मप्र अतिथि शिक्षक
संघर्ष समिति के बैनर तले रविवार को जिला शिक्षा कार्यालय परिसर में बैठक
का आयोजन किया गया। बैठक समापन के बाद अतिथि शिक्षकों ने बाजार में
व्यापारियों से भीख मांगकर नवंबर महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव में
भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में वोट न करने का संकल्प लिया। इस मौके पर
जिलाध्यक्ष राजेश कामथ, जिला उपाध्यक्ष अजय गौतम, मीडिया प्रभारी प्रमोद
भदौरिया मुख्य रूप से मौजूद रहे।
बैठक के दौरान अध्यक्ष कामथ ने बताया कि शासन की ओर से साल 2018-19 में अतिथि शिक्षकों की ऑनलाइन भर्ती प्रक्रिया की गई है। जिसका शिक्षक विरोध करते हैं। वहीं शासन की ओर से प्रदेशभर के अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की घोषणा की गई थी। लेकिन उसके बाद भी अभी तक शिक्षकों को नियमित नहीं किया गया है। इस बात को लेकर शिक्षकों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर काफी आक्रोश है। इस मौके पर बलराम दीक्षित, सुनील महेश्वरी, आशुतोष, रमेश बघेल, दीपेश जादौन, मिंटू, वीरेंद्र गर्ग, हरगोविंद, अजय गौतम, बसंत शर्मा, अवधेश कुशवाह, रामभरोसे आदि मौजूद रहे।
बैठक के दौरान अध्यक्ष कामथ ने बताया कि शासन की ओर से साल 2018-19 में अतिथि शिक्षकों की ऑनलाइन भर्ती प्रक्रिया की गई है। जिसका शिक्षक विरोध करते हैं। वहीं शासन की ओर से प्रदेशभर के अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की घोषणा की गई थी। लेकिन उसके बाद भी अभी तक शिक्षकों को नियमित नहीं किया गया है। इस बात को लेकर शिक्षकों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर काफी आक्रोश है। इस मौके पर बलराम दीक्षित, सुनील महेश्वरी, आशुतोष, रमेश बघेल, दीपेश जादौन, मिंटू, वीरेंद्र गर्ग, हरगोविंद, अजय गौतम, बसंत शर्मा, अवधेश कुशवाह, रामभरोसे आदि मौजूद रहे।