भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं व बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं 17 फरवरी से आयोजित की जा रही है। वहीं सरकारी स्कूलों में नौवीं व ग्यारहवीं की वार्षिक परीक्षाएं मार्च में आयोजित होनी है।
अभिभावकों को उनके बच्चों की गतिविधियों और परीक्षाओं के अंकों की जानकारी देने के लिए शनिवार को अभिभावक-शिक्षक बैठक का आयोजन किया गया। राजधानी के सरकारी स्कूलों में 60 फीसद अभिभावक शामिल हुए। कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए स्कूलों ने अलग-अलग समय पर अभिभावकों को बुलाया था। शिक्षक अभिभावकों को कोविड गाइड के साथ बच्चों को स्कूल भेजने के लिए कहा। साथ ही शिक्षकों ने अभिभावकों से बच्चों को टीकाकरण कराने की गुहार लगाई।शिक्षकों ने कहा
कि बच्चों की वार्षिक और बोर्ड परीक्षाएं होने वाली है। इस कारण उनका विशेष
देखभाल करें। उन्हें पढ़ने के लिए प्रेरित करें। अभिभावकों को छमाही
परीक्षा परिणाम के आधार पर विद्यार्थियों की प्रगति से अभिभावकों को अवगत
कराया गया। साथ ही किस विषय में विद्यार्थी कमजोर हैं, उन विषयों में अधिक
ध्यान देने की जरूरत है। इसे अभिभावकों को बताया गया। साथ ही कक्षा नौवीं
से बारहवीं के ऐसे विद्यार्थी जिनकी आयु 15 से 18 वर्ष के बीच है। उन्हें
टीकाकरण जरूर कराएं। जिससे वे सुरक्षा के साथ परीक्षा दे सकें। शासकीय
महात्मा गांधी उमावि में 1342 में से 320 विद्यार्थियों के अभिभावक शामिल
हुए। वहीं शासकीय कन्या उमावि जहांगीराबाद में भी 200 से अधिक छात्राओं के
अभिभावक शामिल हुए।
अभिभावकों ने भी पूछे सवाल
बैठक
के दौरान अभिभावकों ने पूछा कि कोविड के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में
बच्चों को स्कूल भेजना सुरक्षित है। बच्चों को टीका लगाने के बाद स्कूल
शत-प्रतिशत क्षमता के साथ खोले जाएंगे। स्कूलों में स्वच्छता के प्रति
विद्यार्थिायों को जागरूक किया जाए। साथ ही कोविड गाइडलाइन का पालन करने के
लिए सजग करें।
सरकारी स्कूलों में 60 फीसद अभिभावक बैठक में शामिल हुए। सभी को बच्चों को टीका लगाने के लिए प्रेरित किया गया।
- नितिन सक्सेना, जिला शिक्षा अधिकारी, भोपाल