शासन संविदा अध्यापक भर्ती परीक्षा के जरिए 41500 पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति कर रहा है। पहली बार यह परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की जाएगी। परीक्षा के लिए वे ही उम्मीदवार पात्र माने जाएंगे, जिन्होंने बीएड, डीए या एमएड कम्पलीट कर लिया है।
इस नियम के चलते फाइनल ईयर वाले सभी छात्र अपात्र हो गए हैं। शिक्षक बनने के लिए अब उन्हें अगली चयन परीक्षा तक इंतजार करना होगा।
संविदा अध्यापक भर्ती में शासन की अनोखी शर्त, फाइनल ईयर के छात्र नहीं कर सकेंगे आवेदन। बीएड, डीएड एवं एमएड कंपलीट कर चुके छात्र ही भर्ती में शामिल हो सकेंगे। इस शर्त के चलते सागर जिले में फाइनल ईयर के 1100 से अधिक विद्यार्थी इस बार भर्ती परीक्षा से अलग-थलग रह जाएंगे।
प्रदेश में 41500 पदों पर होना है नए सत्र के लिए शिक्षकों की भर्ती : सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी खत्म करने के लिए सरकार संविदा अध्यापक वर्ग-1, वर्ग-2 एवं वर्ग-3 के तहत भर्ती परीक्षा आयोजित कर रही है। परीक्षा का जिम्मा पीईबी को दिया गया है। 28 फरवरी से 27 मार्च तक परीक्षा के ऑनलाइन आवेदन बुलाए गए हैं। 19 जून, 17 जुलाई और 31 जुलाई को पेपर होंगे। परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों में से 41500 पदों पर संविदा अध्यापकों का चयन किया जाएगा।
विभाग के भर्ती नियमों के अनुसार परीक्षा में केवल वे ही उम्मीदवार हिस्सा ले सकेंगे, जिनका बीएड, डीएड या एमएड कंपलीट हो चुका है। यानी जो छात्र अभी फाइनल ईयर (सेकंड) में हैं और जिन्हें भर्ती परीक्षा से पहले डिग्री मिलना है, वे अपात्र माने जा रहे हैं। शासन के इस नियम के चलते प्रदेश के हजारों आवेदकों का शिक्षक बनने का सपना टूट गया है। क्योंकि इससे पहले बीएड, डीएड और एमएड विद्यार्थियों पर बंदिश नहीं थी।
पहली बार ऑनलाइन होगी परीक्षा : संविदा शिक्षकों की भर्ती परीक्षाओं में गड़बडिय़ां उजागर होने के बाद पहली बार अब ऑनलाइन परीक्षा ली जा रही है। परीक्षार्थियों को शहर, स्थान, तारीख और अलग-अलग समय दिया जाएगा। उन्हें सवालों के जवाब ऑनलाइन देने होंगे। आवेदकों को परीक्षा फॉर्म और अन्य दस्तावेज ऑनलाइन ही देने होंगे। ताकि फर्जीवाड़ा न हो।
भर्ती नियम सौंपने की तैयारी : शिक्षा विभाग के कहने पर पीईबी ने परीक्षा तारीख तो घोषित कर दी है लेकिन नियमावली जारी नहीं की है। भर्ती नियम लोक शिक्षण संचालनालय में तैयार हैं। बस पीईबी को उपलब्ध कराना है। विभागीय सूत्रों का कहना है, पीईबी को इसी सप्ताह भर्ती नियम सौंप देंगे।
यह सही है कि इस बार संविदा शिक्षक भर्ती परीक्षा में सिर्फ बीएड, डीएड और एमएड कम्पलीट करने वाले उम्मीदवारों को शामिल करने का फैसला हुआ है। हालांकि इस पर आपत्तियां आई हैं। शासन नए नियम पर विचार कर रहा है। फिलहाल इस संबंध में कोई नीतिगत फैसला नहीं लिया गया है। - दीपक जोशी, स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
पीईबी सिर्फ परीक्षा आयोजित कर संबंधित विभाग के नियमों के अनुसार चयन करता है। संविदा अध्यापक भर्ती के लिए शिक्षा विभाग ने क्या नियम तय किए हैं, इस पर कुछ नहीं कह सकता। वैसे भी हमें विभाग से भर्ती नियम नहीं मिले हैं। - आलोक चौबे, परीक्षा नियंत्रक, पीईबी
संविदा अध्यापक भर्ती में बीएड, डीएड और एमएड सेकंड (अंतिम) वर्ष के उम्मीदवारों को पात्र नहीं माना गया है। परीक्षा होने तक हमारा कोर्स कंपलीट हो जाएगा और हम पात्र हो जाएंगे। नए नियम से हमारा शिक्षक बनने का सपना टूट जाएगा। इस नियम को बदलकर हमें भी मौका मिलना चाहिए। - शुभम, अंकिता, राजेश, सपना (सभी छात्र बीएड सेकंड ईयर)
अंतिम वर्ष के छात्रों को करना होगा अगली परीक्षा का इंतजार
प्रदेश के करीब 1.23 लाख सरकारी स्कूलों में 47 हजार शिक्षकों की कमी है। इस बार भर्ती में 41500 पदों पर चयन होना है। यानी 5500 पद फिर भी खाली रह जाएंगे। हालांकि पदों की संख्या बढ़ाई गई है। पहले 36 हजार पदों पर ही भर्ती करना तय हुआ था। वित्त विभाग ने तो मात्र 18 हजार पदों की सिफारिश की थी। नियमानुसार 35 छात्रों पर एक शिक्षक होना चाहिए। फिलहाल यह आंकड़ा कई जगहों पर 100 छात्रों पर एक शिक्षक का है। अंग्रेजी, गणित और विज्ञान के शिक्षकों की कमी के कारण इन विषयों का रिजल्ट भी कई साल से बिगड़ रहा है।
संविदा अध्यापक के तीनों वर्ग की परीक्षा में 20 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल होंगे। पदों की संख्या के मुताबिक एक पद के लिए 40 दावेदार होंगे। भर्ती में अतिथि शिक्षकों को बोनस अंक मिलेंगे। 200 से 399 दिवस तक पढ़ाने का अनुभव होने पर 5 अंक, 400 से 599 दिन पढ़ाने पर 10 अंक और 600 दिन से अधिक दिवस पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षकों को 15 बोनस अंक मिलेंगे।
इस नियम के चलते फाइनल ईयर वाले सभी छात्र अपात्र हो गए हैं। शिक्षक बनने के लिए अब उन्हें अगली चयन परीक्षा तक इंतजार करना होगा।
संविदा अध्यापक भर्ती में शासन की अनोखी शर्त, फाइनल ईयर के छात्र नहीं कर सकेंगे आवेदन। बीएड, डीएड एवं एमएड कंपलीट कर चुके छात्र ही भर्ती में शामिल हो सकेंगे। इस शर्त के चलते सागर जिले में फाइनल ईयर के 1100 से अधिक विद्यार्थी इस बार भर्ती परीक्षा से अलग-थलग रह जाएंगे।
प्रदेश में 41500 पदों पर होना है नए सत्र के लिए शिक्षकों की भर्ती : सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी खत्म करने के लिए सरकार संविदा अध्यापक वर्ग-1, वर्ग-2 एवं वर्ग-3 के तहत भर्ती परीक्षा आयोजित कर रही है। परीक्षा का जिम्मा पीईबी को दिया गया है। 28 फरवरी से 27 मार्च तक परीक्षा के ऑनलाइन आवेदन बुलाए गए हैं। 19 जून, 17 जुलाई और 31 जुलाई को पेपर होंगे। परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों में से 41500 पदों पर संविदा अध्यापकों का चयन किया जाएगा।
विभाग के भर्ती नियमों के अनुसार परीक्षा में केवल वे ही उम्मीदवार हिस्सा ले सकेंगे, जिनका बीएड, डीएड या एमएड कंपलीट हो चुका है। यानी जो छात्र अभी फाइनल ईयर (सेकंड) में हैं और जिन्हें भर्ती परीक्षा से पहले डिग्री मिलना है, वे अपात्र माने जा रहे हैं। शासन के इस नियम के चलते प्रदेश के हजारों आवेदकों का शिक्षक बनने का सपना टूट गया है। क्योंकि इससे पहले बीएड, डीएड और एमएड विद्यार्थियों पर बंदिश नहीं थी।
पहली बार ऑनलाइन होगी परीक्षा : संविदा शिक्षकों की भर्ती परीक्षाओं में गड़बडिय़ां उजागर होने के बाद पहली बार अब ऑनलाइन परीक्षा ली जा रही है। परीक्षार्थियों को शहर, स्थान, तारीख और अलग-अलग समय दिया जाएगा। उन्हें सवालों के जवाब ऑनलाइन देने होंगे। आवेदकों को परीक्षा फॉर्म और अन्य दस्तावेज ऑनलाइन ही देने होंगे। ताकि फर्जीवाड़ा न हो।
भर्ती नियम सौंपने की तैयारी : शिक्षा विभाग के कहने पर पीईबी ने परीक्षा तारीख तो घोषित कर दी है लेकिन नियमावली जारी नहीं की है। भर्ती नियम लोक शिक्षण संचालनालय में तैयार हैं। बस पीईबी को उपलब्ध कराना है। विभागीय सूत्रों का कहना है, पीईबी को इसी सप्ताह भर्ती नियम सौंप देंगे।
यह सही है कि इस बार संविदा शिक्षक भर्ती परीक्षा में सिर्फ बीएड, डीएड और एमएड कम्पलीट करने वाले उम्मीदवारों को शामिल करने का फैसला हुआ है। हालांकि इस पर आपत्तियां आई हैं। शासन नए नियम पर विचार कर रहा है। फिलहाल इस संबंध में कोई नीतिगत फैसला नहीं लिया गया है। - दीपक जोशी, स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
पीईबी सिर्फ परीक्षा आयोजित कर संबंधित विभाग के नियमों के अनुसार चयन करता है। संविदा अध्यापक भर्ती के लिए शिक्षा विभाग ने क्या नियम तय किए हैं, इस पर कुछ नहीं कह सकता। वैसे भी हमें विभाग से भर्ती नियम नहीं मिले हैं। - आलोक चौबे, परीक्षा नियंत्रक, पीईबी
संविदा अध्यापक भर्ती में बीएड, डीएड और एमएड सेकंड (अंतिम) वर्ष के उम्मीदवारों को पात्र नहीं माना गया है। परीक्षा होने तक हमारा कोर्स कंपलीट हो जाएगा और हम पात्र हो जाएंगे। नए नियम से हमारा शिक्षक बनने का सपना टूट जाएगा। इस नियम को बदलकर हमें भी मौका मिलना चाहिए। - शुभम, अंकिता, राजेश, सपना (सभी छात्र बीएड सेकंड ईयर)
अंतिम वर्ष के छात्रों को करना होगा अगली परीक्षा का इंतजार
प्रदेश के करीब 1.23 लाख सरकारी स्कूलों में 47 हजार शिक्षकों की कमी है। इस बार भर्ती में 41500 पदों पर चयन होना है। यानी 5500 पद फिर भी खाली रह जाएंगे। हालांकि पदों की संख्या बढ़ाई गई है। पहले 36 हजार पदों पर ही भर्ती करना तय हुआ था। वित्त विभाग ने तो मात्र 18 हजार पदों की सिफारिश की थी। नियमानुसार 35 छात्रों पर एक शिक्षक होना चाहिए। फिलहाल यह आंकड़ा कई जगहों पर 100 छात्रों पर एक शिक्षक का है। अंग्रेजी, गणित और विज्ञान के शिक्षकों की कमी के कारण इन विषयों का रिजल्ट भी कई साल से बिगड़ रहा है।
संविदा अध्यापक के तीनों वर्ग की परीक्षा में 20 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल होंगे। पदों की संख्या के मुताबिक एक पद के लिए 40 दावेदार होंगे। भर्ती में अतिथि शिक्षकों को बोनस अंक मिलेंगे। 200 से 399 दिवस तक पढ़ाने का अनुभव होने पर 5 अंक, 400 से 599 दिन पढ़ाने पर 10 अंक और 600 दिन से अधिक दिवस पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षकों को 15 बोनस अंक मिलेंगे।