ग्वालियर। बोर्ड परीक्षा व अन्य परीक्षा में नकल करते पाए जाने वाले छात्र परीक्षा खत्म होने के बाद अकेले घर नहीं जा सकेंगे। ऐसे छात्रों को परीक्षा समाप्त होने के बाद केंद्राध्यक्ष द्वारा उनके अभिभावकों को सौंपा जाएगा। ताकि छात्र किसी भी तरह की मानसिक स्थिति से परेशान होकर कोई गलत कदम न उठा सकें।
परीक्षा के बाद व परीक्षा के दौरान लगातार बढ़ रही छात्रों की आत्महत्या की घटनाओं के कारण मप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने इसके आदेश दिए हैं। स्कूल शिक्षा विभाग ने भी इन आदेशों का कड़ाई से पालन कराने के लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
आत्मग्लानि को मानी सबसे बड़ी वजह
- विभिन्न मामले प्रकाश में आने के बाद मप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने माना है कि कई बार परीक्षा में नकल पकड़े जाने से छात्र आत्मग्लानि के कारण आत्महत्या कर लेते हैं।
इस तरह दिए हैं निर्देश
- बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने निर्देश दिए हैं कि नकल के आरोपी विद्यार्थी के साथ शिक्षक, पर्यवेक्षक का व्यवहार संवेदनशील हो। उन्हें सार्वजनिक रूप से अपमानित नहीं किया जाए।
- स्कूल और बोर्ड परीक्षाओं के माध्यमिक शिक्षा मंडल में एक समिति बनाई जाए, जो इसकी जांच करे कि परीक्षार्थी ने वास्तव में नकल की है या उसे फंसाया गया है।
- नकल करते पाए गए विद्यार्थी को स्कूल से अकेले घर न जाने दिया जाए। उसके पालक को सूचना देकर उनके साथ ही भेजा जाए।
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