आदरणीय महोदय जी, सादर नमस्कार, एक तरफ हरियाणा सरकार अतिथि
शिक्षकों को 58 साल तक नियमित सेवा व वर्ष में दो बार वेतनवृद्धी देने जा
रही हैं व मप्र से चार गुना वेतन दे रही है, दिल्ली सरकार 35000 के लगभग
वेतन दे रही व नियमितिकरण के प्रयास कर रही है। वहीं म.प्र के अतिथि शिक्षक
अल्प मानदेय पर चार कालखंड के मानदेय में दिनभर सेवा देने पर विवश हैं
जबकि पूर्व भाजपा सरकार ने कोर्ट में जबाब दिया था कि अतिथि शिक्षक नियमित
सेवा का अधिकार नहीं रखता क्योंकि वह सिर्फ तीन कालखंड के लिए विधालयों
में रखा जाता है इसलिए उसे स्थायी सेवा का अधिकार नहीं है।
वर्तमान में अतिथि शिक्षक को 4 कालखंड का मानदेय दिया जाता है। सेवा काल
संबंधी स्पष्ट निर्देश न होने से अतिथि शिक्षक दिनभर सेवा देने पर विवश
है। अभी तक कांग्रेस सरकार ने अपने अतिथि शिक्षक नियमितिकरण संबंधी वचन के
लिए कोई क्राइटएरिया निश्चित नहीं किया है। जबकि जल्द ही म.प्र में फिर
से आचार संहिता लगने वाली है। ऐसे में प्रदेश का अतिथि शिक्षक खुद को ठगा
हुआ महसूस कर रहा है व धैर्य खो रहा है। अभी तक मिडिल स्कूलों में सामाजिक
विज्ञान के पद पोर्टल पर शो न होने से मेरिट में आने के बाद भी अतिथि
शिक्षक नियुक्ति के लिए परेशान हैं।
वही गणित, अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान के पदों पर मिडिल स्कूलों में भर्ती
करने के निर्देश से वर्षों से अल्प मानदेय पर सेवा दे रहे अन्य विषयों के
अतिथि शिक्षकों के समक्ष रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। कई जगह ट्रांसफर
से आए नियमित शिक्षकों के कारण अतिथि शिक्षक बाहर हो रहे हैं। पूर्व में कई
अतिथि शिक्षक सेवा से बाहर होने के कारण आत्महत्या तक कर चुके हैं व कई
हार्टअटैक के शिकार बन रहे हैं। ऐसे में सरकार को चाहिए कि पूर्व 2005, 8,
11 की परीक्षा पास तीन वर्ष या पॉंच वर्ष सेवा दे चुके प्रशिक्षित
(डीएड,बीएड) अतिथि शिक्षकों के नियमितिकरण से अपने अतिथि शिक्षक नियमितिकरण
के वचन को पूरा करने की शुरूआत करे।
क्योंकि आरटीई के अंतर्गत अप्रशिक्षित या टेट अनुउत्तीर्ण को स्थायी
शिक्षक नियुक्त नहीं किया जा सकता है। ऐसे में पूर्व टेट पास प्रशिक्षित
तीन या पॉंच वर्ष सेवा दे चुके अतिथि शिक्षक को पूर्व टेट जिस वर्ग 1,2,3
जिस मे पास की हो उसी में नियुक्ति दी जा सकती है। क्योंकि म.प्र सरकार ने
अपने राजपत्र में भर्ती परीक्षा से पूर्व वर्ग 3 में 100000 पद रिक्त,
माध्यमिक शालाओं में 60000 के लगभग रिक्त पद बताए थे जबकि पात्रता
परीक्षा सिर्फ 30000 पदों के लिए ली गई है।
अभी सरकार के मंत्री नियमितिकरण के लिए 5 साल तक का समय बता रहे हैं ऐसे
में बेरोजगार अतिथि शिक्षक को जीवन जीना व परिवार पालना मुश्किल होगा। अत:
सरकार को शीघ्र वर्तमान मानदेय पर ही पूर्व टेट परीक्षा के आधार पर पास किए
गए वर्ग में अतिथि शिक्षकों को नियमित कर देना चाहिए। क्योंकि आनलाइन
भर्ती के नाम पर पुराने अतिथि शिक्षक बेरोजगार हो गए हैं व ट्रांसफर के
कारण नए बेरोजगार हो जाऐंगे। ऐसे में पूर्व टेट परीक्षा के आधार पर
प्रशिक्षित तीन या पॉंच वर्ष सेवा देने वालों के स्थायीकरण से अपने वचन को
पूरा करने की शुरूआत कर देना चाहिए।
सादर धन्यवाद
आशीष कुमार बिलथरिया
उदयपुरा जिला रायसेन म.प्र