुधार अब तक नहीं हो पाया है। अब हमारे सामने संशय की स्थिति है कि हम कटौत्रा होने के बावजूद ब्याज सहित टैक्स जमा करवाए या नहीं।
इनकी खामी: सवाल किया तो बोले- मुझे भी मिला नोटिस
मामले में सबसे बड़ी चूक घट्टिया उत्कृष्ट विद्यालय प्राचार्य एवं प्रभारी विकासखंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) दाताराम गंगोरिया की रही। विकासखंड स्तर पर बीईओ ही आहरण वितरण अधिकारी होता है। इनके द्वारा सीए के माध्यम से आयकर कटौत्रा की जानकारी इनकम टैक्स विभाग पोर्टल पर दर्ज करवाई जाना थी लेकिन ध्यान ही नहीं दिया गया। इस बारे में जब गंगोरिया से सवाल किया तो वह बोले कि ट्रेजरी के द्वारा गलत पैन नंबर कोड हो गया था। इसलिए यह गलती हुई। बकौल गंगोरिया बी की जगह जी कोड लिखा गया। मैं क्या करूं, मुझे खुद भी इनकम टैक्स का नोटिस मिला है। इसमें सुधार का कार्य लगभग पूरा करवा लिया गया है। सिर्फ एक महीने की कुछ एंट्रियां नहीं मिल रही हैं। फिर भी सोमवार तक कार्य पूरा हो जाएगा। जिसके बाद सभी शिक्षक व कर्मचारियों के खातों में टीडीएस शो होने लगेगा।
ऐसे हुई गड़बड़ी : आहरण अधिकारी ने ध्यान नहीं दिया
संकुल प्राचार्यों के माध्यम से बिल हर महीने आहरण वितरण अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत होते हैं। अधिकारी यह बिल ट्रेजरी में लगाते हैं।
हर महीने आयकर का कटौत्रा का निर्धारण कर अधिकारी ट्रेजरी में बिल प्रस्तुत करता है। ट्रेजरी से कटौत्रा राशि इनकम टैक्स विभाग को जमा करवाई जाती है।
हर तिमाही में आहरण वितरण अधिकारी द्वारा चार्टर्ड एकाउंटेंट के माध्यम से 24 नंबर फॉर्म भरवाता है। सीए या कर सलाहकार यह ऑनलाइन जानकारी इनकम टैक्स के पोर्टल पर भरता है। जिससे संबंधित शिक्षक व कर्मचारियों के खाते में पैन एकाउंट के जरिए यह राशि शो हो जाती है।
जब फॉर्म 24 जमा नहीं होता तो आयकर कटौत्रा की राशि दर्शाई नहीं देती।
घट्टिया विकासखंड में गलत कोड के साथ ट्रांजेक्शन हुए। न तो लेखापाल ने इसकी सुध ली आैर न ही आहरण वितरण अधिकारी ने। जिसके कारण नोटिस जारी हो गए।
इस मामले में संबंधित शिक्षक एवं कर्मचारी ट्रेजरी वाउचर नंबर आैर कटौत्रा शेड्यूल की कॉपी को इनकम टैक्स विभाग में प्रस्तुत कर सकते हैं।
नोटिस जारी कर मांगा जवाब
घट्टिया विकासखंड में शिक्षकों एवं कर्मचारियों से शिकायत मिली है। इस मामले में बीईओ दाताराम गंगोरिया को नोटिस जारी कर सात दिन में जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। संजय गोयल, प्रभारी संयुक्त संचालक व डीईओ
Pay-scale / Merit / Counseling / Appointment / Transfer / Court - case & all Madhya Pradesh latest news - Source of Reliable Information
Important Posts
Advertisement
UPTET news
';
(function() {
var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true;
dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js';
(document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq);
})();