रीवा। नईदुनिया प्रतिनिधि युक्ति-युक्तिकरण के तहत ऐसे शिक्षकों
को जिनका दूसरे स्कूल में पदस्थ किया जाने के लिए सूची तैयार की गई थी यह
सूची भी एक बार फिर विवादित नजर आने लगी है और सूची की जांच एक बार फिर
स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देश पर शुरू हो गई है।
जांच के दौरान यह सामने आया है कि 474 ऐसी स्कूलें हैं जहां युक्ति-युक्तिकरण के तहत गलत पदस्थापना की गई है और ऐसी स्कूलों में वे स्कूलें शामिल हैं जिन्हें छात्र संख्या न होने के कारण विभाग द्वारा बंद कर दिया गया है। जब स्कूल में ताला लगा हुआ है तो ऐसी स्थिति में शिक्षक की पदस्थापना किया जाना समझ से परे लग रहा है। इसके लिए चार सदस्यीय कमेटी पुनः परीक्षण कर रही है। जहां कमेटी 9 दिसम्बर तक अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी।
स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से प्राइमरी और मिडिल स्कूलों के शिक्षकों की युक्ति-युक्तिकरण प्रक्रिया अपनाई गई है इसी के चलते जिले के स्कूलों के शिक्षकों को पदांकन की जो सूची जारी की गई है उस पर सवाल उठने लगे थे। बताया जा रहा है कि इसके पूर्व भी जो सूची जारी की गई थी वह भी विवादों से घिरी रही है। उस सूची में कई तरह की अनियमितताएं बरती गई थी। अब दूसरी बार 5 दिसम्बर को सूची जारी की गई है। जिसमें ऐसे शिक्षकों के नाम भी हैं जो अपने स्कूल में सिर्फ दो शिक्षक पदस्थ हैं। उनमें एक शिक्षक दूसरे स्कूल में पदांकन कर दिया गया है। तो कुछ ऐसे भी शिक्षकों की पदस्थापना की गई है जहां स्कूल में अब ताला लग गया है। जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि जारी की गई सूची में कितने स्तर की अनियमितता और इससे कितने शिक्षक प्रभावित हुए हैं।
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युक्ति-युक्तिकरण के तहत जारी की गई सूची की जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट तैयार करके विभाग को सौंपा जाएगा। लगभग 474 स्कूलों में युक्ति-युक्तिकरण की अनियमितता सामने आई है।
-रामानंद पिड़िहा, प्राचार्य, एक्सीलेंस मार्तण्ड स्कूल
जांच के दौरान यह सामने आया है कि 474 ऐसी स्कूलें हैं जहां युक्ति-युक्तिकरण के तहत गलत पदस्थापना की गई है और ऐसी स्कूलों में वे स्कूलें शामिल हैं जिन्हें छात्र संख्या न होने के कारण विभाग द्वारा बंद कर दिया गया है। जब स्कूल में ताला लगा हुआ है तो ऐसी स्थिति में शिक्षक की पदस्थापना किया जाना समझ से परे लग रहा है। इसके लिए चार सदस्यीय कमेटी पुनः परीक्षण कर रही है। जहां कमेटी 9 दिसम्बर तक अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी।
स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से प्राइमरी और मिडिल स्कूलों के शिक्षकों की युक्ति-युक्तिकरण प्रक्रिया अपनाई गई है इसी के चलते जिले के स्कूलों के शिक्षकों को पदांकन की जो सूची जारी की गई है उस पर सवाल उठने लगे थे। बताया जा रहा है कि इसके पूर्व भी जो सूची जारी की गई थी वह भी विवादों से घिरी रही है। उस सूची में कई तरह की अनियमितताएं बरती गई थी। अब दूसरी बार 5 दिसम्बर को सूची जारी की गई है। जिसमें ऐसे शिक्षकों के नाम भी हैं जो अपने स्कूल में सिर्फ दो शिक्षक पदस्थ हैं। उनमें एक शिक्षक दूसरे स्कूल में पदांकन कर दिया गया है। तो कुछ ऐसे भी शिक्षकों की पदस्थापना की गई है जहां स्कूल में अब ताला लग गया है। जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि जारी की गई सूची में कितने स्तर की अनियमितता और इससे कितने शिक्षक प्रभावित हुए हैं।
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युक्ति-युक्तिकरण के तहत जारी की गई सूची की जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट तैयार करके विभाग को सौंपा जाएगा। लगभग 474 स्कूलों में युक्ति-युक्तिकरण की अनियमितता सामने आई है।
-रामानंद पिड़िहा, प्राचार्य, एक्सीलेंस मार्तण्ड स्कूल