भोपाल| प्रदेश के शासकीय विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती पर आरक्षण
रोस्टर के कारण अघोषित रोक लगी है। इसके चलते शुक्रवार काे मंत्रालय में
शासन ने सभी विश्वविद्यालयों के रजिस्ट्रार और कुलपतियों की बैठक बुलाई थी।
सूत्रों के अनुसार इस दौरान हुई चर्चा में सामान्य प्रशासन विभाग ने
स्पष्ट किया है कि 1 मार्च 2019 के पहले के स्वीकृत पदों पर पुराना रोस्टर
ही लगेगा।
हालांकि, रोस्टर संबंधी स्पष्ट गाइडलाइन और आदेश अंतिम रूप से जल्द ही जारी करने का आश्वासन विश्वविद्यालयों को दिया गया है। इसके बाद विवि में खाली पड़े असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर व प्रोफेसर सहित विभिन्न शैक्षणिक पदों के लिए सीधी भर्ती जल्द ही शुरू होने की संभावना है। बैठक में उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव हरिरंजन राव और राज्यपाल के सचिव मनोहर दुबे सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में बताया गया कि विश्वविद्यालयों को एक इकाई मानकर रोस्टर तैयार किया जाए। साथ ही स्पष्ट रूप से यह सुझाव दिया गया है कि कोई भी विवि अपने शैक्षणिक विभागों के नाम नहीं बदले। इसके लिए शासन द्वारा एक कटऑफ तारीख घोषित की जा सकती है।
हालांकि, रोस्टर संबंधी स्पष्ट गाइडलाइन और आदेश अंतिम रूप से जल्द ही जारी करने का आश्वासन विश्वविद्यालयों को दिया गया है। इसके बाद विवि में खाली पड़े असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर व प्रोफेसर सहित विभिन्न शैक्षणिक पदों के लिए सीधी भर्ती जल्द ही शुरू होने की संभावना है। बैठक में उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव हरिरंजन राव और राज्यपाल के सचिव मनोहर दुबे सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में बताया गया कि विश्वविद्यालयों को एक इकाई मानकर रोस्टर तैयार किया जाए। साथ ही स्पष्ट रूप से यह सुझाव दिया गया है कि कोई भी विवि अपने शैक्षणिक विभागों के नाम नहीं बदले। इसके लिए शासन द्वारा एक कटऑफ तारीख घोषित की जा सकती है।