सोहागपुर। ब्लॉक
में राज्य सरकार द्वारा वर्तमान शिक्षा सत्र में चार नए हाईस्कूलों की
सौगात दी गई, लेकिन इनमें शिक्षकों की नियुक्ति न होने के कारण आसपास के
मिडिल स्कूलों से अतिशेष के नाम पर बताते हुए कुछ शिक्षकों को अटैच कर दिया
गया।
जिसके कारण संबंधित मिडिल स्कूलों में बहुत ही अधिक परेशानियां हो रही हैं। मिडिल स्कूलों के प्रबंधन परेशान हैं कि उनके यहां कार्य प्रभावित हो रहे हैं, वहीं कुछ अटेच शिक्षक भी हाईस्कूल की कक्षाओं में पढ़ाना तो दूर, भवन में प्रवेश से ही घबरा रहे हैं।
शिक्षा सत्र 2016-17 में सोहागपुर ब्लॉक में बांसखापा, अजनेरी, माछा तथा खाड़ादेवरी में हाईस्कूल स्वीकृत किए हैं। कक्षा नौ शिक्षकों के पद सृजित नहीं हुए और इस पद असृजन की स्थिति ने शिक्षा व्यवस्था को प्रभावित कर दिया है। बताया जाता है कि चार हाईस्कूलों में 10 मिडिल स्कूलोंं से शिक्षकों को अटैच किया है जो कि अब अधर में हैं कि वे मिडिल स्कूल के लिए कार्य करने लायक कहे जाएं या फिर स्वयं को उच्च शिक्षा की प्रथम सीढ़ी अर्थात कक्षा नौ का शिक्षक मानें।
बीईओ कार्यालय सोहागपुर से प्राप्त
जानकारी अनुसार कुछ मिडिल स्कूलों में तो हालात बुरे हो गए हैं। सोमवार को सूचना मिलने पर जब कलमेसरा ग्राम के मिडिल स्कूल का निरीक्षण किया तो एकमात्र शिक्षक एमएम मेहर कक्षा छह से आठ तक के 100 से अधिक विद्यार्थियों को संभाल रहे थे तथा दो जुड़े कक्षों के साथ कक्षों से लगे बरामदे में एक कक्षा लगाई गई थी ताकि वे सभी बच्चों पर ध्यान रख सकें। जानकारी अनुसार उक्त स्कूल की एक शिक्षिका तीन माह से अधिक समय से अजनेरी हाईस्कूल में अटैच हैं जबकि एक अन्य शिक्षिका अवकाश पर हैं।
जिसके कारण संबंधित मिडिल स्कूलों में बहुत ही अधिक परेशानियां हो रही हैं। मिडिल स्कूलों के प्रबंधन परेशान हैं कि उनके यहां कार्य प्रभावित हो रहे हैं, वहीं कुछ अटेच शिक्षक भी हाईस्कूल की कक्षाओं में पढ़ाना तो दूर, भवन में प्रवेश से ही घबरा रहे हैं।
शिक्षा सत्र 2016-17 में सोहागपुर ब्लॉक में बांसखापा, अजनेरी, माछा तथा खाड़ादेवरी में हाईस्कूल स्वीकृत किए हैं। कक्षा नौ शिक्षकों के पद सृजित नहीं हुए और इस पद असृजन की स्थिति ने शिक्षा व्यवस्था को प्रभावित कर दिया है। बताया जाता है कि चार हाईस्कूलों में 10 मिडिल स्कूलोंं से शिक्षकों को अटैच किया है जो कि अब अधर में हैं कि वे मिडिल स्कूल के लिए कार्य करने लायक कहे जाएं या फिर स्वयं को उच्च शिक्षा की प्रथम सीढ़ी अर्थात कक्षा नौ का शिक्षक मानें।
बीईओ कार्यालय सोहागपुर से प्राप्त
जानकारी अनुसार कुछ मिडिल स्कूलों में तो हालात बुरे हो गए हैं। सोमवार को सूचना मिलने पर जब कलमेसरा ग्राम के मिडिल स्कूल का निरीक्षण किया तो एकमात्र शिक्षक एमएम मेहर कक्षा छह से आठ तक के 100 से अधिक विद्यार्थियों को संभाल रहे थे तथा दो जुड़े कक्षों के साथ कक्षों से लगे बरामदे में एक कक्षा लगाई गई थी ताकि वे सभी बच्चों पर ध्यान रख सकें। जानकारी अनुसार उक्त स्कूल की एक शिक्षिका तीन माह से अधिक समय से अजनेरी हाईस्कूल में अटैच हैं जबकि एक अन्य शिक्षिका अवकाश पर हैं।