नरसिहपुऱ। मध्य प्रदेश शिक्षक
संघ की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया की प्रदेश भर में 11
जुलाई को विकास खंड स्तर पर और 18 जुलाई को जिला स्तर पर शिक्षक संघ की सभी
ब्लॉक तहसील नगर और जिला इकाइयां अध्यापकों और शिक्षकों को एकजुट कर
प्रदेश सरकार की वादाखिलाफी के विरुद्ध आक्रोश रैली धरना प्रदर्शन और
मुख्यमंत्री और प्रमुख सचिव के नाम तहसीलदार एवं कलेक्टर को ज्ञापन पत्र
सौपेंगे। अभी हाल ही में कैबिनेट बैठक द्वारा अध्यापकों के संविलियन को
शिक्षा विभाग में राज्य शिक्षा सेवा के नाम से दूसरा कैडर बनाने के
प्रस्ताव को सिरे से खारिज करते हुए मध्य प्रदेश शिक्षक संघ अध्यापक संवर्ग
के लिए शिक्षा विभाग के मूल कैडर में संविलियन की वकालत की है।
जिससे शिक्षा विभाग में व्याप्त अनेकानेक संवर्गों का खात्मा हो एक ही
संवर्ग के द्वारा उच्च गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा व्यवस्था मॉडल प्रदेश सरकार
द्वारा लागू किया जाए। इसी के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
द्वारा बारंबार विभिन्न मंचों से अध्यापकों का शिक्षा विभाग में संविलियन
और सहायक शिक्षक, शिक्षक एवं व्याख्याता को वेतनमान के अनुरूप और पिछले 35
सालों से पदोन्नति ना दिए जाने के कारण सामूहिक पदनाम परिवर्तन की घोषणा
पूर्णरूपेण लागू किए जाने की पुरजोर मांग की।
जिला सचिव सत्यप्रकाश त्यागी ने बताया कि ई अटेंडेंस को व्यावहारिक और
तकनीकी रूप से दक्ष बनाने ग़ैरविभागीय अशैक्षणिक कार्यो पर पूर्णतः रोक
लगवाने और वर्षों से एक ही स्थान पर जमे डीईओ डीपीसी बीआरसी को स्थानांतरित
करने की ओर ध्यान दिलाने रैली धरना और ज्ञापन सौंपने अध्यापको और शिक्षकों
को ज्यादा से ज्यादा संख्या में ब्लॉक और जिला मुख्यालय पर सम्मिलित होने
का आव्हान किया है।