विदिशा। नया शिक्षा सत्र
शुरु हुए एक हफ्ता ही बीता है और सरकारी स्कूल के शिक्षकों की लापरवाहियां
सामने आने लगीं हैं। कहीं स्कूल समय पर नहीं खुल रहे, तो कहीं शिक्षक
नदारद मिल रहे हैं। यह खुलासा बीआरसी और जनशिक्षकों द्वारा एक हफ्ते से किए
जा रहे निरीक्षण के दौरान सामने आया।
बीआरसी लखेरा ने बताया कि बुधवार को
वे शेरपुरा माध्यमिक शाला सुबह सवा आठ बजे पहुंचे, तो एक शिक्षक विशाल
गुप्ता तीन दिन से लगातार बगैर बताए अनुपस्थित मिले। इसी प्रकार जनशिक्षकों
द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में स्कूलों की जांच के दौरान माध्यमिक शाला
जीवाजीपुर स्कूल बंद मिला। वहीं प्राथमिक शाला घाटखेड़ी सुबह 8.40 तक नहीं
खुला था। प्राथमिक शाला अहमदपुर में सुबह साढ़े आठ बजे तक वर्षा श्रीवास्तव
नहीं पहुंचीं थीं। इसी प्रकार देवराजपुर माध्यमिक शाला में भी साढ़े आठ
बजे तक गीतिका यादव अनुपस्थित पाईं गईं।
तीन साल से अनुपस्थित हैं बगैर बताए शिक्षक
लखेरा ने बताया कि 10 अप्रैल को वे
प्राथमिक शाला जीवाजीपुर निरीक्षण के लिए पहुंचे, तो पता चला कि सहायक
शिक्षक १९ मार्च 2017 से यानी करीब तीन साल से बगैर बताए अनुपस्थित हैं।
इसी प्रकार प्राथमिक शाला खुरई मूडरा में सुबह सवा नौ बजे तक शिक्षक
भोगीराम और रणवीरसिंह दांगी अनुपस्थित रहे। प्राथमिक शाला अंडियाखुद में
8.40 तक स्कूल ही बंद मिला। यही स्थिति ग्रामीण क्षेत्र के कई स्कूल की
जांच के दौरान सामने आ रही है और सरकारी स्कूल के शिक्षकों की हकीकत उजागर
हो रही है।
स्नातक के प्रथम वर्ष की परीक्षाएं शुरु,तीन पारियों में हो रहीं परीक्षाएं
विभिन्न कॉलेज में बुधवार से बीएससी,
बीकॉम और बीए के प्रथम वर्ष की परीक्षाएं शुरु हो गई हैं। परीक्षाओं को
लेकर विद्यार्थियों में खासा उत्साह देखने को मिला। सुबह की पारी में सात
बजे से 10 बजे तक बीएससी प्रथम वर्ष की परीक्षाएं हुईं। दूसरी पारी में 11
बजे से दो बजे तक बीकॉम प्रथम वर्ष की परीक्षाएं हुईं। इसी प्रकार तीसरे
पारी में दोपहर तीन से छह बजे तक बीए की परीक्षाएं शुरु हुईं। छात्राओं के
अनुसार प्रश्नपत्र सरल आए। वहीं लीड कॉलेज प्राचार्य डॉ. एम प्रसाद ने
बताया कि परीक्षाएं 25 मई तक चलेंगीं। वहीं 31 मार्च से नौ अप्रैल के बीच
होने वाली परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है, यह परीक्षाएं अगले माह
होंगीं। प्राचार्य के अनुसार जिलेभर में पहले दिन शांतिपूर्वक परीक्षाएं
हुईं।