भास्कर संवाददाता | हरदा 10वीं और 12वीं की वार्षिक परीक्षा मार्च के पहले सप्ताह में
प्रस्तावित है। जबकि अर्द्ध वार्षिक परीक्षाएं एक दिसंबर से प्रारंभ होना
है। वर्तमान में चल रहे चुनाव और छुटिट्यों के कारण पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित
हुई है। 10वीं और 12वीं में 60 से 70 प्रतिशत कोर्स पूरा हुआ है। अब
प्राचार्यों को दिसंबर तक कोर्स पूरा कराने के निर्देश मिले हैं। इसके बाद
जनवरी में प्री-बोर्ड परीक्षा होगी।
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले के प्राचार्यों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं हर हाल में दिसंबर माह तक कोर्स पूरा कराएं। इसके लिए शिक्षकों से एक्स्ट्रा क्लास लगवाई जाए। अनेक स्कूलों में एक्स्ट्रा क्लास से पढ़ाई कवर करने का प्रयास भी शुरू हो गया है। इधर पढ़ाई, प्री-टेस्ट और वार्षिक परीक्षा को लेकर बोर्ड परीक्षार्थियों की चिंता बढ़ गई है। उक्त सारी परिस्थितियों से गुजरते हुए अब परीक्षार्थियों की टेंशन और भी बढ़ गई है। कोर्स, प्री-बोर्ड के अलावा इन्हें वार्षिक परीक्षा में भी भिड़ना है।
पिछले साल रिवीजन की तैयारी चल रही थी
12वीं के छात्र आकाश शर्मा, विनय ने बताया पिछले साल दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में रिवीजन शुरू हो गया था। इस बार कोर्स ही पूरा नहीं हो सका है। हालांकि प्री बोर्ड में अभी महीने भर का समय है, लेकिन हार्ड चैप्टर में थोड़ा टाइम लगता है। काेर्स के बाद प्री-टेस्ट और फिर वार्षिक परीक्षा को लेकर परीक्षार्थी टेंशन में हैं।
स्कूलों में नहीं हो पाई अतिथि शिक्षकों की भर्ती
इस बार ऑनलाइन भर्ती प्रक्रिया के चलते अतिथि शिक्षकों की भर्ती नहीं हो पाई। जिससे स्कूलों में विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की कमी है। छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित हुई है। पिछले छह सालों से शिक्षकों की भर्ती नहीं हो पाई है। जिससे कई स्कूल अतिथि शिक्षकों के ही भरोसे हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले के प्राचार्यों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं हर हाल में दिसंबर माह तक कोर्स पूरा कराएं। इसके लिए शिक्षकों से एक्स्ट्रा क्लास लगवाई जाए। अनेक स्कूलों में एक्स्ट्रा क्लास से पढ़ाई कवर करने का प्रयास भी शुरू हो गया है। इधर पढ़ाई, प्री-टेस्ट और वार्षिक परीक्षा को लेकर बोर्ड परीक्षार्थियों की चिंता बढ़ गई है। उक्त सारी परिस्थितियों से गुजरते हुए अब परीक्षार्थियों की टेंशन और भी बढ़ गई है। कोर्स, प्री-बोर्ड के अलावा इन्हें वार्षिक परीक्षा में भी भिड़ना है।
पिछले साल रिवीजन की तैयारी चल रही थी
12वीं के छात्र आकाश शर्मा, विनय ने बताया पिछले साल दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में रिवीजन शुरू हो गया था। इस बार कोर्स ही पूरा नहीं हो सका है। हालांकि प्री बोर्ड में अभी महीने भर का समय है, लेकिन हार्ड चैप्टर में थोड़ा टाइम लगता है। काेर्स के बाद प्री-टेस्ट और फिर वार्षिक परीक्षा को लेकर परीक्षार्थी टेंशन में हैं।
स्कूलों में नहीं हो पाई अतिथि शिक्षकों की भर्ती
इस बार ऑनलाइन भर्ती प्रक्रिया के चलते अतिथि शिक्षकों की भर्ती नहीं हो पाई। जिससे स्कूलों में विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की कमी है। छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित हुई है। पिछले छह सालों से शिक्षकों की भर्ती नहीं हो पाई है। जिससे कई स्कूल अतिथि शिक्षकों के ही भरोसे हैं।