Recent

Recent News

स्कूल, आंगनबाड़ी से कहीं बच्चे तो कहीं शिक्षक ही गायब थे

क्षेत्र के स्कूल का जिला शिक्षा समिति की सभापति तृप्ति सिंह ने निरीक्षण किया।
विभागीय अधिकारी को देंगे निरीक्षण रिपोर्ट
स्कूल आंगनवाड़ी और छात्रावास में मिली अनियमितता के लिए जवाबदेह कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के लिए डीईओ सहित दूसरे विभाग प्रमुखों को निरीक्षण रिपोर्ट और पंचनामे की कापी भेजेंगे। -तृप्ति सिंह, सभापति जिला शिक्षा समिति
हॉस्टल में तीन ही बच्चे मिले

बंडा स्थित आदिम जाति कल्याण विभाग के छात्रावास में सिर्फ तीन बच्चे थे। हास्टल का आफिस बंद था। यही हाल सर्व शिक्षा अभियान के तहत संचालित बालिका छात्रावास की थी। छात्रावास पर ताला लगा था। वार्डन अनुपस्थित थी। सिर्फ चौकीदार हाजिरी दे रहा था।

तीन ही बच्चे थे, उपस्थिति 80 की डाल दी

रामचंद्रपुरा प्राइमरी स्कूल में एक शिक्षक उपस्थित थी। दूसरी स्कूल से गायब थी। संस्था में मौजूद शिक्षक को यह पता ही नहीं था कि शिक्षक ने अवकाश लिया है कि सरकारी काम से कहीं गई हैं। इस संस्था का किचन शेड भी बंद था। इस गांव के आंगनवाड़ी केंद्र में तीन बच्चे ही बैठे थे। जबकि रजिस्टर पर दर्ज 89 बच्चों में से 80 बच्चों के नाम के सामने पी (प्रजेंट) डाल दी गई थी। हिनौता मिडिल स्कूल में एक ही शिक्षक उपस्थित था। दूसरी गैरहाजिर था।

गांव वाले बोले, दो दिन ही खुलता है स्कूल

भास्कर संवाददाता | सागर

जिला शिक्षा समिति की सभापति तृप्ति सिंह ने सोमवार को बंडा क्षेत्र में स्कूल, हॉस्टल और आंगनवाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया। टेंटवारा गांव का प्राइमरी और मिडिल स्कूल दोपहर 12 बजे बंद मिला। ग्रामीणों का कहना था ऐसा अक्सर होता है। पूरे सप्ताह में दो से तीन दिन ही स्कूल का ताला खुलता है। घटिया टोला प्राइमरी स्कूल में उपस्थित 14 बच्चों के लिए आए मध्यांह भोजन में गिनती की 20 रोटी और जरा सी दाल झोले में रखकर लाई गई थी।सभापति दोपहर एक बजे के आसपास घटिया टोला प्राइमरी स्कूल में पहुंची। वहां स्कूल की कुर्सी- टेबल शौचालय में रखी हुई थी। क्लास रूम में ब्लैक बोर्ड नहीं था। स्कूल आए सभी 14 बच्चे बाहर जमीन पर बैठे थे।

झोले में मध्यान्ह भोजन

इस बीच झोले में बच्चों का मध्यांह भोजन आया। सभापति तृप्ति सिंह ने बताया झोले में गिनती की 20 रोटियां और डिब्बे में एक पाव दाल भी रखी थी। 20 रोटी और जरा सी दाल 14 बच्चों में परोसी जानी थी। उधर गड़र मिडिल स्कूल में भी क्लास रूम ब्लैक बोर्ड विहीन था। इस कारण शिक्षक क्लास रूम में फर्स पर बैठे बच्चों को पढ़ा भी नहीं रहे थे। प्राइमरी स्कूल में महिला शिक्षक मोबाइल में व्यस्त थी।

Sponsored link :
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC

Facebook

Comments

'; (function() { var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true; dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js'; (document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq); })();