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मध्य प्रदेश में शिक्षक निकालेंगे ध्वज यात्रा, भोपाल में एक मई को महासम्मेलन

 भोपाल (राज्य ब्यूरो)। मध्य प्रदेश में डेढ़ साल बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में कर्मचारियों को मांगें पूरी कराने की चिंता सताने लगी है। यही कारण है कि कई कर्मचारी संगठन अपनी मांगों को लेकर सक्रिय हो गए हैं। आजाद अध्यापक-शिक्षक संघ करीब छह माह से पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहा है।

मनोकामना यात्रा भी निकाल चुका है, जिसे कोरोना संक्रमण की आड़ लेकर सरकार ने पूरा नहीं होने दिया। इससे गुस्साए शिक्षक अब आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। संघ ने एक मई (अंतरराष्ट्रीय दिवस) को भोपाल में महासम्मेलन बुलाया है। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी आमंत्रित किया गया है। इससे पहले वे ध्वज यात्रा निकालेंगे, जो विदिशा के श्रीगणेश मंदिर से शुरू होगी और करीब चार दिन में भोपाल पहुंचेगी। प्रदेश में 2.87 लाख शिक्षक हैं।

संघ ने तय किया है कि सरकार से अनुमति मिले या न मिले, राजधानी में महासम्मेलन होगा। इसकी तैयारी दो महीने से चल रही है। संघ ने भोपाल कलेक्टर, पुलिस आयुक्त के कार्यालय में अनुमति का आवेदन लगा दिया है। इसके साथ ही प्रदेशभर में शिक्षकों ने एक मई को भोपाल आने की तैयारी शुरू कर दी है।

संघ के प्रांतीय नेतृत्व ने शिक्षकों से कहा है कि भोपाल में महासम्मेलन करने की अनुमति मिले या न मिले, दोनों सूरत में अधिक से अधिक संख्या में शिक्षक सीधे विदिशा पहुंचेंगे, जहां बाढ़ वाले श्रीगणेश मंदिर में पूजा कर शिक्षक ध्वज यात्रा शुरू करेंगे, जो एक दिन में 15 किमी का सफर तय कर चार दिन में भोपाल पहुंचेगी। शिक्षकों का कहना है कि विदिशा के बाढ़ वाले श्रीगणेश पर मुख्यमंत्री की बड़ी आस्था है। श्रीगणेश उनकी सुनते हैं तो हमारी भी सुनेंगे।

पुरानी पेंशन बहाली सबसे बड़ी मांग

शिक्षकों की सबसे बड़ी मांग पुरानी पेंशन बहाली है। वे कहते हैं कि जब राजस्थान और छत्तीसगढ़ सरकार यह बहाली कर सकती है, तो मध्य प्रदेश सरकार क्यों नहीं? ऐसा करने से सरकार पर तत्काल कोई आर्थिक भार नहीं आएगा, क्योंकि ज्यादातर शिक्षक वर्ष 2035 के बाद सेवानिवृत्त होंगे और तभी राशि की जरूरत पड़ेगी। इसके अलावा अनुकंपा नियुक्ति, क्रमोन्नति की भी मांग की जा रही है। पुरानी पेंशन बहाली को लेकर लंबे समय से प्रदेश के कर्मचारी संगठन लामबंद हैं और लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं

पहला पड़ाव सलामतपुर

शिक्षक एक बड़ा भगवा ध्वज लेकर विदिशा से यात्रा शुरू करेंगे। अन्य शिक्षक छोटे ध्वज रखेंगे। यात्रा का पहला पड़ाव सलामतपुर होगा। यहां शिक्षक रात में रुकेंगे और भजन करेंगे। दूसरे दिन फिर 15 किमी की यात्रा शुरू होगी। भोपाल पहुंचकर यात्रा महासम्मेलन में तब्दील होगी।

भोपाल में महासम्मेलन की अनुमति मिले या न मिले, विदिशा से ध्वज यात्रा तो निकली ही जाएगी। मुख्यमंत्री से भी कार्यक्रम में आने का निवेदन किया है। वे आएंगे तो शिक्षकों का आक्रोश कुछ कम होगा। - भरत पटेल, अध्यक्ष, आजाद अध्यापक शिक्षक संघ   

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