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शिक्षक करेंगे पालकों से संपर्क वर्चुअल क्लास से होगी समीक्षा

स्कूल चलें अभियान के प्रथम चरण का काम अभी पूरा नहीं हुआ है। लेकिन राज्य शिक्षा केंद्र ने अभियान के द्वितीय चरण के लिए जिला शिक्षा अधिकारी व जिला परियोजना समन्वयक को आदेश जारी कर दिए हैं। इसके तहत द्वितीय चरण का यह अभियान बच्चों के नामांकन और उपस्थिति पर आधारित रहेगा जो कि 31 जुलाई तक चलेगा। इसमें 11 जून से शिक्षक घर घर जाकर पालकों से संपर्क करेंगे ।
इसके बाद 16 जून को प्रवेशोत्सव मनाया जाएगा। इससे पहले बीआरसीसी व जन शिक्षा केंद्र प्रभारियों का प्रशिक्षण होगा,खास बात यह है कि राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा इस बार वर्चुअल क्लास के माध्यम से उत्कृष्ट विद्यालयों में अभियान की सतत मॉनीटरिंग की जाएगी। 

प्रेरकों व समुदाय की मदद से होंगे प्रवेश : राज्य शिक्षा केंद्र ने निर्देश दिए है कि अभियान के द्वितीय चरण में स्कूलों में बच्चों के 100 फीसदी प्रवेश के लिए प्रेरकों व समुदाय सहित आम जन की मदद के लिए वातावरण का निर्माण किया जाएगा। इसके तहत ग्राम- बसाहट में शाला से बाहर व शाला त्यागी बच्चों की जानकारी पंच,जनप्रतिनिधि व एसएमसी सदस्यों को प्रदान की जाए ताकि वह पालकों को अपने बच्चों को नियमित शाला भेजने के लिए प्रेरित कर सकें। 

प्रवेशोत्सव के बाद 7 दिन तक चलेंगी गतिविधियां 
द्वितीय चरण में सभी स्कूलों में 16 जून को स्कूलों में बच्चों के प्रवेश के लिए प्रवेशोत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान लगातार 7 दिनों तक सांस्कृतिक व क्रीड़ा गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। ताकि शाला में वातावरण का निर्माण किया जा सके। प्रवेशोत्सव में बच्चों व पालकों सहित जनप्रतिनिधियों और गणमान्य लोगों को बुलाया जाएगा। 

फैक्ट फाइल 
जिले में कुल प्राइमरी स्कूल-2203 

जिले में कुल मिडिल स्कूल - 726 

जिले में कुल प्राइमरी व मिडिल- 2929 

कुल दर्ज बच्चे- 159000 

लगेंगी विशेष कक्षाएं 
राज्य शिक्षा केंद्र के निर्देशों के तहत नया सत्र प्रारंभ होने से प्रत्येक स्कूल में एक माह तक बच्चों के लिए विशेष कक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत बच्चों को एक माह तक पिछली कक्षा के पाठ्य क्रम का रिवीजन तथा माह के अंत में विशेष कक्षाओं में आने वाले बच्चों की दक्षता का आकलन किया जाएगा। जिसमें कक्षा 1 व दो के बच्चों को पढ़ाना लिखना व अंक गणित का ज्ञान जरूरी होगा। 

कराएंगे पलायन करने वाले बच्चों का दाखिला 
आरएसके ने निर्देश दिए है कि पलायन कराने वाले बच्चों को अनिवार्य प्रारंभिक शिक्षा दिलाने की जवाबदारी जिला परियोजना समन्वयक की होगी। जो कि पलायन करने वाले बच्चों की सूची 15 जुलाई तक समग्र शिक्षा पोर्टल से उपलब्ध कराएंगे। ऐसी सूचियों पर प्राथमिकता के साथ कार्रवाई करते हुए 31 जुलाई तक ऐसे बच्चों का प्रवेश जिले के स्कूलों में कराना जरुरी होगा। 

अभियान के द्वितीय चरण से पहले जिला स्तर पर बीआरसीसी व जन शिक्षा केंद्र प्रभारियों का प्रशिक्षण होगा,जिसमें प्रत्येक बच्चे तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। 

पहली कक्षा में प्रवेश के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों पर समग्र शिक्षा पोर्टल से 5 से अधिक आयु के बच्चों की सूची उपलब्ध कराई जाएगी,साथ ही सर्वे के लिए दल गठित कर आंगनबाड़ी में माताओं को बुलाकर 15 जून तक संपर्क किया जाएगा। 

 शिक्षकों को आबंटित की गई प्राइमरी व मिडिल शालाओं में कक्षा 1,कक्षा 6 व कक्षा 9 में बच्चों को दर्ज कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।इसके तहत 11 से 16 जून के बीच शिक्षक प्रत्येक बच्चे के घर घर जाकर संपर्क कर प्रवेशोत्सव की जानकारी देंगे। 

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