प्रदेश की महिलाओं में इंटरनेट के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने
ई-शक्ति अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत जिले की महिलाओं को भी
इंटरनेट की शिक्षा दी जाएगी। प्रदेश सरकार ने यह जिम्मेदारी ई-गवर्नेंस
विभाग को दी है।
इसके तहत प्रत्येक विकासखंड में कम से कम एक हजार महिलाओं को इंटरनेट सिखाने का लक्ष्य रखा गया है। इस हिसाब से जिले में ई-शक्ति अभियान के तहत कम से कम तीन हजार महिलाओं को इंटरनेट की शिक्षा दी जाएगी।
इस अभियान में घरेलू, नौकरीपेशा, नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं, स्कूल कॉलेज की छात्राओं, आंगनबाड़ी केंद्र और अस्पताल में पदस्थ महिला अधिकारी कर्मचारी को इंटरनेट की शिक्षा दी जाएगी, जिन्हें उसका ज्ञान नहीं है।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की इकाई मध्यप्रदेश एजेंसी फॉर प्रमोशन ऑफ इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी (मैप-आईटी) द्वारा इस परियोजना को क्रियान्वित किया जा रहा है। जिलास्तर पर अपर कलेक्टर स्तर के अधिकारी को नोडल एवं ई-गवर्नेंस प्रबंधक को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है। ई-गवर्नेंस की टीम महिलाओं को प्रशिक्षण देने का कार्य करेगी। इस अभियान से महिलाए कंप्यूटर फ्रेंडली बन सकेंगी।
गूगल और एयरटेल दे चुका है प्रशिक्षण
महिलाओं को इंटरनेट शिक्षा देने शुरुआत गूगल ने की थी। वह प्रदेश की एक लाख 60 हजार महिलाओं को इंटरनेट का प्रशिक्षण दे चुका है। दूसरे चरण में एयरटेल ने डेढ़ लाख महिलाओं को इंटरनेट का प्रशिक्षण दिया था। अब यह जिम्मेदारी ई गवर्नेंस विभाग को दी है। साथ ही प्रदेश में कार्यक्रम आयोजित कराने लोक शिक्षण संचालनालय के आयुक्त नीरज दुबे ने डीईअो को निर्देश दिए हैं। वे इस कार्य में सहयोग के लिए अन्य विभाग के ऐसे कर्मचारियों को प्रशिक्षण हेतु साथ ले सकते हैं जो इंर्फोमेशन टेक्नोलॉजी में जानकारी रखते हो।
इस तरह से दिया जाएगा प्रशिक्षण
प्रशिक्षण का मुख्य विषय महिलाओं को इंटरनेट के प्रति जागरूक करने के लिए उन्हें कई वीडियो दिखाए जाएंगे, जिससे वे उनसे प्रेरित हो सकें। प्रशिक्षण के लिए 50 से 70 महिलाओं के बैच बनाए जाएंगे। प्रशिक्षण दो घंटे का होगा। प्रशिक्षण के लिए बैच सामग्री अलग से तैयार की जाएगी। प्रशिक्षण के उपरांत किसी तरह का प्रमाणपत्र नहीं दिया जाएगा।
इसके तहत प्रत्येक विकासखंड में कम से कम एक हजार महिलाओं को इंटरनेट सिखाने का लक्ष्य रखा गया है। इस हिसाब से जिले में ई-शक्ति अभियान के तहत कम से कम तीन हजार महिलाओं को इंटरनेट की शिक्षा दी जाएगी।
इस अभियान में घरेलू, नौकरीपेशा, नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं, स्कूल कॉलेज की छात्राओं, आंगनबाड़ी केंद्र और अस्पताल में पदस्थ महिला अधिकारी कर्मचारी को इंटरनेट की शिक्षा दी जाएगी, जिन्हें उसका ज्ञान नहीं है।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की इकाई मध्यप्रदेश एजेंसी फॉर प्रमोशन ऑफ इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी (मैप-आईटी) द्वारा इस परियोजना को क्रियान्वित किया जा रहा है। जिलास्तर पर अपर कलेक्टर स्तर के अधिकारी को नोडल एवं ई-गवर्नेंस प्रबंधक को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है। ई-गवर्नेंस की टीम महिलाओं को प्रशिक्षण देने का कार्य करेगी। इस अभियान से महिलाए कंप्यूटर फ्रेंडली बन सकेंगी।
गूगल और एयरटेल दे चुका है प्रशिक्षण
महिलाओं को इंटरनेट शिक्षा देने शुरुआत गूगल ने की थी। वह प्रदेश की एक लाख 60 हजार महिलाओं को इंटरनेट का प्रशिक्षण दे चुका है। दूसरे चरण में एयरटेल ने डेढ़ लाख महिलाओं को इंटरनेट का प्रशिक्षण दिया था। अब यह जिम्मेदारी ई गवर्नेंस विभाग को दी है। साथ ही प्रदेश में कार्यक्रम आयोजित कराने लोक शिक्षण संचालनालय के आयुक्त नीरज दुबे ने डीईअो को निर्देश दिए हैं। वे इस कार्य में सहयोग के लिए अन्य विभाग के ऐसे कर्मचारियों को प्रशिक्षण हेतु साथ ले सकते हैं जो इंर्फोमेशन टेक्नोलॉजी में जानकारी रखते हो।
इस तरह से दिया जाएगा प्रशिक्षण
प्रशिक्षण का मुख्य विषय महिलाओं को इंटरनेट के प्रति जागरूक करने के लिए उन्हें कई वीडियो दिखाए जाएंगे, जिससे वे उनसे प्रेरित हो सकें। प्रशिक्षण के लिए 50 से 70 महिलाओं के बैच बनाए जाएंगे। प्रशिक्षण दो घंटे का होगा। प्रशिक्षण के लिए बैच सामग्री अलग से तैयार की जाएगी। प्रशिक्षण के उपरांत किसी तरह का प्रमाणपत्र नहीं दिया जाएगा।