सिवनी. माध्यमिक
शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित वर्ष 2017 की परीक्षाओं सहित मूल्यांकन कार्य
में संलग्न कर्मचारियों की अत्यावश्यक सेवा घोषित की गई है। इसमें लापरवाही
बरते जाने अथवा आदेश की अवहेलना पर सम्बंधित के खिलाफ अनुशासनात्मक
कार्रवाई भी हो सकती है। सचिव माध्यमिक शिक्षा मण्डल ने इस संबंध में आदेश
जारी कर दिए हैं।
जारी आदेश में कहा गया है कि मण्डल द्वारा आयोजित परीक्षायें 31 मार्च तक संपन्न होनी हंै। इन परीक्षाओं की अमूल्यांकित उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य जिला मुख्यालय स्थित मूल्यांकन केन्द्रों पर 30 अप्रैल तक किया जाना है।
इस संबंध में राज्य शासन द्वारा जारी प्रपत्र के अनुसार मण्डल की परीक्षाओं के आयोजन तथा मूल्यांकन कार्य में नियुक्त किए गए सभी अधिकारियों, कर्मचारियों एवं शिक्षक वर्ग की सेवाओं को 1 फरवरी से 3 माह की अवधि के लिये अत्यावश्यक घोषित किया गया है। यदि इस दौरान मूल्यांकन कार्य में संलग्न अधिकारी, कर्मचारी एवं शिक्षक, परीक्षा के संचालन, मूल्यांकन कार्य या मण्डल के अन्य संबंधी कार्य को संपन्न कराने से इन्कार करते हैं या बाधा डालते हैं, तो उनके विरुद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
सचिव माध्यमिक शिक्षा मण्डल ने इस कार्य में लगे सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से बिना किसी व्यवधान के मूल्यांकन कार्य निर्धारित तिथि एवं समय में सम्पन्न कराने को कहा है।
जारी आदेश में कहा गया है कि मण्डल द्वारा आयोजित परीक्षायें 31 मार्च तक संपन्न होनी हंै। इन परीक्षाओं की अमूल्यांकित उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य जिला मुख्यालय स्थित मूल्यांकन केन्द्रों पर 30 अप्रैल तक किया जाना है।
इस संबंध में राज्य शासन द्वारा जारी प्रपत्र के अनुसार मण्डल की परीक्षाओं के आयोजन तथा मूल्यांकन कार्य में नियुक्त किए गए सभी अधिकारियों, कर्मचारियों एवं शिक्षक वर्ग की सेवाओं को 1 फरवरी से 3 माह की अवधि के लिये अत्यावश्यक घोषित किया गया है। यदि इस दौरान मूल्यांकन कार्य में संलग्न अधिकारी, कर्मचारी एवं शिक्षक, परीक्षा के संचालन, मूल्यांकन कार्य या मण्डल के अन्य संबंधी कार्य को संपन्न कराने से इन्कार करते हैं या बाधा डालते हैं, तो उनके विरुद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
सचिव माध्यमिक शिक्षा मण्डल ने इस कार्य में लगे सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से बिना किसी व्यवधान के मूल्यांकन कार्य निर्धारित तिथि एवं समय में सम्पन्न कराने को कहा है।