नौगांवा जागीर के प्राथमिक स्कूल में सहायक शिक्षक और सहायक शिक्षिका के
बीच विवाद के बाद दो दिन से स्कूल भगवान भरोसे और पढ़ाई ठप है। मंगलवार को
भी यही स्थिति रही। कोई पढ़ाने नहीं पहुंचा। बच्चे दिनभर स्कूल में ही बैठे
रहते हैं।
डीईओ ने बुधवार से स्कूल में शिक्षक की व्यवस्था करने की बात कही है।
आपत्तिजनक मैसेज भेजने की शंका में सहायक शिक्षिका ने यहां पदस्थ सहायक शिक्षक अरुण वर्मा के खिलाफ एसपी को शिकायत की थी। शिकायत के आधार पर कलेक्टर ने सहायक शिक्षक का तबादला आलोट के मीनाखेड़ी कर दिया। तीन दिन पहले शनिवार सुबह जब सहायक शिक्षक वर्मा अपने कपड़े और जूते लेने स्कूल पहुंचे तो सहायक शिक्षिका से विवाद हो गया। शिक्षिका ने चप्पलों से पिटाई कर दी। सहकर्मियों और ग्रामीणों ने समझाइश देकर विवाद शांत किया था। इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कलेक्टर से कर शिक्षिका को हटाने की मांग की। इसके बाद से शिक्षिका स्कूल नहीं आ रही है और पढ़ाई ठप हो गई है। पास के मिडिल स्कूल के शिक्षक समय-समय पर पढ़ाते हैं लेकिन उनकी भी कक्षाएं रहती हैं। इससे वे पूरा ध्यान नहीं दे पाते हैं। ऐसे में सभी बच्चों को एक कमरे में बैठा दिया जाता है। स्कूल में 53 बच्चे पढ़ते हैं।
शिक्षा विभाग व्यवस्था करें
गांव के हेमंत शर्मा, रुघनाथ मईड़ा, संजय पाटीदार, प्रतापसिंह, शांतिलाल भूरिया, प्रकाशचंद्र आदि ने बताया विवाद के बाद एक शिक्षक का तबादला कर दिया और दूसरे ने आना बंद कर दिया है। दो दिन से बच्चों को पढ़ाने वाला कोई नहीं है। बच्चे स्कूल जाते हैं लेकिन बगैर पढ़े ही आ जाते हैं। मिडिल स्कूल के टीचर पढ़ा रहे हैं। लेकिन उनकी भी तो कक्षा है। टीचर की व्यवस्था करना चाहिए। बुधवार से करेंगे व्यवस्था- डीईओ अनिल वर्मा ने बताया बुधवार से स्कूल में शिक्षक की व्यवस्था कर दी जाएगी। संकुल प्राचार्यों को इसके आदेश जारी भी कर दिए जाएंगे।
डीईओ ने बुधवार से स्कूल में शिक्षक की व्यवस्था करने की बात कही है।
आपत्तिजनक मैसेज भेजने की शंका में सहायक शिक्षिका ने यहां पदस्थ सहायक शिक्षक अरुण वर्मा के खिलाफ एसपी को शिकायत की थी। शिकायत के आधार पर कलेक्टर ने सहायक शिक्षक का तबादला आलोट के मीनाखेड़ी कर दिया। तीन दिन पहले शनिवार सुबह जब सहायक शिक्षक वर्मा अपने कपड़े और जूते लेने स्कूल पहुंचे तो सहायक शिक्षिका से विवाद हो गया। शिक्षिका ने चप्पलों से पिटाई कर दी। सहकर्मियों और ग्रामीणों ने समझाइश देकर विवाद शांत किया था। इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कलेक्टर से कर शिक्षिका को हटाने की मांग की। इसके बाद से शिक्षिका स्कूल नहीं आ रही है और पढ़ाई ठप हो गई है। पास के मिडिल स्कूल के शिक्षक समय-समय पर पढ़ाते हैं लेकिन उनकी भी कक्षाएं रहती हैं। इससे वे पूरा ध्यान नहीं दे पाते हैं। ऐसे में सभी बच्चों को एक कमरे में बैठा दिया जाता है। स्कूल में 53 बच्चे पढ़ते हैं।
शिक्षा विभाग व्यवस्था करें
गांव के हेमंत शर्मा, रुघनाथ मईड़ा, संजय पाटीदार, प्रतापसिंह, शांतिलाल भूरिया, प्रकाशचंद्र आदि ने बताया विवाद के बाद एक शिक्षक का तबादला कर दिया और दूसरे ने आना बंद कर दिया है। दो दिन से बच्चों को पढ़ाने वाला कोई नहीं है। बच्चे स्कूल जाते हैं लेकिन बगैर पढ़े ही आ जाते हैं। मिडिल स्कूल के टीचर पढ़ा रहे हैं। लेकिन उनकी भी तो कक्षा है। टीचर की व्यवस्था करना चाहिए। बुधवार से करेंगे व्यवस्था- डीईओ अनिल वर्मा ने बताया बुधवार से स्कूल में शिक्षक की व्यवस्था कर दी जाएगी। संकुल प्राचार्यों को इसके आदेश जारी भी कर दिए जाएंगे।