अध्यक्ष विनोद वैरागी ने बताया लंबे समय से हमारी मांगे नहीं मानी जा रही है, इसलिए हमने आमरण अनशन पर बैठने का निर्णय लिया है। जब तक हमारी मांगे मानी जाएगी अब अनशन जारी रखेंगे। पहले दिन करीब 50 से ज्यादा अतिथि शिक्षकों ने अनशन में भाग लिया।
यह है मांग-गुरुजी की तरह पात्रता परीक्षा लेकर अतिथि शिक्षकों को भी नियमित किया जाए। अतिथि शिक्षकों की भर्ती की ऑनलाइन प्रक्रिया को बंद किया जाए। जो अतिथि शिक्षक जहां कार्य कर रहे हैं वहीं यथावत रखा जाए।