भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह
चौहान ने अध्यापक संवर्ग के शिक्षा विभाग में संविलियन की भले ही घोषणा कर
दी हो, लेकिन आदिम जाति कल्याण विभाग के 1.25 लाख अध्यापकों के लिए राह
आसान नहीं है। ये अध्यापक अभी प्रदेश के 11 जिलों के 89 ब्लॉक में पदस्थ
हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि तय मापदंडों और प्रक्रिया के लिहाज से सभी
अध्यापकों का कैडर तो एक हो सकता है, लेकिन विभाग एक हो ही नहीं सकता।
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अध्यापकों का संविलियन: मप्र शासन का अपडेटेड प्रेस रिलीज
भोपाल।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अध्यापकों के अलग-अलग
संवर्गों का शिक्षा विभाग में संविलियन होगा। अब सिर्फ एक संवर्ग शिक्षक
संवर्ग होगा। अध्यापक संवर्ग सहित संविलियित सभी संवर्गों को, शिक्षकों को
जो सुविधाएँ मिलती हैं, वह मिलेंगी।
शिक्षा विभाग में संविलियन की घोषणा से अध्यापकों में हर्ष
शिक्षा विभाग में संविलियन की घोषणा से अध्यापकों में हर्ष
गैरतगंज। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मप्र के अध्यापक संवर्ग के अध्यापकों को शिक्षा विभाग में संविलियन की घोषणा किए जाने से अध्यापकों में हर्ष है।
गैरतगंज। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मप्र के अध्यापक संवर्ग के अध्यापकों को शिक्षा विभाग में संविलियन की घोषणा किए जाने से अध्यापकों में हर्ष है।
अध्यापकों का फिर बढ़ेगा 32 सौ से आठ हजार रुपए वेतन
मनोज तिवारी, भोपाल। अध्यापक आंदोलन से आजिज आ चुके
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोलारस और मुंगावली विधानसभा उपचुनाव से
ठीक पहले उनकी शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग भी पूरी कर दी। अध्यापक
पहले दिन से ये मांग कर रहे थे। इससे उन्हें सातवां वेतनमान मिलने का
रास्ता साफ हो गया है। यानी वेतन में फिर 32 सौ से आठ हजार रुपए की वृद्धि
होगी। वहीं अन्य लाभ भी मिलेंगे। इससे सरकारी खजाने पर करीब 450 करोड़ रुपए
भार पड़ेगा।
महिला शिक्षकों के सिर मुंडाने के बाद जगे शिवराज, शिक्षकों की मांग पूरी करने की घोषणा
भोपाल
महिला शिक्षकों के द्वारा अपने बाल मुंडवा लेने के बाद जगे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में लंबे समय से कार्यरत अस्थायी अध्यापकों की अहम मांग को पूरा करने की घोषणा की है। सीएम ने रविवार को अस्थायी अध्यापकों के अलग-अलग संवर्गों की शिक्षा विभाग में विलय करने की घोषणा की। इस फैसले से प्रदेश के 2 लाख 84 हजार शिक्षकों को फायदा होगा।
महिला शिक्षकों के द्वारा अपने बाल मुंडवा लेने के बाद जगे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में लंबे समय से कार्यरत अस्थायी अध्यापकों की अहम मांग को पूरा करने की घोषणा की है। सीएम ने रविवार को अस्थायी अध्यापकों के अलग-अलग संवर्गों की शिक्षा विभाग में विलय करने की घोषणा की। इस फैसले से प्रदेश के 2 लाख 84 हजार शिक्षकों को फायदा होगा।
शिक्षक-शिक्षिका कर रहे थे ऐसा काम, जानकर आप रह जाएंगे हैरान......
विदिशा. जिले के सिरोंज ब्लाक के एक शासकीय प्रायमरी स्कूल में पदस्थ शिक्षक और शिक्षिका का आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुआ है। ग्रामीणों की शिकायत के बाद एसडीएम के निर्देश पर बीआरसी ने फिलहाल दोनों को उस स्कूल से हटाकर दो अलग अलग स्कूलों में पदस्थ कर दिया है। पत्रिका के पास यह वीडियो है।
संविलियन पर बोले शिक्षक, 'सीएम तो घोषणाएं करते ही रहते हैं, हम ऐसे नहीं मानेंगे
टीकमगढ़। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जहां रविवार को अध्यापकों का शिक्षा विभाग में संविलियन करने का ऐलान किया। वहीं अब अध्यापक संवर्ग आदेश की मांग करने लगे। अध्यापकों का कहना है कि हमे आदेश चाहिए, तभी हम इस घोषणा का स्वागत करेंगे। ऐसी घोषणा तो सीएम करते ही रहते हैं।
बड़ी खबर: पौने 3 लाख अध्यापकों का बढ़ा कद, जानिये किसे होगा कितने का फायदा
भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में हुई अध्यापकों और मुख्यमंत्री की बातचीत के बाद सीएम ने अध्यापकों के संविलियन की घोषणा रविवार को कर दी। इसके साथ ही अब प्रदेश में सिर्फ एक शिक्षा विभाग होगा और सभी शिक्षक कहलाएंगे। यानि इसके चलते अब पंचायत एवं नगरीय निकायों से जुड़े पौने 3 लाख स्कूली अध्यापक अब स्कूल शिक्षा विभाग के अधीन हो जाएंगे।
सिंधिया बोले CM की घोषणा पर संशय, पालन होगा या नहीं
रासं, भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यापक
संवर्ग खत्म कर उसे शिक्षा विभाग में संविलियन करने की घोषणा से अध्यापकों
में हर्ष है। सूत्रों के अनुसार महिला शिक्षकों के मुंडन की घटना ने
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बेहद विचलित कर दिया था।
शिक्षकों में अफेयर: वीडियो हुआ वायरल तो अलग-अलग स्कूल में भेजे गए, गांववालों ने किया बवाल
स्कूलों से कई ऐसी खबरें आतीं हैं जो चौंकाती हैं। मामला तब और गंभीर हो जाता है जब स्कूल में ही प्रेमालाप करने की शिकायतें सामने आती है। कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है मध्य प्रदेश के विदिशा से। जहां सिरोंज ब्लॉक के एक सरकारी स्कूल में शिक्षक-शिक्षिका आपत्तिजनक हालत में मिले।
रात में फोन पर मां को दी संविलियन की खुशखबरी और सुबह हो गई मौत
जबलपुर: संविलियन मंजूरी
की मांग को लेकर भोपाल गए शिक्षा कर्मी शिक्षक की आज सुबह लौटते वक्त
मदनमहल स्टेशन के प्लेटफार्म-2 में उतरते समय टेÑन से कटकर मौत हो गई। साथी
शिक्षक की मौत से खुशी का माहौल मातम में बदल गया। साथी शिक्षकों ने बताया
कि सरकार की संविलियन मंजूरी की घोषणा के बाद सब बहुत खुश थे। मृतक
देवेंद्र ने कल देर शाम फोन पर मां को बताया था कि सरकार ने हमारी मांग मान
ली है।
कांग्रेस सरकार ने शिक्षकों को कर्मी बनाकर रख दिया था: राजौरिया
शिक्षकों के हित में मुख्यमंत्री का ऐतिहासिक फैसला स्वागत योग्य
प्रदेश टुडे संवाददाता, सागर
भारतीय जनता पार्टी के संभागीय मीडिया प्रभारी प्रदीप राजौरिया प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि 2003 के पूर्व मध्यप्रदेश में रही कांग्रेस की भ्रष्ट दिग्विजय सिंह की सरकार ने शिक्षकों को शिक्षाकर्मी बनाकर उनका आर्थिक व सामाजिक रूप से शोषण कर मनमाने तरीके से कार्य कराया और शिक्षकों का पुरातन समय से चले आ रहे सम्मान को धूमिल किया।
प्रदेश टुडे संवाददाता, सागर
भारतीय जनता पार्टी के संभागीय मीडिया प्रभारी प्रदीप राजौरिया प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि 2003 के पूर्व मध्यप्रदेश में रही कांग्रेस की भ्रष्ट दिग्विजय सिंह की सरकार ने शिक्षकों को शिक्षाकर्मी बनाकर उनका आर्थिक व सामाजिक रूप से शोषण कर मनमाने तरीके से कार्य कराया और शिक्षकों का पुरातन समय से चले आ रहे सम्मान को धूमिल किया।
MP संविदा शिक्षक भर्ती: नए सत्र तक हो जाएंगी नियुक्तियां!
भोपाल। मध्यप्रदेश संविदा शाला शिक्षक भर्ती परीक्षा लगातार देरी का
शिकार होती जा रही है। बार बार भर्ती प्रक्रिया को टाले जाने से
परीक्षार्थियों में नाराजगी है। जबकि कुछ दिनों पहले राज्य शिक्षा मंत्री
दीपक जोशी ने कहा था कि जल्द ही तारीख घोषित कर दी जाएंगी और फरवरी तक
परीक्षाएं आयोजित कर ली जाएंगी परंतु जनवरी खत्म होने को है, अब तक तारीख
का ऐलान ही नहीं हुआ है।
छुट्टी का आवेदन रखकर स्कूल से गायब रहते हैं शिक्षक
बनवार। नईदुनिया न्यूज
चौपरा हाईस्कूल में शिक्षकों की मनमानी से बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। यहां के प्राचार्य से लेकर शिक्षक तक अपने अवकाश के आवेदन रखकर स्कूल से गायब रहते हैं। ऐसे में स्कूल पहुंचने वाले बच्चे या तो कक्षाओं में बैठकर शिक्षकों का इतजार करते हैं या फिर इधर-उधर खेलते रहते हैं। इसके अलावा चौपरा चंडी में संचालित हो रहे स्कूल में 564 छात्र-छात्राएं दर्ज हैं।
चौपरा हाईस्कूल में शिक्षकों की मनमानी से बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। यहां के प्राचार्य से लेकर शिक्षक तक अपने अवकाश के आवेदन रखकर स्कूल से गायब रहते हैं। ऐसे में स्कूल पहुंचने वाले बच्चे या तो कक्षाओं में बैठकर शिक्षकों का इतजार करते हैं या फिर इधर-उधर खेलते रहते हैं। इसके अलावा चौपरा चंडी में संचालित हो रहे स्कूल में 564 छात्र-छात्राएं दर्ज हैं।
MP संविदा शिक्षक भर्ती: नए सत्र तक हो जाएंगी नियुक्तियां!
भोपाल। मध्यप्रदेश संविदा शाला शिक्षक भर्ती परीक्षा लगातार देरी का
शिकार होती जा रही है। बार बार भर्ती प्रक्रिया को टाले जाने से
परीक्षार्थियों में नाराजगी है। जबकि कुछ दिनों पहले राज्य शिक्षा मंत्री
दीपक जोशी ने कहा था कि जल्द ही तारीख घोषित कर दी जाएंगी और फरवरी तक
परीक्षाएं आयोजित कर ली जाएंगी परंतु जनवरी खत्म होने को है, अब तक तारीख
का ऐलान ही नहीं हुआ है।
VYAPAM SCAM: जो 10 अंक भी नहीं ला पाए, उन्हे संविदा शिक्षक बना दिया
भोपाल। व्यावसायिक परीक्षा मंडल
द्वारा 2011 में आयोजित संविदा शिक्षक पात्रता परीक्षा में हुए घोटाले
(SAMVIDA SHIKSHAK RECRUITMENT SCAM) की जांच के बाद सीबीआई ने विशेष कोर्ट
में जो चार्जशीट की है, उसमें चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है।
शिक्षकों के आगे झुके शिवराज, 2.84 लाख टीचर्स को होगा फायदा
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिक्षा विभाग में लंबे
समय से मांग कर रहे शिक्षकों की मांग पूरी करते हुए ऐलान किया कि अब शिक्षा
विभाग में संविलियन की व्यवस्था होगी. बता दें कि इस मांग के लिए पूरे
प्रदेश के शिक्षक लंबे समय से आंदोलन कर रहे थे.
मध्य प्रदेश: सिर मुंडवा कर प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों की मांगें स्वीकार
मध्य प्रदेश में कई दिनों से चल रहे शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन के बाद अब सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शिक्षकों की मांगो को स्वीकार कर लिया है. राज्य सरकार के इस फैसले के बाद अब मध्य प्रदेश के सभी शिक्षकों को समान कार्य के लिए समान वेतन दिया जाएगा.
सीएम साहब ये कैसा न्याय, शिक्षकों को गले लगाया, दिव्यांगों को दुत्कार कर भगाया
भोपाल. आज मुख्यमंत्री आवास एकसाथ दो पलों का गवाह
बना. एक तरफ जहां घनघोर बेबसी, लाचारी और उदासी थी वहीं दूसरी ओर उल्लास,
उमंग और खुशियों का माहौल था. एक तरफ सीएम शिवराज के जय जयकारे लगाए जा रहे
थे दूसरी तरफ कुछ मुट्ठी भर लोग सीएम के सुरक्षाकर्मियों से गिड़गिड़ा रहे
थे कि उनको भी साहेब से एक बार मिलने भर दिया जाय. पता नहीं साहेब से एक
मुलाकात में ही उनके जीवन का अंधेरा हट जाए.
अध्यापकों का संविलियन: मप्र शासन का अपडेटेड प्रेस रिलीज
भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज
सिंह चौहान ने कहा है कि अध्यापकों के अलग-अलग संवर्गों का शिक्षा विभाग
में संविलियन होगा। अब सिर्फ एक संवर्ग शिक्षक संवर्ग होगा। अध्यापक संवर्ग
सहित संविलियित सभी संवर्गों को, शिक्षकों को जो सुविधाएँ मिलती हैं, वह
मिलेंगी।
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