दुनिया में शायद ही कहीं कोई शिक्षित इंसान हो जो इंटरनेट के बारे में ना जानता हूं। सवाल यह है कि इंटरनेट की कीमत का निर्धारण कैसे होता है। क्योंकि इंटरनेट जीवन के लिए जरूरी हो गया है इसलिए यह जानना भी जरूरी है कि 1GB डाटा की मैक्सिमम रिटेल प्राइस क्या होती है। ठीक है आज टेलीकम्युनिकेशन कंपनियों के बीच कंपटीशन है लेकिन यदि कल इन कंपनियों ने अपना सिंडिकेट बना लिया तो जनता का क्या होगा।
इंटरनेट की कीमत का निर्धारण कैसे होता है
आपको
जानकर आश्चर्य होगा कि दुनिया के किसी भी देश को इंटरनेट उपयोग करने के
लिए कोई कीमत अदा नहीं करनी पड़ती। क्योंकि इंटरनेट डाटा का उत्पादन नहीं
किया जाता। दुनिया के हर देश की सरकार अपने देश में नेटवर्क बनाती है और
स्वयं तथा अपने नागरिकों को इंटरनेट की सुविधा प्रदान करती है, लेकिन आम
जनता को इंटरनेट के लिए एक निर्धारित कीमत अदा करनी पड़ती है। ऐसा इसलिए
होता है क्योंकि आपके कंप्यूटर को इंटरनेट के नेटवर्क से जोड़ने के लिए
टेलीकम्युनिकेशन कंपनियों को थोड़ा खर्चा करना पड़ता है। और फिर मेंटेनेंस
भी करना पड़ता है।
1GB DATA की MRP क्या है
यह
भी एक चौंकाने वाला तथ्य है कि दुनिया के संचालन के लिए सबसे ज्यादा जरूरी
हो गए इंटरनेट डाटा को एक निर्धारित माप में बेचा तो जाता है परंतु
सरकारों ने इसके लिए कोई मैक्सिमम रिटेल प्राइस निर्धारित नहीं की है।
दुनिया भर की टेलीकम्युनिकेशन कंपनियां जितना चाहती हैं उतनी कीमत
निर्धारित कर देती है। जिस देश में कंपटीशन ज्यादा है वहां कीमत कम है,
जहां कंपटीशन कम है वहां कीमत ज्यादा।
1GB DATA किस देश में कितनी कीमत
US - यूनाइटेड स्टेट $8 (करीब ₹600)
UK - यूनाइटेड किंगडम 1.4 डॉलर (करीब ₹104)
सेंट हेलेना आईलैंड 52.5 डॉलर (करीब ₹3938) - दुनिया में सबसे महंगा इंटरनेट इसी देश में है
भारत ₹6.7 रुपये (0.09 डॉलर)