राजगढ़/नरसिंहगढ़.
शिक्षा विभाग ने तहसील के जामोन्या गणेश स्थित हाईस्कूल का इस सत्र से हायर
सेकंडरी में उन्नयन तो कर दिया हैं। मगर सुविधाओं के विस्तार को लेकर
विभाग अभी भी पिछड़ा हुआ है। हाईस्कूल भवन में हायर सेकंडरी की कक्षाएं चल
रही हैं।
मगर अपर्याप्त जगह के कारण दो अलग-अलग विषयों की कक्षाएं एक ही
कक्ष में संचालित हो रही है, जिसका असर विद्यार्थियों की पढ़ाई पर दिखाई दे
रहा हैं। वहीं दो विषयों की कक्षाएं एक कक्ष में एक साथ संचालित होने की
वजह से विद्यार्थी ठीक ढंग से पढ़ नहीं पा रहे हैं।
हाईस्कूल
में पूर्व से पदस्थ शिक्षकों को ही हायर सेकंडरी पढ़ाने की जवाबदारी थोप
दी गई हैं। जबकि स्कूल में इस सत्र से प्रारंभ कक्षा ११वीं के लिए छह
शिक्षकों की भर्ती की जाना था, लेकिन शिक्षा विभाग अधिकारियों के उदासीन
रवैये की वजह से वहां शिक्षकों की नियुक्तियां भी नहीं हो पाई।
बिना सुविधाओं के लिए हायर सेकंडरी में
उन्नयन के कारण हाईस्कूल की व्यवस्थाएं भी बिगड़ रही है। ऐसे में शिक्षा
विभाग सहित प्रशासन को स्कूल में हायर सेकंडरी के लिहाज से व्यवस्थाएं
सुनिश्चित की जाना चाहिए।
बुनियादी सुविधाएं नहीं
ग्राम से करीब आधा किमी. दूर स्थित स्कूल में पानी, बिजली, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही है, जिसके कारण स्कूल के स्टॉफ सहित विद्यार्थियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। स्कूली बच्चे अपने घरों से पानी लेकर पहुंचते हैं। विद्यालय के पास विद्युत पोल, तार टूटने से बिजली की समस्या भी बनी रहती है। विद्यालय तक पहुंच मार्ग में पक्की सड़क नहीं होने के कारण बारिश के इन दिनों में सड़कों पर कीचड़ मचा हैं।
ग्राम से करीब आधा किमी. दूर स्थित स्कूल में पानी, बिजली, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही है, जिसके कारण स्कूल के स्टॉफ सहित विद्यार्थियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। स्कूली बच्चे अपने घरों से पानी लेकर पहुंचते हैं। विद्यालय के पास विद्युत पोल, तार टूटने से बिजली की समस्या भी बनी रहती है। विद्यालय तक पहुंच मार्ग में पक्की सड़क नहीं होने के कारण बारिश के इन दिनों में सड़कों पर कीचड़ मचा हैं।
प्राइमरी और मीडिल स्कूल में अव्यवस्थाएं
वहीं गांव के मिडिल स्कूल में भी अव्यवस्थाएं व्याप्त है। यहां वर्षों पूर्व किचन शेड का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हैं। यही नहीं स्कूल के शौचालयों की स्थिति भी जर्जर हो चुकी हैं। मामले की सत्यता को जानने के लिए शनिवार को पत्रिका टीम के निरीक्षण के दौरान जहां प्राइमरी में चार एवं मीडिल में दो ही बच्चे दिखाई दिए। मौजूदा स्कूली शिक्षकों ने बताया कि हरियाली अमावस्या के चलते आज स्कूल में बच्चे नहीं पहुंचे है। वहीं स्कूल से दो शिक्षक भी नदारत थे, जिनकी जानकारी लेने पर बताया गया कि वह शहर में पुस्तकें लाने गए हुए है। हालांकि इन बातों में कितनी सच्चाई है, इसकी जांच तो शिक्षा विभाग ही कर सकता हैं।
वहीं गांव के मिडिल स्कूल में भी अव्यवस्थाएं व्याप्त है। यहां वर्षों पूर्व किचन शेड का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हैं। यही नहीं स्कूल के शौचालयों की स्थिति भी जर्जर हो चुकी हैं। मामले की सत्यता को जानने के लिए शनिवार को पत्रिका टीम के निरीक्षण के दौरान जहां प्राइमरी में चार एवं मीडिल में दो ही बच्चे दिखाई दिए। मौजूदा स्कूली शिक्षकों ने बताया कि हरियाली अमावस्या के चलते आज स्कूल में बच्चे नहीं पहुंचे है। वहीं स्कूल से दो शिक्षक भी नदारत थे, जिनकी जानकारी लेने पर बताया गया कि वह शहर में पुस्तकें लाने गए हुए है। हालांकि इन बातों में कितनी सच्चाई है, इसकी जांच तो शिक्षा विभाग ही कर सकता हैं।
हायर सेकंडरी में
स्कूल का इसी सत्र में उन्नयन हुआ है। ऐसे में आने वाले दिनों में
व्यवस्थाएं बनेगी। हालांकि शिक्षकों की नियुक्ति, सड़क, बिजली, पानी आदि
व्यवस्थाएं सुनिश्चित किए जाने हम लगातार विभाग और प्रशासन से पत्राचार कर
रहे हैं।
- के बी सक्सेना, प्राचार्य हायर सेकंडरी स्कूल जामोन्या गणेश
- के बी सक्सेना, प्राचार्य हायर सेकंडरी स्कूल जामोन्या गणेश
फिलहाल मीटिंग में व्यस्त हूं, इस मामले को लेकर आपसे बाद में बात करती हूूं।
- श्रुति अग्रवाल, एसडीएम नरसिंहगढ़
- श्रुति अग्रवाल, एसडीएम नरसिंहगढ़