हरदा। नवदुनिया प्रतिनिधि कलेक्टर अनय द्विवेदी ने सोमवार को
समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक में पिछले दिनों विभिन्न समाचार पत्रों में
छपी खबरों के बारे में विभागों से प्राप्त प्रतिवेदनों पर असंतोष जाहिर
करते हुए अधिकारियों से दोबारा जवाब तलब किया।
इस दौरान अनुपयोगी ओवरहेड टेंक, शासकीय भवन पर दबंगों के कब्जे, जर्जर पानी टंकी के आसपास पट्टे वितरीत करने, टायलेट एवं सुलभ शौचालय को चौबीस घंटे चालू रखने, अवैध ट्यूबवेल खनन, खराब सड़क निर्माण, रात्रि में हो रहे खनन आदि के बारे में की गई ढीली-ढाली कार्यवाही एवं खानापूर्ति के लिए भेजे प्रतिवेदनो पर नाराजगी जाहिर की। इस दौरान श्री द्विवेदी ने सीएमएचओ से चिकित्सकों के केपीटल लेटर में मेडिसीन लिखने पर प्रतिवेदन और निजी हॉस्पीटलों की निरीक्षण की भी जानकारी ली। कलेक्टर बोले कि समय सीमा की बैठक में आपसी विभागीय समन्वय के बारे में बताते नहीं और जब विभागीय कार्यो की समीक्षा की जाती है तो किसी अन्य विभाग की वजह से कार्य में देरी होना बताया जाता है। यह ठीक नहीं, श्री द्विवेदी द्वारा होस्टल निरीक्षण हेतु नियुक्त अधिकारीयों को निर्देशित किया गया वे निरीक्षण में मुख्य रूप से देखे कि बाहर से कोई खाना न आए। छात्रों की बीमार होने पर अधीक्षक के साथ-साथ प्रभारी भी जवाबदेह होगें। वन विभाग एवं उधा शिक्षा विभाग के अधिकारियों को समीक्षा बैठक में उपस्थित न होने पर लिखने हेतु निर्देशित किया।
300 से अधिक लंबित शिकायतों की समीक्षा की
जनसुनवाई में जिन विभागों में एल-2 व एल-3 पर कलेक्टर है वह लंबित शिकायतों का प्रिंटआउट एवं अपना प्रतिवेदन जनसुनवाई में 28 नवम्बर को अपने साथ लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाईन में एल-4 पर लंबित आवेदनों एवं 300 से अधिक दिन से लंबित शिकायतों की विभागवार समीक्षा की। बैठक में श्री द्विवेदी द्वारा समाधान ऑनलाईन में प्राप्त शिकायतों एवं समयावधि पत्रों के निराकरण की भी समीक्षा की। बैठक में जिला पंचायत सीईओ केडी त्रिपाठी, अपर कलेक्टर बाबूलाल कोचले एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
8 टन से अधिक भरा डम्फर तो होगी कार्रवाई
श्री द्विवेदी द्वारा जिला खनिज अधिकारी को निर्देशित किया गया कि सुरजना रोड पर खनिज के डम्पर चल रहे है, जिसके कारण मार्ग निर्माण में असुविधा हो रही है। खनिज विभाग एवं प्रधानमंत्री ग्राम सड़क संयुक्त दल बनाकर निरीक्षण करें। खनिज वाहनकर्ताओं को सूचित किया जाए कि कोई भी वाहन 8 टन की निर्धारित क्षमता से अधिक न भरा जाए, अन्यथा उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। श्री द्विवेदी ने जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं जिला शिक्षा को अधिकारी को निर्देशित किया कि छोटे मोटे मरम्मत के कार्य पंचायत एवं शाला प्रबन्धन समिति के माध्यम से करे।
इस दौरान अनुपयोगी ओवरहेड टेंक, शासकीय भवन पर दबंगों के कब्जे, जर्जर पानी टंकी के आसपास पट्टे वितरीत करने, टायलेट एवं सुलभ शौचालय को चौबीस घंटे चालू रखने, अवैध ट्यूबवेल खनन, खराब सड़क निर्माण, रात्रि में हो रहे खनन आदि के बारे में की गई ढीली-ढाली कार्यवाही एवं खानापूर्ति के लिए भेजे प्रतिवेदनो पर नाराजगी जाहिर की। इस दौरान श्री द्विवेदी ने सीएमएचओ से चिकित्सकों के केपीटल लेटर में मेडिसीन लिखने पर प्रतिवेदन और निजी हॉस्पीटलों की निरीक्षण की भी जानकारी ली। कलेक्टर बोले कि समय सीमा की बैठक में आपसी विभागीय समन्वय के बारे में बताते नहीं और जब विभागीय कार्यो की समीक्षा की जाती है तो किसी अन्य विभाग की वजह से कार्य में देरी होना बताया जाता है। यह ठीक नहीं, श्री द्विवेदी द्वारा होस्टल निरीक्षण हेतु नियुक्त अधिकारीयों को निर्देशित किया गया वे निरीक्षण में मुख्य रूप से देखे कि बाहर से कोई खाना न आए। छात्रों की बीमार होने पर अधीक्षक के साथ-साथ प्रभारी भी जवाबदेह होगें। वन विभाग एवं उधा शिक्षा विभाग के अधिकारियों को समीक्षा बैठक में उपस्थित न होने पर लिखने हेतु निर्देशित किया।
300 से अधिक लंबित शिकायतों की समीक्षा की
जनसुनवाई में जिन विभागों में एल-2 व एल-3 पर कलेक्टर है वह लंबित शिकायतों का प्रिंटआउट एवं अपना प्रतिवेदन जनसुनवाई में 28 नवम्बर को अपने साथ लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाईन में एल-4 पर लंबित आवेदनों एवं 300 से अधिक दिन से लंबित शिकायतों की विभागवार समीक्षा की। बैठक में श्री द्विवेदी द्वारा समाधान ऑनलाईन में प्राप्त शिकायतों एवं समयावधि पत्रों के निराकरण की भी समीक्षा की। बैठक में जिला पंचायत सीईओ केडी त्रिपाठी, अपर कलेक्टर बाबूलाल कोचले एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
8 टन से अधिक भरा डम्फर तो होगी कार्रवाई
श्री द्विवेदी द्वारा जिला खनिज अधिकारी को निर्देशित किया गया कि सुरजना रोड पर खनिज के डम्पर चल रहे है, जिसके कारण मार्ग निर्माण में असुविधा हो रही है। खनिज विभाग एवं प्रधानमंत्री ग्राम सड़क संयुक्त दल बनाकर निरीक्षण करें। खनिज वाहनकर्ताओं को सूचित किया जाए कि कोई भी वाहन 8 टन की निर्धारित क्षमता से अधिक न भरा जाए, अन्यथा उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। श्री द्विवेदी ने जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं जिला शिक्षा को अधिकारी को निर्देशित किया कि छोटे मोटे मरम्मत के कार्य पंचायत एवं शाला प्रबन्धन समिति के माध्यम से करे।