Advertisement

शिक्षक पदस्थापना: काउंसलिंग के बाद भूले जिम्मेदार, मॉडल और उत्कृष्ट विद्यालयों में नहीं नियुक्त हुए टीचर

सतना। मॉडल और उत्कृष्ट विद्यालयों में उच्च शैक्षणिक गुणवत्ता के मद्देनजर स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश स्तर पर एक साथ आनलाइन परीक्षा ली थी। उसके बाद हाल ही में पदस्थापना के लिए काउंसलिंग भी की गई। लेकिन जिले में अभी तक काउंसिलिंग के बाद भी पदस्थापना के रिजल्ट जारी नहीं किए जा रहे हैं।
जबकि अन्य जिलों की स्थिति यह है कि वहां विद्यालयों में शिक्षकों की पदस्थापना हो चुकी है। यह आदेश कलेक्टर को जारी करने हैं।
जानकारी के अनुसार मॉडल और उत्कृष्ट विद्यालयों में नए सिरे से शिक्षकों की भर्र्ती के लिए 24 जुलाई 2017 को स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश स्तर पर आनलाइन परीक्षा आयोजित की थी। इस परीक्षा के लिए संबंधित शिक्षक का पोस्ट ग्रेजुअट और बीएड अनिवार्य था। आयुक्त लोक शिक्षण ने मॉडल और उत्कृष्ट विद्यालयों में नए सिरे से पोस्टिंग के निर्देश अपने आदेश में जारी किए थे।
कमेटी में मौजूद नहीं रहे तय अधिकारी
जिले में शैक्षणिक गुणवत्ता की किस हद तक अनदेखी की गई इसका भी उदाहरण काउंसलिंग में देखने को मिला। जिले के सर्वश्रेष्ठ शासकीय विद्यालयों के लिये होने वाली पदस्थापना के लिये जिले के आला-अधिकारी गंभीर नजर नहीं आए। न तो काउसिलिंग में कलेक्टर बैठे न ही जिपं सीइओ और निगमायुक्त ने अपनी मौजूदगी दिखाई। बल्कि वे लोग बैठे जो समिति में न तो नामांकित थे और न ही पात्र थे।
निरस्त की गई पहली काउंसलिंग
पहली काउंसलिंग 28 जुलाई को बुलाई गई। लेकिन उसमें डीइओ द्वारा काउंसङ्क्षलग के मापदंड जो तय किए गए थे वे शासन के नियमों के विपरीत रखे गए थे। उन्होंने अध्यापकों और वरिष्ठ अध्यापकों की अलग-अलग काउंसलिंग करवा दी। जो कि गलत था। इस आधार पर यह काउंसलिंग निरस्त की गई।
दोबारा 5 अगस्त को काउंसलिंग
कलेक्टर ने दोबारा काउंसलिंग 5 अगस्त को करवाई। यह काउंसलिंग 30 जुलाई को आए शिक्षा विभाग के नए आदेश के तहत विषयवार पदस्थापना के तहत करनी थी। 5 अगस्त को काउंसलिंग के बाद अब कलेक्टर इसके अभी तक परिणाम जारी नहीं कर सके हैं। जबकि अन्य जिलों की स्थिति यह है कि वहां पदस्थापना आदेश जारी हो चुके हैं और शिक्षकों ने अपनी ज्वाइनिंग भी दे दी है। इस नियुक्ति के कारण न संबंधित संस्थाओं में अतिथि शिक्षक रखे जा सके न ही वहां से हटने वाले शिक्षक पढ़ाई में रुचि ले रहे हैं।

एक साल बाद आया रिजल्ट
2017 में हुई इस परीक्षा का परिणाम एक साल बाद 24 जुलाई 2018 को आया। इसमें कहा गया कि जिलास्तर पर गठित कमेटी द्वारा काउंसलिंग के माध्यम से पदस्थापना आदेश जारी करने कहा गया। इसके लिए जिला स्तर पर कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई। जिसमें जिपं सीईओ, निगमायुक्त, जिला शिक्षा अधिकारी, डाइट प्राचार्य तथा दो शिक्षाविद रखने कहा गया था। इस आधार पर सतना में भी कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर 28 जुलाई को काउंसलिंग की तिथि रखी गई।

UPTET news

'; (function() { var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true; dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js'; (document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq); })();

Facebook