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प्रदेश की प्रावीण्य सूची में जिले से १५ विद्यार्थी

बालाघाट. बोर्ड कक्षाओं के परीक्षा परिणाम में इस बार जिले के विद्यार्थियों ने इतिहास रच दिया है। दरसअल, दोनों ही कक्षाओं की प्रदेश की प्रावीण्य सूची में इस बार १५ विद्यार्थियों ने अपना नाम दर्ज कराया है। जिसमें कक्षा 12 वीं में 5 और कक्षा 10 वीं में 10 छात्र-छात्राओं ने प्रदेश की प्रावीण्य सूची में अपना नाम दर्ज किया है। हालांकि, परीक्षा परिणामों की घोषणा १४ मई को होगी।
लेकिन इसके पूर्व ही प्रावीण्य सूची में शामिल विद्यार्थियों को सम्मानित किए जाने के लिए उन्हें भोपाल बुलवा लिया गया है। १४ मई को भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा छात्र-छात्राओं का सम्मान किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार बालाघाट जिले से पहली बार इतनी संख्या में विद्यार्थियों ने प्रदेश की प्रावीण्य सूची में अपना नाम दर्ज कराया है। जिसमें सर्वाधिक छात्राएं शामिल है।
ये विद्यार्थी हैं प्रदेश की मेरिट सूची में
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी अनुसार कक्षा 12 वीं में शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय बालाघाट से पुष्पांजलि पिता अनिल बघेल, दादाबाड़ी जैन उमावि बालाघाट से डिंपल पिता दीपेंद्र जैन, वैदिक कान्वेंट स्कूल लालबर्रा से साक्षी पिता हरिलाल पटले और शासकीय कन्या उमावि उकवा से विनिता पिता अन्नालाल पांडे ने प्रदेश की मेरिट सूची में स्थान प्राप्त किया है। इसी प्रकार कक्षा 10 वीं में की प्रदेश की मेरिट सूची में एमसीएस उमावि बालाघाट वैष्णवी पिता सत्येंद्र शरणागत, शासकीय उमावि झालीवाड़ा (वारासिवनी) से लक्ष्मी पिता चरणलाल राहंगडाले, शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय बालाघाट से चित्रकला पिता जियालाल मरठे, मयूर पिता रामकुमार मरठे, खुशी पिता गुलाब यादव, जान्हवी पिता रामेश्वर पांचे, शासकीय हाईस्कूल घंसा से स्नेहा पिता उदेलाल उपराड़े, शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय कटंगी से धूर्वा पिता रविन्द्र हरिनखेड़े, अरुणोदय हाई स्कूल कनकी से मेघा पिता उमेश बिसेन और शासकीय हाईस्कूल नेवगांव (कटंगी) से पल्लवी पिता प्रभुदयाल ने प्रदेश की प्रावीण्य सूची में अपना नाम दर्ज किया है।
दिव्यांग अभिजीत भी बना टॉपर
प्रदेश की हायर सेकेंडरी स्कूल परीक्षा में जिले के दिव्यांग छात्र अभिजीत पिता सुरजीत सिंह नगपुरे ने भी मेरिट सूची में अपना नाम दर्ज कराया है। अभिजीत बालाघाट जिले के बावनथड़ी गुरुकुल स्कूल चिखलाबांध का छात्र है। छात्र अभिजीत के अनुसार वह लालपुर में अपने नाना डोमनसिंग नगपुरे पूर्व मंत्री के घर से रहकर पढ़ाई करता था। स्कूल जाने के लिए वह करीब दस किमी का सफर तय करता था। लालपुर से चिखलाबांध तक स्कूल लाने-ले-जाने का कार्य लालपुर निवासी शासकीय प्राथमिक शाला चिखलाबांध में पदस्थ शिक्षिका संगीता तिवारी द्वारा किया जाता था। उन्होंने बताया कि पिता सुरजीत नगपुरे इंजीनियर है जो सिवनी में रहते है। जिनका व्यवसाय भी सिवनी में है जो कि गिट्टी क्रेसर संचालित करते हैं। माता इंदुमती नगपुरे गृहणी है जिनके मार्गदर्शन में अभिजीत ने अपनी परीक्षा की तैयारी की। इधर, बावनधड़ी गुरूकुल स्कूल के प्रचार्य डीके डहरवाल ने बताया कि अभिजीत मूकबधिर दिव्यांग है। जिसके कारण उसका ध्यांन स्कूल में ज्यादा रखना पड़ता था। उसके क्लास टीचर डीडी डोंगरे के द्वारा उसे पूर्ण लगन के साथ तैयारी करवाई गई। अभिजीत ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षिका संगीता तिवारी और अपने स्कूल के सभी शिक्षकों को दिया है।

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