राजगढ़.
जिले में करीब साढ़े तीन सौ संविदा शिक्षकों को अध्यापक संवर्ग में शामिल
करने के लिए होने वाली प्रक्रिया पिछले करीब सात माह से विभागों के बीच
अटकी पड़ी है। शिक्षा विभाग द्वार काफी समय से अटकी सूची को अब जारी किया
जा रहा है, लेकिन इसमें सभी पात्र संविदा शिक्षक शामिल नहीं है।
इससे नाराज संविदा शिक्षकों ने रविवार को जिला पंचायत के सामने धरना देते हुए कलेक्टर के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। संविदा शिक्षकों को आक्रोश और अधिक बढ़ गया जब जिला शिक्षा अधिकारी किसी काम से जिला पंचायत पहंचे और उन्होंने शिक्षकों से धरना समाप्त करने की बात कही। डीईओ के इस फरमान के साथ ही धरने में मौजूद शिक्षकों ने उनका घेराव कर लिया और अपनी मांग के संबंध में अभी निराकरण करने की मांग की। शिक्षकों के इस रूख को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी एसके मिश्रा ने 26 जनवरी के पूर्व सभी संविदा शिक्षकों की संविलियन सूची जारी करने का आश्वसन दिया है। संविदा शिक्षकों के संविलियन की सूची पिछले करीब सात महीने से कभी शिक्षा विभाग तो कभी जिला पंचायत की कार्य प्रणाली में अटकी हुई है।
जिले के सैकड़ों संविदा शिक्षकों के परीविक्षा अवधी बीते साल मार्च में पूरी हो चुकी है। इसके बावजूद लंबे समय तक शिक्षा विभाग ने इनकी संविलियन की फाइल तैयार नहीं की। इसके बाद लंबे समय तक जिला पंचायत में यह सूची अटकी रही। जिसके कारण सभी पात्रता पूरी करने के बावजूद जिले के कई संविदा शिक्षक अध्यापक बनने की राह तक रहे है। प्रदर्शन में भगवान सिंह गुर्जर, पवन अग्रवाल, बलराम मालवीय, रामस्वरूप गुर्जर, अरविंद कुमार, गोपाल कारपेंटर सहित अन्य संविदा शिक्षक मौजूद थे।
इससे नाराज संविदा शिक्षकों ने रविवार को जिला पंचायत के सामने धरना देते हुए कलेक्टर के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। संविदा शिक्षकों को आक्रोश और अधिक बढ़ गया जब जिला शिक्षा अधिकारी किसी काम से जिला पंचायत पहंचे और उन्होंने शिक्षकों से धरना समाप्त करने की बात कही। डीईओ के इस फरमान के साथ ही धरने में मौजूद शिक्षकों ने उनका घेराव कर लिया और अपनी मांग के संबंध में अभी निराकरण करने की मांग की। शिक्षकों के इस रूख को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी एसके मिश्रा ने 26 जनवरी के पूर्व सभी संविदा शिक्षकों की संविलियन सूची जारी करने का आश्वसन दिया है। संविदा शिक्षकों के संविलियन की सूची पिछले करीब सात महीने से कभी शिक्षा विभाग तो कभी जिला पंचायत की कार्य प्रणाली में अटकी हुई है।
जिले के सैकड़ों संविदा शिक्षकों के परीविक्षा अवधी बीते साल मार्च में पूरी हो चुकी है। इसके बावजूद लंबे समय तक शिक्षा विभाग ने इनकी संविलियन की फाइल तैयार नहीं की। इसके बाद लंबे समय तक जिला पंचायत में यह सूची अटकी रही। जिसके कारण सभी पात्रता पूरी करने के बावजूद जिले के कई संविदा शिक्षक अध्यापक बनने की राह तक रहे है। प्रदर्शन में भगवान सिंह गुर्जर, पवन अग्रवाल, बलराम मालवीय, रामस्वरूप गुर्जर, अरविंद कुमार, गोपाल कारपेंटर सहित अन्य संविदा शिक्षक मौजूद थे।