नगर के युवाओं के माध्यम से यंग एंड अनएम्प्लॉयड वेलफेयर एसोसिएशन संस्था
का स्थापना की गई है। इससे नगर सहित क्षेत्र के शिक्षित युवाओं को
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में मदद मिलेगी।
संस्था युवाओं को नि:शुल्क रूप से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रशिक्षण देगी। साथ ही समय-समय पर कार्यशाला आयोजित करवा कर विद्वानों के माध्यम से युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के विषय में सलाह व प्रशिक्षण दिया जाएगा। नए साल पर मंगलवार को संस्था का शुभारंभ हुआ। इसमें नगर सहित क्षेत्र से 500 युवा व अतिथि विद्वानों ने सहभागिता की। साथ ही अपने अनुभव विद्यार्थी युवाओं के साथ साझा किए।
संस्था के स्थापना कार्यक्रम में उपस्थित विद्यार्थी व अतिथिगण।
क्षेत्र से सिविल सर्विस परीक्षा में कम ही हुआ चयन
नगर में 1977 में हायर सेकंडरी स्कूल होने के बाद भी यहां सिविल सर्विस परीक्षा में चयनित प्रतिभाओं का आंकड़ा बहुत कम है। वैसे तो क्षेत्र में बहुत सारी प्रतिभाएं हैं। लेकिन मार्गदर्शन के अभाव में नगर के युवा अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं। कई युवा तो अपने पास बड़ी-बड़ी डिग्री के बावजूद दो-चार हजार रुपए की प्रायवेट नौकरी करने के लिए मजबूर हो रहे हैं। इससे दुखी होकर सोनू महाकाल व अमित कुशवाह ने करियर सेल बड़वानी के मार्गदर्शक डॉ. मधुसूदन चौबे से मिले और एस संस्था बनाने का विचार रखा। जोकि निशुल्क प्रशिक्षण दे सकें। इस कार्य में उनका सहयोग ललीता महाकाल, मनीष गुप्ता, रविंद्र वर्मा, भावना वर्मा, पिंकी महाकाल, संतोष अमझरे, मनीष राठौड़, साक्षी व कशिश ने किया।
रोजाना चार से पांच घंटे पढ़ाई करके भी निकाल सकते हैं प्रतियोगी परीक्षा
कार्यक्रम अतिथि के रूप में शामिल हुए पीजी कॉलेज बड़वानी के प्राचार्य सीएल खिंची ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने के लिए युवा चाहें तो वे चार से पांच घंटे पढ़ाई करने भी सफलता प्राप्त कर सकते हैं। इस दौरान डॉ. मधुसूदन चौबे ने कहा कि आत्मविश्वास ही जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है। अगर आत्मविश्वास है तो व्यक्ति सब कुछ खोकर भी दोबारा पा सकता है।
संस्था के माध्यम से इन परीक्षाओं का देंगे प्रशिक्षण
संस्था के माध्यम से युवाओं को शिक्षक भर्ती, एसएससी, फारेस्ट, पुलिस भर्ती, सीटीईटी, नेट, केवीएस आदि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
संस्था युवाओं को नि:शुल्क रूप से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रशिक्षण देगी। साथ ही समय-समय पर कार्यशाला आयोजित करवा कर विद्वानों के माध्यम से युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के विषय में सलाह व प्रशिक्षण दिया जाएगा। नए साल पर मंगलवार को संस्था का शुभारंभ हुआ। इसमें नगर सहित क्षेत्र से 500 युवा व अतिथि विद्वानों ने सहभागिता की। साथ ही अपने अनुभव विद्यार्थी युवाओं के साथ साझा किए।
संस्था के स्थापना कार्यक्रम में उपस्थित विद्यार्थी व अतिथिगण।
क्षेत्र से सिविल सर्विस परीक्षा में कम ही हुआ चयन
नगर में 1977 में हायर सेकंडरी स्कूल होने के बाद भी यहां सिविल सर्विस परीक्षा में चयनित प्रतिभाओं का आंकड़ा बहुत कम है। वैसे तो क्षेत्र में बहुत सारी प्रतिभाएं हैं। लेकिन मार्गदर्शन के अभाव में नगर के युवा अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं। कई युवा तो अपने पास बड़ी-बड़ी डिग्री के बावजूद दो-चार हजार रुपए की प्रायवेट नौकरी करने के लिए मजबूर हो रहे हैं। इससे दुखी होकर सोनू महाकाल व अमित कुशवाह ने करियर सेल बड़वानी के मार्गदर्शक डॉ. मधुसूदन चौबे से मिले और एस संस्था बनाने का विचार रखा। जोकि निशुल्क प्रशिक्षण दे सकें। इस कार्य में उनका सहयोग ललीता महाकाल, मनीष गुप्ता, रविंद्र वर्मा, भावना वर्मा, पिंकी महाकाल, संतोष अमझरे, मनीष राठौड़, साक्षी व कशिश ने किया।
रोजाना चार से पांच घंटे पढ़ाई करके भी निकाल सकते हैं प्रतियोगी परीक्षा
कार्यक्रम अतिथि के रूप में शामिल हुए पीजी कॉलेज बड़वानी के प्राचार्य सीएल खिंची ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने के लिए युवा चाहें तो वे चार से पांच घंटे पढ़ाई करने भी सफलता प्राप्त कर सकते हैं। इस दौरान डॉ. मधुसूदन चौबे ने कहा कि आत्मविश्वास ही जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है। अगर आत्मविश्वास है तो व्यक्ति सब कुछ खोकर भी दोबारा पा सकता है।
संस्था के माध्यम से इन परीक्षाओं का देंगे प्रशिक्षण
संस्था के माध्यम से युवाओं को शिक्षक भर्ती, एसएससी, फारेस्ट, पुलिस भर्ती, सीटीईटी, नेट, केवीएस आदि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।