Advertisement

सीएलसी राउंड के दूसरे चरण के बाद भी प्रवेश से वंचित रह जाएंगी हजारों छात्राएं

उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेज लेवल काउंसिलिंग के पहले चरण के बाद भी दाखिला न ले पाने वाले विद्यार्थियों की परेशानी को देखते हुए दूसरे चरण की घोषणा कर दी है।
सीएलसी राउंड का दूसरा चरण 20 अगस्त से शुरू होगा। सागर में सबसे ज्यादा करीब दो हजार छात्राएं अब तक दाखिला लेने से वंचित हैं।

हैरानी की बात तो यह है कि दूसरे चरण की घोषणा के बाद भी छात्राओं को शहर के शासकीय कॉलेजों में दाखिला नहीं मिल सकेगा। वजह है कॉलेजों में सीटों का अभाव। दाखिले से वंचित 70 फीसदी छात्राएं बीए में एडमिशन चाहती हैं, लेकिन एक तरफ गर्ल्स एक्सीलेंस कॉलेज प्रबंधन यूजी की सीटें बढ़ाने को तैयार नहीं है, वहीं आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज ने जो 300 सीटें बढ़ाई थीं उन सभी पर दाखिले किए जा चुके हैं। ऐसे में अब मजबूरन इन छात्राओं को आसपास के शासकीय या प्राइवेट कॉलेजों में दाखिला लेना पड़ेगा।

गर्ल्स कॉलेज में 729 सीटें खाली, लेकिन आर्ट्स ग्रुप की छात्राओं को एक भी नहीं : गर्ल्स एक्सीलेंस कॉलेज में यूजी के लिए 4823 सीटें थीं, इनमें से अब तक 4094 सीटों पर दाखिले किए जा चुके हैं। सीएलसी राउंड के दूसरे चरण के लिए 729 सीटें खाली हैं। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि आर्ट्स ग्रुप की एक भी छात्रा इन सीटों पर दाखिला नहीं ले सकेगी। क्योंकि बीए सभी 1200 और होम्स साइंस ग्रुप की सभी 75 सीटें भरी है, जो खाली है उनमें बीबीए, बीसीए, बायोटेक्नोलॉजी, इंडस्ट्रियल केमेस्ट्री और बीएससी कम्प्यूटर एप्लीकेशन जैसे कोर्स हैं, जिनमें केवल साइंस ग्रुप से 12 वीं पास विद्यार्थी ही प्रवेश ले सकते हैं।

बीए में प्रवेश के लिए इन कॉलेजों में

कर सकते हैं आवेदन

सीएलसी राउंड के दूसरे चरण में बीए के लिए छात्राएं गर्ल्स कॉलेज की जगह मकरोनिया, आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज और नरयावली कॉलेज में आवेदन कर सकती हैं। आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज में बीए की 1500 सीटों में से 100 सीटें अब भी खाली हैं, वहीं मकरोनिया कॉलेज में बीए की 375 सीटों में से 15 खाली हैं। नरयावली के आसपास रहने वाले विद्यार्थी नरयावली कॉलेज में भी आवेदन कर सकते हैं यहां अब भी बीए 150 सीटें खाली पड़ी हैं। इसके अलावा मकरोनिया कॉलेज में बीकॉम की 250 सीटों में से 200, बीएससी बायोग्रुप की 250 में से 220 और मेथ्सग्रुप में 250 में से 208 सीटें खाली हैं।

भास्कर संवाददाता | सागर

उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेज लेवल काउंसिलिंग के पहले चरण के बाद भी दाखिला न ले पाने वाले विद्यार्थियों की परेशानी को देखते हुए दूसरे चरण की घोषणा कर दी है। सीएलसी राउंड का दूसरा चरण 20 अगस्त से शुरू होगा। सागर में सबसे ज्यादा करीब दो हजार छात्राएं अब तक दाखिला लेने से वंचित हैं।

हैरानी की बात तो यह है कि दूसरे चरण की घोषणा के बाद भी छात्राओं को शहर के शासकीय कॉलेजों में दाखिला नहीं मिल सकेगा। वजह है कॉलेजों में सीटों का अभाव। दाखिले से वंचित 70 फीसदी छात्राएं बीए में एडमिशन चाहती हैं, लेकिन एक तरफ गर्ल्स एक्सीलेंस कॉलेज प्रबंधन यूजी की सीटें बढ़ाने को तैयार नहीं है, वहीं आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज ने जो 300 सीटें बढ़ाई थीं उन सभी पर दाखिले किए जा चुके हैं। ऐसे में अब मजबूरन इन छात्राओं को आसपास के शासकीय या प्राइवेट कॉलेजों में दाखिला लेना पड़ेगा।

गर्ल्स कॉलेज में 729 सीटें खाली, लेकिन आर्ट्स ग्रुप की छात्राओं को एक भी नहीं : गर्ल्स एक्सीलेंस कॉलेज में यूजी के लिए 4823 सीटें थीं, इनमें से अब तक 4094 सीटों पर दाखिले किए जा चुके हैं। सीएलसी राउंड के दूसरे चरण के लिए 729 सीटें खाली हैं। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि आर्ट्स ग्रुप की एक भी छात्रा इन सीटों पर दाखिला नहीं ले सकेगी। क्योंकि बीए सभी 1200 और होम्स साइंस ग्रुप की सभी 75 सीटें भरी है, जो खाली है उनमें बीबीए, बीसीए, बायोटेक्नोलॉजी, इंडस्ट्रियल केमेस्ट्री और बीएससी कम्प्यूटर एप्लीकेशन जैसे कोर्स हैं, जिनमें केवल साइंस ग्रुप से 12 वीं पास विद्यार्थी ही प्रवेश ले सकते हैं।

नए नियम में प्राइवेट परीक्षा देकर अगले सत्र से हो सकते हैं नियमित

जिला नोडल अधिकारी डॉ. नीलिमेश वर्मा बताते हैं कि यदि विद्यार्थी इस सत्र में दाखिला लेने में असफल रहते हैं तो वे उच्च शिक्षा विभाग के नए नियमानुसार छत्रसाल विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित होने वाली प्राइवेट परीक्षा से यह सत्र पास कर अगले सत्र से विवि से संबद्ध किसी भी कॉलेज में जहां सीटें खाली हों वहां नियमित विद्यार्थी बन सकते हैं।

UPTET news

'; (function() { var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true; dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js'; (document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq); })();

Facebook