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एक साल बाद भी नहीं पकड़ में आया फर्जी अंकसूची का आरोपी शिक्षक

फर्जी अंकसूची का मामला अब ठंडे बस्ते में जाता दिख रहा है। साल बीत गया लेकिन आरोपी सरकारी शिक्षक फूलसिंह कुर्मी को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई। आरोपियों के पास से जब्त कंप्यूटर की हार्ड डिस्क से भी पुलिस को कुछ हासिल नहीं हुआ है।
इधर एडवोकेट अशोक शर्मा ने मामले को लेकर एक बार फिर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की याचिका हाईकोर्ट में लगाई है।

डेढ़ दशक से अधिक समय से फर्जी अंकसूची बनाने का कारोबार कर रहे तीन आरोपियों को सिरोंज पुलिस ने 11 दिसंबर 2015 को गिरफ्तार किया था। 10-11 दिसंबर की रात दबिश देकर पुलिस ने सरकारी शिक्षक राकेश शर्मा एवं फैजान खान के साथ ही किराना व्यापारी संजीव शर्मा को गिरफ्तार किया था। तीनों ही आरोपियों को न्यायालय ने जेल भेज दिया था। मामले में फैजान तथा संजीव की तो जमानत हो गई लेकिन राकेश अभी तक जेल में ही है। इसी मामले पुलिस ने लटेरी क्षेत्र के ग्राम बरखेड़ा घोसी में पदस्थ सरकारी शिक्षक फूलसिंह कुर्मी तथा निजी स्कूल में शिक्षक सनव्वर खान पर भी प्रकरण दर्ज किया था।

अभी भी 10 आरोपी हैं पुलिस गिरफ्त से बाहर

नगर के एडवोकेट अशोक शर्मा ने वर्ष 2011 में जनपद पंचायत द्वारा की गई संविदा शिक्षक वर्ग 3 की भर्ती में व्यापम की एवं वर्ष 2010-11 में हुई आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका भर्ती में 10वीं और 12वीं की फर्जी अंकसूची अभ्यर्थियों द्वारा उपयोग की शिकायत की गई थी। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद सिरोंज पुलिस द्वारा जुलाई 2014 में संविदा शिक्षक भर्ती में 110 लोगों एवं आंगनबाड़ी भर्ती में 15 महिलाओं के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया था। इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी का सिलसिला लगातार चल रहा है।

सिरोंज क्षेत्र में सक्रिय है अंकसूची बनाने वाला गिरोह

मामले की सीबीआई जांच के लिए हाईकोर्ट में याचिका लगाने वाले एडवोकेट अशोक शर्मा ने बताया कि सिरोंज और लटेरी में फर्जी अंकसूची बनाने वाला गिरोह सक्रिय है। जनपद में शिक्षकों एवं सचिवों एवं महिला बाल विकास विभाग में पर्यवेक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा सहायिकाओं की भर्ती दस्तावेजों का सत्यापन करवाए बिना की गई है। फर्जी अंकसूची के कारोबारियों की इन विभागों में नियोक्ता समिति से साठ-गांठ किसी से नहीं छिपी। उन्होंने बताया कि इस गिरोह के अनेक लोग अभी भी पुलिस की गिरफ्त के बाहर हैं। ये लोग फर्जी अंकसूची से नौकरी करने वाले लोगों से आज भी रुपए ले रहे हैं।

7 सरकारी और दो निजी शिक्षकों पर दर्ज हुए हैं प्रकरण

मामले में अभी तक 7 सरकारी शिक्षकों पर प्रकरण दर्ज हो चुका है। इनमें से 2 निजी स्कूलों के संचालक हैं। इसके बाद भी शिक्षा विभाग का रवैया काफी निराशाजनक बना हुआ है। शिक्षा विभाग ने आरोपी शिक्षकों का निलंबन कर कर्तव्य से इतिश्री कर ली तथा जनपद पंचायत ने किसी भी शिक्षक के मूल दस्तावेजों की जांच करने की जहमत तक नहीं उठाई। जबकि क्षेत्र में डेढ़ दशक से फर्जी अंकसूची का कारोबार चल रहा है तथा अनेक लोग फर्जी अंकसूची के सहारे अभी भी कारोबार कर रहे हैं।

मामले को लेकर एक बार फिर हाईकोर्ट पहुंचे एडवोकेट अशोक शर्मा

कंप्यूटर की हार्ड डिस्क में पुलिस को कुछ नहीं मिला

फर्जी अंकसूची मामले में आरोपी राकेश शर्मा के यहां से मिली हार्ड डिस्क से कोई सुराग नहीं मिला है। आरोपी शिक्षक फूलसिंह कुर्मी अभी गिरफ्तार नहीं हुआ है। हम मामले में लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। दिनेश प्रजापति, थाना प्रभारी सिरोंज 

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