छटवें वेतनमान की गणना का मामला, अध्यापक नाराज, डीईओ ने कहा नियमों को तोड़कर नहीं कर सकते भुगतान सारंगपुर विकासखंड के 11 संकुलों के अध्यापकों को नहीं मिला अक्टूबर का वेतन।
सारंगपुर। नवदुनिया न्यूज सारंगपुर विकासखंड अंतर्गत आने वाले 11 संकुल केंद्रों के अध्यापकों को अक्टूबर माह का वेतन अब तक नहीं मिल सका है। इससे अध्यापकों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
दरअसल अध्यापक चाहते हैं कि वेतनमान की गणना वर्ष 1998 से हो। वहीं डीईओ के अनुसार क्रमोन्नति का लाभ 1 अप्रैल 2007 से गणना कर दिया जाना है। गौरतलब है कि वर्तमान में कार्यरत कुछ अध्यापक साल 1998 से शिक्षाकर्मी के रूप में शिक्षा विभाग मे कार्यरत हैं। ऐसे में अध्यापक चाहते हैं कि 1998 के आधार पर गणना कर उन्हें लाभ दिया जाए। छटवे वेतनमान की विसंगति को लेकर संकुल प्राचार्य एवं बाबुओं के सामने समस्याएं हैं कि वह किस आधार पर अध्यापकों के वेतन बिल बनाएं। इधर अध्यापक संवर्ग जिम्मेदारों पर वेतन बिल बनाने की लगातार मांग कर रहे हैं। कहीं-कहीं क्लर्क एवं प्राचार्य के बीच वेतन गणना को लेकर अन बन होने लगी हैं। एक ताजा मामले के अनुसार आमलारोड संकुल केंद्र के क्लर्क बनेसिंह मालवीय कह रहे हैं कि फिक्सेशन का काम प्राचार्य का है। वहीं प्राचार्य प्रेमसिंह नागर इसे क्लर्क मालवीय का दायित्व बताया कि फिक्सेशन का काम क्लर्क ही करेंगे। कारण चाहे जो भी हो लेकिन प्राचार्य और बाबुओं की हठधर्मिता से अध्यापकों की परेशानियां बढ़ गई हैं। जानकारों के अनुसार शासन के नियमों के अनुरूप वेतन भुगतान के लिए अब तक वेतन का भुगतान हो जाना था।
6 हजार अध्यापकों को आर्थिक संकट
जिलेभर के स्कूलों मे शिक्षा विभाग के 9 हजार 256 कर्मचारी कार्यरत हैं। इनमें 6 हजार से अधिक अध्यापक संवर्ग से हैं। खिलचीपुर ब्लॉक को छोड़कर अन्य सभी ब्लॉक में अध्यापकों का वेतन छटवें वेतनमान मे विसंगति के चलते अभी तक नहीं मिल सका है। आमलारोड शिक्षा संकुल केंद्र के अंतर्गत आने वाले हासे धामन्दा, आमलारोड, हाईस्कुल पान्दा, पाटक्या, चिडलावनिया, मावि घट्टिया, रोजडकला, डोबडा जमींदार, बावली, चाटक्या, टुटियाहेडी, गायन, प्रावि लोठिया, सुमरियाहेडी, दराना, मेहरीमोटी आदि विद्यालयों मे पदस्थ 64 अध्यापकों को अक्टूबर माह का वेतन अभी तक नसीब नहीं होने से उनके सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है। अध्यापक देवीलाल नागर, भंवरलाल मालवीय, राधेश्याम मालवीय, प्रेमनारायण वर्मा, डाली गुप्ता, उमेशकुमार सोनी, गोविंदकुमार सोनी, राजेन्द्र शर्मा, रमेशचंद्र नागर, पूनमचंद नागर, सांवरिया बैरागी, नारायणसिंह भिलाला आदि ने बताया कि सारंगपुर ब्लॉक के अन्य 11 संकुल केंद्र ों के बिल बना दिए हैं, सिर्फ आमलारोड संकुल के अध्यापक यहां पदस्थ क्लर्क बनेसिंह मालवीय द्वारा बिल प्रस्तुत नहीं किए जा रहे हैं।
11 संकुल के एक जैसे हाल
सारंगपुर विकासखंड मे 11 संकुल केंद्र हैं। सूत्रों के अनुसार 4 संकुल केंद्रों के बिल बीईओ कार्यालय में आहरण अधिकारी के पास हस्ताक्षर के लिए प्रस्तुत किए हैं लेकिन आहरण अधिकारी के कार्यालय से यह बिल ट्रेजरी तक नहीं पहुंच सके हैं। ऐसे में अन्य संकुलों के भी आमलारोड जैसे ही हाल हैं। इस मामले मे बीईओ का कहना है कि सारंगपुर विकासखंड मे अगले तीन-चार दिनों मे अध्यापकों के वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा।
आनन-फानन में पहुंचे बीईओ ऑफिस
वेतन बिल को लेकर संकुल केंद्र आमलारोड के प्राचार्य प्रेमसिंह नागर, क्लर्क बनेसिंह मालवीय बीईओ ऑफिस पहुंचे। यहां उन्होंने अवकाश के दिन भी अध्यापकों के वेतन की गणना के पत्रक तैयार किए। इस दौरान कुछ अध्यापक भी मौजूद थे। बाद मे अध्यापकों ने बताया कि प्राचार्य एवं क्लर्क बिल बनाने के लिए राजी हो गए।
अगले माह आयुक्त करेंगे फिक्सेशन
प्रदेश के 8 जिलों मे डीईओ के हस्ताक्षर होने के बाद 125 करोड़ से ज्यादा राशि का वेतन भुगतान अधिक हो गया है। यह मामला आयुक्त ने पकड़ लिया। अब हम यह गलती नहीं कर सकते। आयुक्त ने नियमानुसार वेतन गणना कर भुगतान करने को कहा है। हमने सभी बीईओ को नियमानुसार भुगतान करने के निर्देश दिए हैं। हमने कमेटी बनाकर निराकरण के प्रयास भी किए, लेकिन अध्यापक मानने को तैयार नहीं हैं। अगले माह आयुक्त स्वयं फिक्सेशन करेंगे।
-एसके मिश्रा, डीईओ राजगढ़
सचित्र फोटो एसआरपी 1 शिक्षा संकुल केंद्र आमला रोड के कर्मचारी एवं अध्यापक बीईओ कार्यालय पहुंचे।
सारंगपुर। नवदुनिया न्यूज सारंगपुर विकासखंड अंतर्गत आने वाले 11 संकुल केंद्रों के अध्यापकों को अक्टूबर माह का वेतन अब तक नहीं मिल सका है। इससे अध्यापकों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
दरअसल अध्यापक चाहते हैं कि वेतनमान की गणना वर्ष 1998 से हो। वहीं डीईओ के अनुसार क्रमोन्नति का लाभ 1 अप्रैल 2007 से गणना कर दिया जाना है। गौरतलब है कि वर्तमान में कार्यरत कुछ अध्यापक साल 1998 से शिक्षाकर्मी के रूप में शिक्षा विभाग मे कार्यरत हैं। ऐसे में अध्यापक चाहते हैं कि 1998 के आधार पर गणना कर उन्हें लाभ दिया जाए। छटवे वेतनमान की विसंगति को लेकर संकुल प्राचार्य एवं बाबुओं के सामने समस्याएं हैं कि वह किस आधार पर अध्यापकों के वेतन बिल बनाएं। इधर अध्यापक संवर्ग जिम्मेदारों पर वेतन बिल बनाने की लगातार मांग कर रहे हैं। कहीं-कहीं क्लर्क एवं प्राचार्य के बीच वेतन गणना को लेकर अन बन होने लगी हैं। एक ताजा मामले के अनुसार आमलारोड संकुल केंद्र के क्लर्क बनेसिंह मालवीय कह रहे हैं कि फिक्सेशन का काम प्राचार्य का है। वहीं प्राचार्य प्रेमसिंह नागर इसे क्लर्क मालवीय का दायित्व बताया कि फिक्सेशन का काम क्लर्क ही करेंगे। कारण चाहे जो भी हो लेकिन प्राचार्य और बाबुओं की हठधर्मिता से अध्यापकों की परेशानियां बढ़ गई हैं। जानकारों के अनुसार शासन के नियमों के अनुरूप वेतन भुगतान के लिए अब तक वेतन का भुगतान हो जाना था।
6 हजार अध्यापकों को आर्थिक संकट
जिलेभर के स्कूलों मे शिक्षा विभाग के 9 हजार 256 कर्मचारी कार्यरत हैं। इनमें 6 हजार से अधिक अध्यापक संवर्ग से हैं। खिलचीपुर ब्लॉक को छोड़कर अन्य सभी ब्लॉक में अध्यापकों का वेतन छटवें वेतनमान मे विसंगति के चलते अभी तक नहीं मिल सका है। आमलारोड शिक्षा संकुल केंद्र के अंतर्गत आने वाले हासे धामन्दा, आमलारोड, हाईस्कुल पान्दा, पाटक्या, चिडलावनिया, मावि घट्टिया, रोजडकला, डोबडा जमींदार, बावली, चाटक्या, टुटियाहेडी, गायन, प्रावि लोठिया, सुमरियाहेडी, दराना, मेहरीमोटी आदि विद्यालयों मे पदस्थ 64 अध्यापकों को अक्टूबर माह का वेतन अभी तक नसीब नहीं होने से उनके सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है। अध्यापक देवीलाल नागर, भंवरलाल मालवीय, राधेश्याम मालवीय, प्रेमनारायण वर्मा, डाली गुप्ता, उमेशकुमार सोनी, गोविंदकुमार सोनी, राजेन्द्र शर्मा, रमेशचंद्र नागर, पूनमचंद नागर, सांवरिया बैरागी, नारायणसिंह भिलाला आदि ने बताया कि सारंगपुर ब्लॉक के अन्य 11 संकुल केंद्र ों के बिल बना दिए हैं, सिर्फ आमलारोड संकुल के अध्यापक यहां पदस्थ क्लर्क बनेसिंह मालवीय द्वारा बिल प्रस्तुत नहीं किए जा रहे हैं।
11 संकुल के एक जैसे हाल
सारंगपुर विकासखंड मे 11 संकुल केंद्र हैं। सूत्रों के अनुसार 4 संकुल केंद्रों के बिल बीईओ कार्यालय में आहरण अधिकारी के पास हस्ताक्षर के लिए प्रस्तुत किए हैं लेकिन आहरण अधिकारी के कार्यालय से यह बिल ट्रेजरी तक नहीं पहुंच सके हैं। ऐसे में अन्य संकुलों के भी आमलारोड जैसे ही हाल हैं। इस मामले मे बीईओ का कहना है कि सारंगपुर विकासखंड मे अगले तीन-चार दिनों मे अध्यापकों के वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा।
आनन-फानन में पहुंचे बीईओ ऑफिस
वेतन बिल को लेकर संकुल केंद्र आमलारोड के प्राचार्य प्रेमसिंह नागर, क्लर्क बनेसिंह मालवीय बीईओ ऑफिस पहुंचे। यहां उन्होंने अवकाश के दिन भी अध्यापकों के वेतन की गणना के पत्रक तैयार किए। इस दौरान कुछ अध्यापक भी मौजूद थे। बाद मे अध्यापकों ने बताया कि प्राचार्य एवं क्लर्क बिल बनाने के लिए राजी हो गए।
अगले माह आयुक्त करेंगे फिक्सेशन
प्रदेश के 8 जिलों मे डीईओ के हस्ताक्षर होने के बाद 125 करोड़ से ज्यादा राशि का वेतन भुगतान अधिक हो गया है। यह मामला आयुक्त ने पकड़ लिया। अब हम यह गलती नहीं कर सकते। आयुक्त ने नियमानुसार वेतन गणना कर भुगतान करने को कहा है। हमने सभी बीईओ को नियमानुसार भुगतान करने के निर्देश दिए हैं। हमने कमेटी बनाकर निराकरण के प्रयास भी किए, लेकिन अध्यापक मानने को तैयार नहीं हैं। अगले माह आयुक्त स्वयं फिक्सेशन करेंगे।
-एसके मिश्रा, डीईओ राजगढ़
सचित्र फोटो एसआरपी 1 शिक्षा संकुल केंद्र आमला रोड के कर्मचारी एवं अध्यापक बीईओ कार्यालय पहुंचे।