फर्जी अंकसूची लगाकर नौकरी पाने वाले तीन शिक्षक संदीप ठाले, गणेश सूर्यवंशी और मोरेश्वर एंडोले को गिरफ्तार किया।
जािनए...इन पर भी कार्रवाई के लिए पत्र में उल्लेख
मामले में वर्तमान नियोक्ता अधिकारी जपं सीईओ अनिल पवार, तत्कालीन अधिकारी नरेंद्र अरण्य, संविलियन करने में तत्कालीन अधिकारी राकेश शर्मा, फर्जी यूनिक आईडी बनाकर वेतन आहरण करने में तत्कालीन बीईओ और वर्तमान प्रभारी डीईओ पीएन पाराशर, तत्कालीन डीईओ आरएल उपाध्याय, बाबू ज्योति खत्री, रेवानंद भट्ट पर कार्रवाई के लिए पत्र में लिखा गया है।
जांच के बाद... इन शिक्षकों की अंकसूची मिली है फर्जी
2008 में श्रीकांत पिता मधुकर चिमनकारे, तरुण पिता देवीदास ठाले, 2005 में संदीप पिता देवीदास ठाले, गणेश पिता प्रकाश सूर्यवंशी, ठाकुर सिंह पिता वेरसिंह कनासे, मोरेश्वर पिता भगवान एंडो ले, रवींद्र पिता विट्ठल बावस्कर की शिक्षक पात्रता परीक्षा की अंकसूची फर्जी निकली है।
कारण... दस्तावेजों का अभाव, इसलिए जांच धीमी
शिक्षक भर्ती घोटाले में धीमी जांच का बड़ा कारण दस्तावेजों का अभाव है। मामले में बाबू राकेश खत्री का नाम सबसे संदिग्ध है। एफआईआर के बाद से ही वह फरार है। शिक्षा विभाग में नियुक्ति संबंधी सभी दस्तावेज खत्री के पास रहते थे। इनमें से कई दस्तावेज गायब हैं। इनके अभाव में पुलिस की कार्रवाई धीमी गति से चल रही है।
50 हजार से 1 लाख रु. में बनवाई फर्जी अंकसूची
व्यापमं की संविदा शिक्षक परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने के बाद भी फर्जी अंकसूची बनाकर नियुक्तियां हुई हैं। शिक्षकों की गिरफ्तारी के साथ यह बात सामने आ रही है कि शिक्षा विभाग में फर्जी अंकसूची बनाने और नौकरी देने के नाम पर 50 हजार से एक लाख रु. तक लिए। व्यापमं में अनुत्तीर्ण होने के बाद भी दूसरों की अंकसूची के आधार पर फर्जी अंकसूची तैयार कर शिक्षा विभाग में भर्ती की। राज्य कर्मचारी संघ ने इस मामले में शिकायत की थी। शिकायत पत्र में 100 से ज्यादा शिक्षकों के नाम थे। जांच के आधार पर इन पर कार्रवाई हो रही है। जो शिक्षक गिरफ्तार हुए है, उनसे पुलिस पूछताछ कर रही है। िगरफ्तार हुए संदीप ठाले डीईओ कार्यालय में बाबू देवीदास ठाले के बेटे हैं। मोरेश्वर एंडो ले पूर्व पार्षद रूद्रेश्वर एंडो ले के चचेरे भाई हैं।
जप सीईओ, डीईओ, बीईओ के खिलाफ भी लिखा पत्र
शिक्षक भर्ती मामले के जांच अधिकारी और जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी विजय पचौरी ने कोतवाली पुलिस को शिक्षक और नियोक्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए पत्र लिखा है। पुलिस ने सात शिक्षकों पर कार्रवाई की है लेकिन नियोक्ताओं के खिलाफ अभी तक कोई सबूत नहीं होने से प्रकरण दर्ज नहीं हुआ है। पत्र में नियोक्ता में जनपद पंचायत सीईओ के साथ डीईओ, बीईओ और एक बाबू के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए लिखा है।
जािनए...इन पर भी कार्रवाई के लिए पत्र में उल्लेख
मामले में वर्तमान नियोक्ता अधिकारी जपं सीईओ अनिल पवार, तत्कालीन अधिकारी नरेंद्र अरण्य, संविलियन करने में तत्कालीन अधिकारी राकेश शर्मा, फर्जी यूनिक आईडी बनाकर वेतन आहरण करने में तत्कालीन बीईओ और वर्तमान प्रभारी डीईओ पीएन पाराशर, तत्कालीन डीईओ आरएल उपाध्याय, बाबू ज्योति खत्री, रेवानंद भट्ट पर कार्रवाई के लिए पत्र में लिखा गया है।
जांच के बाद... इन शिक्षकों की अंकसूची मिली है फर्जी
2008 में श्रीकांत पिता मधुकर चिमनकारे, तरुण पिता देवीदास ठाले, 2005 में संदीप पिता देवीदास ठाले, गणेश पिता प्रकाश सूर्यवंशी, ठाकुर सिंह पिता वेरसिंह कनासे, मोरेश्वर पिता भगवान एंडो ले, रवींद्र पिता विट्ठल बावस्कर की शिक्षक पात्रता परीक्षा की अंकसूची फर्जी निकली है।
कारण... दस्तावेजों का अभाव, इसलिए जांच धीमी
शिक्षक भर्ती घोटाले में धीमी जांच का बड़ा कारण दस्तावेजों का अभाव है। मामले में बाबू राकेश खत्री का नाम सबसे संदिग्ध है। एफआईआर के बाद से ही वह फरार है। शिक्षा विभाग में नियुक्ति संबंधी सभी दस्तावेज खत्री के पास रहते थे। इनमें से कई दस्तावेज गायब हैं। इनके अभाव में पुलिस की कार्रवाई धीमी गति से चल रही है।
50 हजार से 1 लाख रु. में बनवाई फर्जी अंकसूची
व्यापमं की संविदा शिक्षक परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने के बाद भी फर्जी अंकसूची बनाकर नियुक्तियां हुई हैं। शिक्षकों की गिरफ्तारी के साथ यह बात सामने आ रही है कि शिक्षा विभाग में फर्जी अंकसूची बनाने और नौकरी देने के नाम पर 50 हजार से एक लाख रु. तक लिए। व्यापमं में अनुत्तीर्ण होने के बाद भी दूसरों की अंकसूची के आधार पर फर्जी अंकसूची तैयार कर शिक्षा विभाग में भर्ती की। राज्य कर्मचारी संघ ने इस मामले में शिकायत की थी। शिकायत पत्र में 100 से ज्यादा शिक्षकों के नाम थे। जांच के आधार पर इन पर कार्रवाई हो रही है। जो शिक्षक गिरफ्तार हुए है, उनसे पुलिस पूछताछ कर रही है। िगरफ्तार हुए संदीप ठाले डीईओ कार्यालय में बाबू देवीदास ठाले के बेटे हैं। मोरेश्वर एंडो ले पूर्व पार्षद रूद्रेश्वर एंडो ले के चचेरे भाई हैं।
जप सीईओ, डीईओ, बीईओ के खिलाफ भी लिखा पत्र
शिक्षक भर्ती मामले के जांच अधिकारी और जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी विजय पचौरी ने कोतवाली पुलिस को शिक्षक और नियोक्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए पत्र लिखा है। पुलिस ने सात शिक्षकों पर कार्रवाई की है लेकिन नियोक्ताओं के खिलाफ अभी तक कोई सबूत नहीं होने से प्रकरण दर्ज नहीं हुआ है। पत्र में नियोक्ता में जनपद पंचायत सीईओ के साथ डीईओ, बीईओ और एक बाबू के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए लिखा है।