घुघरी (नईदुनिया न्यूज)। पूर्व विधायक शिवराज शाह ने सहायक आयुक्त को
पत्र लिखकर घुघरी विकासखंड से पूर्व में स्थानांतरित किए गए शिक्षकों को
पुनः इसी विकासखंड अंतर्गत जरूरत अनुसार स्कूलों में पदस्थ करने की बात कही
है। श्री शाह ने नईदुनिया को बताया कि घुघरी विकासखंड अंतर्गत अधिकांश
स्कूलों में शिक्षकों की काफी कमी है। इसके बाद भी यहां से शिक्षकों को
अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया गया।
लेकिन उनके स्थान पर पिछला संपूर्ण सत्र बीतने के बाद भी अब तक कोई भी शिक्षक को पदस्थ नहीं किया गया है। कोरोना महामारी के बीच इस बार नवीन शिक्षा सत्र प्रभावित हुआ है। जून माह प्रारंभ हो चुका है और हर बार 16 जून से नवीन शिक्षा सत्र प्रारंभ हो जाता था लेकिन इस बार जुलाई माह से शिक्षा सत्र प्रारंभ किए जाने को लेकर पर विचार करने की बात फिलहाल कही जा रही है।
सिर्फ स्थानांतरण पर ध्यान, पदस्थापना भूले
घुघरी के लोगों का कहना है कि घुघरी विकासखंड आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में शामिल है। पिछले सत्र की शुरुआत होने के कुछ ही दिनों बाद यहां के स्कूलों से बड़ी संख्या में शिक्षकों को स्थानांतरित किया गया लेकिन उनकी जगह संपूर्ण शिक्षा सत्र बीतने के बाद भी कोई शिक्षक की पदस्थापना नहीं की गई और अधिकांश स्कूल अतिथि शिक्षकों के भरोसे ही संचालित होते रहे। इससे स्वाभाविक रूप से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है।
शिवराज को ग्रामीणों ने बताई समस्या
पूर्व विधायक शिवराज शाह ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व घुघरी विकासखंड के अनेक ग्रामों का भ्रमण किया गया। इस दौरान कई ग्रामीण अभिभावकों ने बताया कि नवीन शिक्षा सत्र प्रारंभ होने को है और कई स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है। ऐसे में पूर्व में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है वहीं इस बार शिक्षा सत्र विलंब से प्रारंभ हो रहा है। उस पर शिक्षकों की कमी बच्चों के भविष्य के लिए खतरा बन सकती है। पूर्व विधायक शिवराज शाह ने सहायक आयुक्त को पत्र लिखकर कहा है कि पूर्व में जो भी शिक्षकों को घुघरी विकासखंड अंतर्गत सरकारी स्कूलों से स्थानांतरित किया गया है, उन्हें एक सप्ताह के अंदर आवश्यकता अनुसार स्कूलों में पदस्थ किया जाए।
लेकिन उनके स्थान पर पिछला संपूर्ण सत्र बीतने के बाद भी अब तक कोई भी शिक्षक को पदस्थ नहीं किया गया है। कोरोना महामारी के बीच इस बार नवीन शिक्षा सत्र प्रभावित हुआ है। जून माह प्रारंभ हो चुका है और हर बार 16 जून से नवीन शिक्षा सत्र प्रारंभ हो जाता था लेकिन इस बार जुलाई माह से शिक्षा सत्र प्रारंभ किए जाने को लेकर पर विचार करने की बात फिलहाल कही जा रही है।
सिर्फ स्थानांतरण पर ध्यान, पदस्थापना भूले
घुघरी के लोगों का कहना है कि घुघरी विकासखंड आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में शामिल है। पिछले सत्र की शुरुआत होने के कुछ ही दिनों बाद यहां के स्कूलों से बड़ी संख्या में शिक्षकों को स्थानांतरित किया गया लेकिन उनकी जगह संपूर्ण शिक्षा सत्र बीतने के बाद भी कोई शिक्षक की पदस्थापना नहीं की गई और अधिकांश स्कूल अतिथि शिक्षकों के भरोसे ही संचालित होते रहे। इससे स्वाभाविक रूप से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है।
पूर्व विधायक शिवराज शाह ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व घुघरी विकासखंड के अनेक ग्रामों का भ्रमण किया गया। इस दौरान कई ग्रामीण अभिभावकों ने बताया कि नवीन शिक्षा सत्र प्रारंभ होने को है और कई स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है। ऐसे में पूर्व में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है वहीं इस बार शिक्षा सत्र विलंब से प्रारंभ हो रहा है। उस पर शिक्षकों की कमी बच्चों के भविष्य के लिए खतरा बन सकती है। पूर्व विधायक शिवराज शाह ने सहायक आयुक्त को पत्र लिखकर कहा है कि पूर्व में जो भी शिक्षकों को घुघरी विकासखंड अंतर्गत सरकारी स्कूलों से स्थानांतरित किया गया है, उन्हें एक सप्ताह के अंदर आवश्यकता अनुसार स्कूलों में पदस्थ किया जाए।