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प्रेरकों ने सरकार के आदेश की जलाई होली

बालाघाट. साक्षर भारत योजना अंतर्गत प्रेरकों का अनुबंध बढ़ा कर सभी को बहाल किए जाने की मांग को लेकर प्रेरक शिक्षक संघ ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। वहीं प्रदेश सरकार द्वारा जारी आदेश की होली जलाकर विरोध प्रदर्शन किया।

रैली निकालकर किया प्रदर्शन
गुरुवार को प्रेरकों ने रैली निकालकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने अपनी समस्याओं का ज्ञापन सौंपा। संघ पदाधिकारियों ने बताया कि मप्र शासन ने प्रदेश के प्रेरकों को बगैर किसी सूचना और ठोस कारण के उनकी सेवाएं समाप्त कर दी है। वहीं इसके आदेश भी जारी कर दिए है। इस आदेश के बाद प्रेरक बेरोजगार हो जाएंगे। इस आदेश के बाद प्रदेश के ४२ जिलों के प्रेरक आत्मदाह करने मजबूर हो गए हैं। उन्होंने बताया कि 5 वर्षों से निरक्षरों को साक्षर बनाने का कार्य प्रेरकों के द्वारा किया जा रहा है। इसके लिए प्रेरकों को महज 2000 रुपए मानदेय मिल रहा है। संघ पदाधिकारियों ने मांग की है कि प्रेरकों द्वारा दी गई सेवा और बेरोजगारी को ध्यान में रखते हुए उन्हें यथावत रखा जाए। इस अवसर पर बड़ी संख्या में प्रेरक मौजूद थे।
किरनापुर में भी हुआ प्रदर्शन
प्रेरकों का अनुबंध बढ़ा कर सभी को बहाल किए जाने की मांग को लेकर प्रेरक शिक्षक संघ किरनापुर ने राष्ट्रपति को पत्र प्रेषित किया है। संघ के ब्लॉक अध्यक्ष सरोज डोंगरे ने बताया कि 5 वर्षों से निरक्षरों को साक्षर बनाने का कार्य प्रेरकों के द्वारा किया जा रहा है। इसके लिए प्रेरकों को महज 2000 रुपए मानदेय मिल रहा है। बावजूद इसके शासन-प्रशासन ने बगैर किसी ठोस निर्णय या बिना किसी पूर्व सूचना के सेवाए को समाप्त कर दिया है। वहीं इसके आदेश भी जारी कर दिए है। इस आदेश के बाद प्रेरक बेरोजगार हो जाएंगे। उन्होंने लगातार प्रेरकों द्वारा दी गई सेवा और बेरोजगारी को ध्यान में रखते हुए उन्हें यथावत रखे जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो सामूहिक रुप से आंदोलन किया जाएगा।

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