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10 सूत्री मांगों को लेकर छह चरणों में होगा आंदोलन

झाबुआ। नईदुनिया प्रतिनिधि मप्र लघु वेतन कर्मचारी संघ जिला शाखा झाबुआ ने 10 सूत्री मांगों को लेकर छह चरणों में प्रदेश स्तरीय आंदोलन करने को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री व मप्र शासन मुख्य सचिव के नाम कलेक्टर को ज्ञापन दिया।

ज्ञापन में बताया गया है कि संघ द्वारा प्रदेश के सभी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी आकस्मिक तथा कार्यभारित सेवा, दैनिक वेतनभोगी, स्थायीकर्मी अंशकालीन भृत्य आदि की जायजा मांगों के संबंध में समय-समय पर ज्ञापन व पत्र शासन को दिया गया। आज तक मांगों पर न तो विचार किया गया और न ही निर्देश जारी किए गए। इसको लेकर संघ द्वारा प्रदेशव्यापी आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है। 10 सूत्री मांगों में वृत्तिकर समाप्ति करने, भृत्य-कर्मचारी का पदनाम परिवर्तन करने, आकस्मिक तथा कार्यभारित सेवा की मांग, दैनिक वेतनभोगी को नियमित करने, अंशकालीन भृत्य को स्थायीकर्मी बनाने, वर्दी धुलाई भत्ता बढ़ाने, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाओं को नियमित श्रेणी दर्जा देने, कोटवारों व रसोइयों का मानदेय बढ़ाने आदि की मांग रखी गई है। इस दौरान संघ के परामर्शदाता रूपसिंह खपेड़, कोषाध्यक्ष मोहनलाल जोशी, जिलाध्यक्ष शशिकांत शर्मा आदि उपस्थित थे।
संगठनों को भेजा पत्र
झाबुआ। मप्र सरकार द्वारा अध्यापकों का शोषण करने को लेकर आजाद अध्यापक संघ ने सभी संगठनों के प्रांतीय अध्यक्षों को पत्र लिखा है। संघ के जिला अध्यक्ष पप्पूसिंह हटीला ने बताया कि 1998 से अध्यापकों का शासन सरकार शोषण कर रही है। मांगों के निराकरण पर तिथि पर तिथि देकर अध्यापकों के साथ छलावा किया जा रहा है। सभी एक मंच पर आकर पूरे मप्र में स्कूलों की तालाबंदी कर आंदोलन करें। प्रांतीय अध्यक्ष भरत पटेल, जगदीश यादव, बृजेश शर्मा, राकेश पटेल आदि को पत्र भेजा गया है। अध्यापकों की शिक्षा विभाग में संविलियन, सातवां वेतनमान, स्थानांतरण व छठवें वेतन की कर्मी को दूर करना आदि मांगे है। 

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