खरगोन। उत्कृष्ट विद्यालय में बोर्ड उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन जारी है। इसमें कई खामियां भी सामने आ रही है। मूल्यांकनकर्ताओं की कमी और समय पर मूल्यांकन को लेकर बनाए जा रहे दबाव के बीच नियमों की अनदेखी हो रही है। विद्यार्थियों के भविष्य को लेकर हो रहे मूल्यांकन पर सबसे बड़ा प्रश्नचिन्ह शिक्षकों से अन्य विषय व कक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन करवाना है।
बिना आदेश से हो रहे इस कार्य को लेकर अधिकारी भी चुप हैं।
जिले में इस वर्ष माध्यमिक शिक्षा मंडल ने सबसे ज्यादा अंग्रेजी विषय की उत्तरपुस्तिकाएं मूल्यांकन के लिए पहुंचाई है जबकि सबसे ज्यादा अंग्रेजी विषय के शिक्षकों की कमी है। सूत्रों के अनुसार उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य समय सीमा में पूर्ण करने के लिए संबंधित विषय के शिक्षकों से अन्य विषय के साथ अलग-अलग कक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं की जांच करवाई जा रही है। बताया जा रहा है कि इस संबंध में विभाग द्वारा मूल्यांकनकर्ताओं को कोई भी आदेश जारी नहीं किया गया है। मूल्याकंन केंद्र पर ऐसे शिक्षकों की संख्या करीब दो दर्जन है। मूल्यांकनकर्ताओं की कमी के कारण उत्तरपुस्किाएं जांच रहे शिक्षकों पर समय सीमा में कार्य पूर्ण करने के लिए दबाव भी बनाया जा रहा है। इस संबंध में जिम्मेदार अधिकारियों से चर्चा करने पर उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।
वापस पहुंचाई उत्तरपुस्तिकाएं
जिला मुख्यालय से कृषि संकाय की करीब 2 हजार उत्तरपुस्तिकाएं केंद्र से वापस मंडल को भेजी गई हैं। केंद्र प्रभारियों ने बताया कि कृषि संकाय के मूल्यांकनकर्ताओं की कमी के कारण ऐसा करना पड़ा। केंद्र से उत्तरपुस्तिकाएं वापस भेजने का यह पहला मामला सामने आया है। वर्तमान में केंद्र पर लगभग 500 उत्तरपुस्किाएं कृषि संकाय की जांचना शेष है। 30 अप्रैल तक 9 मूल्यांकनकर्ताओं को यह कार्य पूर्ण करना है। इसी प्रकार कक्षा 10वीं की करीब 5 हजार 851 उत्तरपुस्तिकाओं के लिए 60 और सामाजिक विज्ञान की 3 हजार 826 उत्तरपुस्तिकाओं के लिए 50 मूल्यांकनकर्ता लगाए गए हैं।
अंतिम दौर में मूल्याकंन
मूल्यांकन कार्य अंतिम दौर में है। मंडल ने जिले में मूल्यांकन के लिए पहली खेप में अंग्रेजी विषय की 29 हजार 75 उत्तरपुस्तिकाएं भेजी। इनके मूल्यांकन के लिए जिले में सिर्फ 50 ही मूल्याकंनकर्ता हैं जबकि इनको तय समय सीमा में जांचने के लिए कम से कम 100 शिक्षकों की आवश्यकता थी। हिन्दी की 22 हजार 78, संस्कृत की 139 और गणित की 18 हजार 63 उत्तरपुस्तिकाएं भी जिले में पहुंची। वर्तमान में 175 शिक्षकों द्वारा मूल्यांकन कार्य किया जा रहा है। -निप्र
कक्षा 12 वीं की उत्तरपुस्तिकाओं की स्थिति
- 1 लाख 9 हजार 7 उत्तरपुस्तिकाएं आई मूल्यांकन के लिए
- 96 हजार 72 उत्तरपुस्तिकाओं की हो गई है जांच
- 4 हजार उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन शेष
- 15 विषय की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन पूर्ण
- 6 विषय का मूल्यांकन जारी
कक्षा 10वीं की उत्तरपुस्तिकाओं की स्थिति
- 62 हजार 239 उत्तरपुस्तिकाएं आई थी मूल्यांकन के लिए
- 52 हजार 562 उत्तरपुस्तिकाएं की हो गई है जांच
- 9 हजार उत्तरपुस्तिकाएं का मूल्यांकन शेष
- 1 विषय का मूल्यांकन कार्य पूर्ण
- 2 विषय का मूल्यांकन जारी
*मूल्यांकन केंद्र पर ऐसी स्थिति नहीं है। नियमानुसार मूल्यांकन कराया जा रहा है। मूल्यांकनकर्ताओं की कमी के कारण कुछ उत्तरपुस्किाएं माध्यमिक शिक्षा मंडल को वापस पहुंचाई गई है।- आरके कुशवाह, मूल्यांकन केंद्र अधिकारी, खरगोन
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
बिना आदेश से हो रहे इस कार्य को लेकर अधिकारी भी चुप हैं।
जिले में इस वर्ष माध्यमिक शिक्षा मंडल ने सबसे ज्यादा अंग्रेजी विषय की उत्तरपुस्तिकाएं मूल्यांकन के लिए पहुंचाई है जबकि सबसे ज्यादा अंग्रेजी विषय के शिक्षकों की कमी है। सूत्रों के अनुसार उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य समय सीमा में पूर्ण करने के लिए संबंधित विषय के शिक्षकों से अन्य विषय के साथ अलग-अलग कक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं की जांच करवाई जा रही है। बताया जा रहा है कि इस संबंध में विभाग द्वारा मूल्यांकनकर्ताओं को कोई भी आदेश जारी नहीं किया गया है। मूल्याकंन केंद्र पर ऐसे शिक्षकों की संख्या करीब दो दर्जन है। मूल्यांकनकर्ताओं की कमी के कारण उत्तरपुस्किाएं जांच रहे शिक्षकों पर समय सीमा में कार्य पूर्ण करने के लिए दबाव भी बनाया जा रहा है। इस संबंध में जिम्मेदार अधिकारियों से चर्चा करने पर उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।
वापस पहुंचाई उत्तरपुस्तिकाएं
जिला मुख्यालय से कृषि संकाय की करीब 2 हजार उत्तरपुस्तिकाएं केंद्र से वापस मंडल को भेजी गई हैं। केंद्र प्रभारियों ने बताया कि कृषि संकाय के मूल्यांकनकर्ताओं की कमी के कारण ऐसा करना पड़ा। केंद्र से उत्तरपुस्तिकाएं वापस भेजने का यह पहला मामला सामने आया है। वर्तमान में केंद्र पर लगभग 500 उत्तरपुस्किाएं कृषि संकाय की जांचना शेष है। 30 अप्रैल तक 9 मूल्यांकनकर्ताओं को यह कार्य पूर्ण करना है। इसी प्रकार कक्षा 10वीं की करीब 5 हजार 851 उत्तरपुस्तिकाओं के लिए 60 और सामाजिक विज्ञान की 3 हजार 826 उत्तरपुस्तिकाओं के लिए 50 मूल्यांकनकर्ता लगाए गए हैं।
अंतिम दौर में मूल्याकंन
मूल्यांकन कार्य अंतिम दौर में है। मंडल ने जिले में मूल्यांकन के लिए पहली खेप में अंग्रेजी विषय की 29 हजार 75 उत्तरपुस्तिकाएं भेजी। इनके मूल्यांकन के लिए जिले में सिर्फ 50 ही मूल्याकंनकर्ता हैं जबकि इनको तय समय सीमा में जांचने के लिए कम से कम 100 शिक्षकों की आवश्यकता थी। हिन्दी की 22 हजार 78, संस्कृत की 139 और गणित की 18 हजार 63 उत्तरपुस्तिकाएं भी जिले में पहुंची। वर्तमान में 175 शिक्षकों द्वारा मूल्यांकन कार्य किया जा रहा है। -निप्र
कक्षा 12 वीं की उत्तरपुस्तिकाओं की स्थिति
- 1 लाख 9 हजार 7 उत्तरपुस्तिकाएं आई मूल्यांकन के लिए
- 96 हजार 72 उत्तरपुस्तिकाओं की हो गई है जांच
- 4 हजार उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन शेष
- 15 विषय की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन पूर्ण
- 6 विषय का मूल्यांकन जारी
कक्षा 10वीं की उत्तरपुस्तिकाओं की स्थिति
- 62 हजार 239 उत्तरपुस्तिकाएं आई थी मूल्यांकन के लिए
- 52 हजार 562 उत्तरपुस्तिकाएं की हो गई है जांच
- 9 हजार उत्तरपुस्तिकाएं का मूल्यांकन शेष
- 1 विषय का मूल्यांकन कार्य पूर्ण
- 2 विषय का मूल्यांकन जारी
*मूल्यांकन केंद्र पर ऐसी स्थिति नहीं है। नियमानुसार मूल्यांकन कराया जा रहा है। मूल्यांकनकर्ताओं की कमी के कारण कुछ उत्तरपुस्किाएं माध्यमिक शिक्षा मंडल को वापस पहुंचाई गई है।- आरके कुशवाह, मूल्यांकन केंद्र अधिकारी, खरगोन
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