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शिक्षा मंत्री ने की मिशनरी स्कूलों की तारीफ, संघ ने जताई नाराजगी

भोपाल। हाल ही में स्कूल शिक्षा मंत्री बनने के बाद विजय शाह द्वारा दिए गए गए बयान उनके लिए मुसीबत बन सकते हैं। एक तरफ जहां आरएसएस शिक्षा व्यवस्था में बदलाव चाहती है वहीं दूसरी तरफ भाजपा शासित राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री मिशनरी स्कूलों की तारीफों के पुल बांध रहे हैं।

मिशनरी व्यवस्था की तारीफ कर स्कूली शिक्षा मंत्री विजय शाह की मुसीबतें बढ़ने लगी हैं। पिछले दिनों शिक्षा मंत्री विजय शाह ने मिशनरी स्कूलों की तारीफ करते हुए उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट की थी। विजय शाह अपनी इस तारीफ के चलते आरएसएस के निशाने पर आ गए हैं।

विचारधारा पर उठे सवाल
विजय शाह मिशनरी शिक्षा व्यवस्था का समर्थन कर रहे हैं, जबकि संघ की विचारधारा और शिक्षा पद्धति का प्रतीक विद्या भारती द्वारा संचालित सरस्वती शिशु मंदिर है। बताया जा रहा है कि आरएसएस में शिक्षा व्यवस्था का काम देखने वाली विद्या भारती ने मंत्री विजय शाह के बयानों और विचारधारा पर सवाल उठाते हुए उनका विभाग बदलने की सलाह संगठन के बड़े नेताओं को दी है।

विद्या भारती का कहना है कि स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह जिस तरह का व्यवहार कर रहे हैं और शिक्षा में जिस विचारधारा को बढ़ावा दे रहे हैं, उनकी सोच विद्या भारती की सोच से मेल नहीं खाती है। विद्या भारती ने कहा है कि अगर इस तरह के स्कूल शिक्षा मंत्री रहे तो विचारधारा के स्तर पर संगठन और संघ दोनों का नुकसान होगा।

संघ के विपरीत कर रहे हैं घोषणाएं
दरअसल, स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह शायद ये नहीं समझ पा रहे हैं कि शिक्षा जैसे अहम विभाग का आरएसएस का भरपूर दखल होता है और आरएसएस अपनी विचारधारा के आधार पर शिक्षा पद्धति को बढ़ावा देना चाहती है।

इसके विपरीत विजय शाह जो भी बयानबाजी और घोषणाएं कर रहे हैं वो आरएसएस की विचारधारा के बिल्कुल उलट है। विजय शाह ने स्कूली शिक्षा मंत्री बनते ही शिक्षकों को एप्रेन पहनने और नेमप्लेट लगाने की घोषणा कर दी।

इस घोषणा को लेकर शिक्षक तो नाराज हुए ही, साथ में अपने सरस्वती मंदिर में आचार्यों को कुर्ता पायजामा और साड़ी पहनाने वाली आरएसएस को ये भी घोषणा नागवार गुजरी। विजय शाह की एक और घोषणा ने संघ का पारा चढ़ा दिया है। उन्होंने प्रदेश में पांच हजार नर्सरी स्कूल खोलने की घोषणा कर दी है। जबकि विद्या भारती जहां पांच साल में बच्चों को स्कूल भेजने की पैरवी करता है वही आरएसएस मानता है कि जब सरकार आंगनबाड़ी संचालित करती है तो नर्सरी स्कूल खोलने की क्या जरूरत।

तेज हुई चर्चाएं
फिलहाल राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि मंत्री विजय शाह की सोच और लाइफ स्टाइल पर स्कूल शिक्षा विभाग जैसा विभाग फिट नहीं बैठ रहा है। एक तो इस विभाग में आरएसएस का भरपूर दखल होता है और दूसरी तरफ विजय शाह इस विभाग को अपनी मनमर्जी से चलाना चाह रहे हैं।
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