धरमपुरी। नईदुनिया प्रतिनिधि
शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक
विद्यालय में पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षकों को मंगलवार को विद्यालय में आने से
रोक दिया गया। विद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया गया। इसकी वजह से
अतिथि शिक्षक विद्यालय के बाहर खड़े रहे। इस दौरान जो छात्राएं विद्यालय
में आ रही थीं, उन्हें आने दिया गया।
पत्रकारों के मौके पर पहुंचने पर
विद्यालय के गेट पर लगा ताला खोला गया। वहीं विद्यालय के अन्य शिक्षकों को
भी इस दौरान नोटिस दे दिया गया। इससे नाराज शिक्षकों ने कक्षा में प़ढ़ाने
से इंकार कर दिया। इसके बाद छात्राएं कक्षा छोड़कर विद्यालय प्रांगण में आ
गईं।
मंगलवार का दिन शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के लिए
हंगामे भरा रहा। सबसे पहले विद्यालय के अतिथि शिक्षकों को विद्यालय में आने
से रोका गया। इस दौरान विद्यालय के मुख्य द्वार को बंद कर ताला लगा दिया
गया, जिससे विद्यालय के अतिथि शिक्षक विद्यालय के बाहर ही खड़े रहे। इस
दौरान जो भी छात्राएं विद्यालय में आ रही थीं उनके लिए गेट खोल दिया गया,
किंतु अतिथि शिक्षकों को बाहर ही खड़ा रहने दिया गया। इसकी सूचना मिलते ही
मीडियाकर्मी मौके पर पहुंचे। इसके बाद मुख्य द्वार पर लगा ताला विद्यालय
कर्मचारी द्वारा खोला गया। इस दौरान अतिथि शिक्षकों ने बताया कि प्राचार्य
के द्वारा उन्हें परेशान किया जाता है और नियम विरुद्ध काम करने के लिए कहा
जाता है।
नियम विरुद्ध काम कराया जाता है
विद्यालय के बाहर
खड़े अतिथि शिक्षकों ने बताया कि उन्हें विद्यालय में तीन कालखंड बढ़ाने के
लिए रखा गया है जबकि उनसे 4 से 5 कालखंड पढ़ाने के लिए दबाव बनाया जाता है।
हमारे कालखंड दोपरह 12.45 से प्रारंभ होते हैं। हमारे आदेश में विद्यालय
आगमन एवं प्रस्थान का कोई उल्लेख नहीं है। हमारा दैनिक उपस्थिति रजिस्टर
प्राचार्य की अलमारी में रखा रहता है। इसमें महीनों तक उपस्थिति नहीं लगाई
जाती है। प्रतिदिन मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है। 4 कालखंड के साथ
रेमेडियल क्लास एवं एक्स्ट्रा क्लास लेने के लिए भी दबाव बनाया जाता है। 3
माह का मानदेय भी अब तक नहीं दिया गया है।
अन्य शिक्षकों को थमाया नोटिस
विद्यालय
में पदस्थ अन्य शिक्षकों को भी प्राचार्य द्वारा मंगलवार को रखी गई बैठक
में नहीं आने पर शोकाज नोटिस थमा दिया गया। इससे नाराज शिक्षकों ने कक्षा
में पढ़ाने से इंकार कर दिया व शिक्षक रूम में आकर बैठ गए। इसके बाद
छात्राएं भी कक्षाओं से निकलकर विद्यालय प्रांगण में आकर खड़ी हो गई। इस
संबंध में विद्यालय के शिक्षकों ने बताया कि उन्हें बैठक की सूचना ही नहीं
दी गई थी, तो हम बैठक में कैसे जाते।
सुन नहीं रहे थे, नियम का पालन करवा रही हूं
विद्यालय
की प्राचार्य प्रज्ञा बाछोतिया ने बताया कि अतिथि शिक्षक विद्यालय में समय
पर उपस्थित नहीं होते हैं। उन्हें एक सप्ताह से कहा जा रहा था किंतु वो
सुन नहीं रहे थे। उनहें एहसास कराना था, इसलिए गेट पर ताला लगाया। अन्य
शिक्षकों को मीटिंग में नहीं आने पर नोटिस दिया गया। मैंने कोई नियम नहीं
बनाए हैं। मैं तो जो नियम है, उनका पालन करवा रही हूं।
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