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बीएड के तीसरे चरण की काउंसलिंग में हजारों सीटें खाली, देना पड़ा चौथा चरण

राजगढ़। नईदुनिया न्यूज
उच्च शिक्षा विभाग ने बीएड की काउंसलिंग के तीसरे चरण की समाप्ति के बाद शेष रह गए विद्यार्थियों को एक और मौका देते हुए चौथे चरण के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। जिन विद्यार्थियों ने तीसरे चरण तक भी बीएड के लिए पंजीयन नहीं कराया था, वे इस चरण में पंजीयन करा सकते हैं। हालांकि यह माना जा रहा था कि तीन चरण खत्म होने के बाद उच्च शिक्षा विभाग सीएलसी राउंड दे सकता है, लेकि न ऐसा इस बार भी नहीं हुआ है। बीएड महाविद्यालय के संचालकों की माने तो संभवतः यह आखिरी चरण होगा। इसके बाद पंजीयन होने के लिए दोबारा लिंक खुल जाए तो बहुत बड़ी बात होगी।

गौरतलब है कि पूरे प्रदेश में बीएड की हजारों सीटें तीन चरण खत्म होने के बावजूद खाली पड़ी हैं। शुक्रवार शाम जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि जो विद्यार्थी नए पंजीयन नहीं करा सके हैं, वे 23 से 26 जून तक पंजीयन करा सकें गे। इसकी समेकि त मेरिट सूची का प्रकाशन एक जुलाई को होगा और 5 जुलाई को मेरिट एवं वरीयता सूची के आधार पर सीट आवंटित की जाएगी। गौरतलब है कि इस बार भी कई महाविद्यालयों की ढेरों सीट खाली रह गई हैं।
चार साल के भय ने भराई कई सीटें
गौरतलब है कि इस बार भी पिछली बार की ही तरह यह प्रचारित किया गया कि अगले साल से बीएड चार वर्ष का हो जाएगा। हालांकि शासन की तरफ से कभी इस तरह का नोटिफिकेशन ठोस रूप से नहीं आया। नतीजा यह रहा कि पिछली बार काफी सीटें भर गई थी। इस बार भी महाविद्यालयों ने कु छ इस तरह से प्रचारित कि या, लेकि न बावजूद इसके कई सीटें इस बार खाली रह गई।
नोटिफिकेशन में विभाग से हुई बड़ी गलती
21 जून को जारी उच्च शिक्षा विभाग के चौथे चरण के आदेश में विभाग ने बड़ी त्रुटि कर दी। दरअसल, शुरू की लाइन में ही 2019-20 की जगह 2018-19 लिख दिया गया। इससे असमंजस के भी हालात बने कि यह नोटिफिकेशन सही भी है या फर्जी। बाद में इसकी पुष्टि हो पाई। हालांकि अतिरिक्त चरण के लिए काउंसलिंग के लिए घोषित तिथियों में कि सी प्रकार की गलती नहीं थी।
597 महाविद्यालयों की 13 हजार 894 सीटें हैं खाली
प्रदेश में अल्पसंख्यक और गैर-अल्पसंख्यक बीएड कॉलेज मिलाकर कुल 597 महाविद्यालय हैं। इन महाविद्यालयों में तीन चरणों के बाद भी हालात यह है कि 13 हजार 894 सीटें खाली रह गई हैं। इन सीटों को भरने के लिए ही चौथा चरण उच्च शिक्षा विभाग को एप्लाय करना पड़ा है।
ऐसी है धार जिले की स्थिति
धार जिले की ही बात की जाए तो 9 महाविद्यालयों की 900 सीटों के एवज में अब तक 737 सीटें ही भर पाई हैं। नौ में से कि सी भी विद्यालय की सारी सीटें नहीं भर सकी हैं। इस तरह से देखा जाए तो अब भी जिले में करीब 163 सीटें खाली हैं। इनमें धार कॉलेज ऑफ एजुके शन में 23, ज्ञान शिक्षा महाविद्यालय और एलएसए कॉलेज में 17-17, मां नर्मदा कॉलेज में 15, नवरत्न बीएड कॉलेज में 30, रोशन कॉलेज में 19, एसएम सिद्धा कॉलेज में 22, श्री नित्यानंद बीएड कॉलेज में 6 और यश कॉलेज में 11 सीटें अब तक खाली हैं।

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