कटनी. लगभग साढ़े माह
बाद जिलेभर की सभी सरकारी स्कूलों में बोर्ड परीक्षाओं का दौर शुरू हो
जाएगा। ऐसे में शिक्षकों की कमीं के चलते छात्रों को कोर्स पूरा नही होने
का डर सता रहा है। जिलेभर की समस्त सरकारी स्कूलों में अब तक सिर्फ 30
फीसदी ही कोर्स पूरा हो पाया है।
जिलेभर की सरकारी स्कूलों में पिछले कई साल से शिक्षकों की भर्ती नही हुई है। शिक्षकों की कमीं बनी हुई है। जिस वजह से बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है। दूसरी तरफ सरकारी स्कूलों में दाखिला लेेने वाले बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए अतिथि शिक्षकों के माध्यम से स्कूलों की पढ़ाई शुरू कराई गई। अतिथि शिक्षकों की सहायता से पढ़ाई कराने वाली सरकार की यह योजना भी इस शिक्षण सत्र में लेट लतीफी का शिकार हो गई। शिक्षण सत्र 2018-19 में स्कूलों में स्कूलों को खुले हुए लगभग साढ़े पांच माह का समय बीत गया है और अब तक स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की तैनाती नहीं हो पाई है।
प्राइमरी से लेकर हायर सेकंडरी तक 1994 स्कूलें हैं जिलेभर में
जिले में प्राइमरी से लेकर हायर सेकंडरी तक की कुल 1994 स्कूलें है। इसमें 1824 स्कूल प्राइमरी व मिडिल की है। लगभग 170 हाइस्कूल व हायर सेकंडरी है। इसमें से कई स्कूल ऐसे है, जिनमें न तो नियमित शिक्षक है और न ही अतिथि शिक्षकों की भर्ती हुई। इधर, शिक्षकों की कमीं को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग के अफसरों द्वारा कहा जा रहा है कि कुछ शिक्षकों ने कोर्ट में याचिका लगा दी थी। चार अक्टूबर तक रोक लगी थी। इसके बाद अधिसूचना लग गई। जिसके चलते प्रक्रिया पूरी नही हो पाई।
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इधर,
साढ़े पांच माह से जिले के14हजार से अधिक छात्र पैदल आ जा रहे स्कूल
शिक्षण सत्र का आधा समय बीता, अब तक जिले में नहीं आईं साइकिल
कटनी. जिले के 14 हजार
से अधिक छात्रों को स्कूल शिक्षा विभाग साइकिल नही दें पाया है। लापरवाही
का आलम यह है कि शिक्षण सत्र का आधा समय बीत गया है और साढ़े पांच माह से
जिले के सरकारी स्कूलों में दर्ज छात्र साइकिल से आने की जगह पैदल आ जा रहे
हैं।
सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करने वाले कक्षा छात्र-छात्राओं को पैदल स्कूल न आना पड़े। वे साइकिल से स्कूल आए और जाए। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा 6वीं व 9वीं के छात्रों को साइकिल उपलब्ध कराई जाती है, लेकिन शिक्षण सत्र 2018-19 में अब तक छात्रों को साइकिल नहीं मिली है। जिले में साइकिल आईं ही नही है। जिलेभर से जिन छात्रों को साइकिल नहीं मिली है उसमें कक्षा 6वीं में 4500 छात्र शामिल है। जबकि कक्षा 9वीं में जिलेभर से 9556 विद्यार्थियों को साइकिल नही मिली है। इधर, साढ़े 5 माह बाद भी छात्रों को साइकिल नही मिलने को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग के अफसर साइकिल देने वाली कंपनी पर लेटलतीफी करने की बात कहीं जा रही है।
सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करने वाले कक्षा छात्र-छात्राओं को पैदल स्कूल न आना पड़े। वे साइकिल से स्कूल आए और जाए। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा 6वीं व 9वीं के छात्रों को साइकिल उपलब्ध कराई जाती है, लेकिन शिक्षण सत्र 2018-19 में अब तक छात्रों को साइकिल नहीं मिली है। जिले में साइकिल आईं ही नही है। जिलेभर से जिन छात्रों को साइकिल नहीं मिली है उसमें कक्षा 6वीं में 4500 छात्र शामिल है। जबकि कक्षा 9वीं में जिलेभर से 9556 विद्यार्थियों को साइकिल नही मिली है। इधर, साढ़े 5 माह बाद भी छात्रों को साइकिल नही मिलने को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग के अफसर साइकिल देने वाली कंपनी पर लेटलतीफी करने की बात कहीं जा रही है।