दमोह। फर्जी अंकसूची व जन्म प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी कर रहे शिक्षक रामप्रसाद उपाध्याय को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे जिला न्यायालय में पेश किया गया, यहां से पुलिस ने तीन दिन की रिमांड लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। मामले के संबंध में सीएसपी संजीव उइके ने बताया कि बांसा तारखेड़ा के पास भिमपुरा वांसनी गांव में पदस्थ शिक्षक रामप्रसाद उपाध्याय ने नौकरी के लिए कक्षा दसवीं की अंकसूची में छेड़छाड़ की थी,
इसके अलावा शिक्षक ने फर्जी बीएड की अंकसूची लगाई थी। इस बात की शिकायत तेजगढ़ हरैई के जितेन्द्र भट्ट ने एसटीएफ भोपाल से की थी, शिकायत की जांच कोतवाली पुलिस को सुर्पुद की गई। जांच में कोतवाली पुलिस ने पाया कि शिक्षक रामप्रसाद उपाध्याय ने कक्षा दसवीं की अंकसूची में छेड़छाड़ कर जन्म तिथि में तीन साल का अंतर कर दिया था। इसके अलावा फर्जी बीएड् की अंकसूची लगाई थी। जांच के बाद 15 अगस्त की रात शिक्षक रामप्रसाद उपाध्याय के खिलाफ 420 समेत अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर उसे हिरासत में लिया गया। सीएसपी ने बताया कि इस मामले की विवेचना की जा रही है।
अन्य के लिए भी बनवाई जाली अंकसूचियां
मिली जानकारी के अनुसार आरोपी ने खुद की जाली अंकसूची के आलावा और भी लोगों के लिए जाली अंकसूचियां बनवाई हैं जिनका उपयोग कर कुछ अन्य भी सरकारी सेवाओं में पदस्थ हैं। रामप्रसाद उपाध्याय ने वर्ष 2003 में शासकीय शिक्षक नौकरी हासिल करने के लिए बीएड की फर्जी अंकसूची व जाली जन्मप्रमाण पत्र लगाए थे।
खुलासे में आरटीआई कार्यकर्त्ता की भूमिका अहम
फर्जी अंकसूची की जानकारी तेजगढ़ निवासी जीतेन्द्र भट्ट को मिली और श्री भट्ट ने आरटीआई के तहत सभी दस्तावेज खंगाले और रामप्रसाद द्वारा फर्जी अंक सूचियां उपयोग की गई हैं यह तथ्य स्पष्ट होने पर आवेदक जितेंद्र ने अपनी शिकायत अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्पेशल टास्क फोर्स भोपाल को 11 दिसम्बर 2014 में की थी, इस शिकायत में आवेदक ने बताया था कि आरोपी ने हाईस्कूल, बीए व बीएड की फर्जी अंकसूची लगाई हैं एवं और भी लोगों के लिए इसी तरह की अंकसूचियां तैयार करवाई हैं। आवेदक की शिकायत पर जांच के बाद इस बात का खुलासा हुआ की आरोपी राम प्रसाद ने नौकरी हासिल करने के लिए फर्जी अंक सूचियों का इस्तेमाल किया है।
शिक्षा विभाग के लिए आरोपी था इमानदार शिक्षक
आरोपी ने वर्ष 2013-14 में डीपीसी सुधीर उपाध्याय को दस हजार की रिश्वत लेने के आरोप में सागर लोकायुक्त से पकड़वाया था, इसके बाद से आरोपी रामप्रसाद शिक्षा विभाग के लिए के इमानदार शिक्षक बन बैठा था, लेकिन जिसकी ईमानदारी का दंभ विभाग भरता था आज उसी केविरुद्घ कोतवाली पुलिस ने धारा 420,467,468, व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
इनका कहना..
आरोपी रामप्रसाद को न्यायालय में पेश किया गया था और वहां से तीन दिन की रिमांड पर लिया गया है, आरोपी से पूछताछ की जा रही है की उसने और किन किन लोगों की फर्जी अंक सूचियां बनवाई हैं।
के के त्रिपाठी, टी आई कोतवाली दमोह
इसके अलावा शिक्षक ने फर्जी बीएड की अंकसूची लगाई थी। इस बात की शिकायत तेजगढ़ हरैई के जितेन्द्र भट्ट ने एसटीएफ भोपाल से की थी, शिकायत की जांच कोतवाली पुलिस को सुर्पुद की गई। जांच में कोतवाली पुलिस ने पाया कि शिक्षक रामप्रसाद उपाध्याय ने कक्षा दसवीं की अंकसूची में छेड़छाड़ कर जन्म तिथि में तीन साल का अंतर कर दिया था। इसके अलावा फर्जी बीएड् की अंकसूची लगाई थी। जांच के बाद 15 अगस्त की रात शिक्षक रामप्रसाद उपाध्याय के खिलाफ 420 समेत अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर उसे हिरासत में लिया गया। सीएसपी ने बताया कि इस मामले की विवेचना की जा रही है।
अन्य के लिए भी बनवाई जाली अंकसूचियां
मिली जानकारी के अनुसार आरोपी ने खुद की जाली अंकसूची के आलावा और भी लोगों के लिए जाली अंकसूचियां बनवाई हैं जिनका उपयोग कर कुछ अन्य भी सरकारी सेवाओं में पदस्थ हैं। रामप्रसाद उपाध्याय ने वर्ष 2003 में शासकीय शिक्षक नौकरी हासिल करने के लिए बीएड की फर्जी अंकसूची व जाली जन्मप्रमाण पत्र लगाए थे।
खुलासे में आरटीआई कार्यकर्त्ता की भूमिका अहम
फर्जी अंकसूची की जानकारी तेजगढ़ निवासी जीतेन्द्र भट्ट को मिली और श्री भट्ट ने आरटीआई के तहत सभी दस्तावेज खंगाले और रामप्रसाद द्वारा फर्जी अंक सूचियां उपयोग की गई हैं यह तथ्य स्पष्ट होने पर आवेदक जितेंद्र ने अपनी शिकायत अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्पेशल टास्क फोर्स भोपाल को 11 दिसम्बर 2014 में की थी, इस शिकायत में आवेदक ने बताया था कि आरोपी ने हाईस्कूल, बीए व बीएड की फर्जी अंकसूची लगाई हैं एवं और भी लोगों के लिए इसी तरह की अंकसूचियां तैयार करवाई हैं। आवेदक की शिकायत पर जांच के बाद इस बात का खुलासा हुआ की आरोपी राम प्रसाद ने नौकरी हासिल करने के लिए फर्जी अंक सूचियों का इस्तेमाल किया है।
शिक्षा विभाग के लिए आरोपी था इमानदार शिक्षक
आरोपी ने वर्ष 2013-14 में डीपीसी सुधीर उपाध्याय को दस हजार की रिश्वत लेने के आरोप में सागर लोकायुक्त से पकड़वाया था, इसके बाद से आरोपी रामप्रसाद शिक्षा विभाग के लिए के इमानदार शिक्षक बन बैठा था, लेकिन जिसकी ईमानदारी का दंभ विभाग भरता था आज उसी केविरुद्घ कोतवाली पुलिस ने धारा 420,467,468, व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
इनका कहना..
आरोपी रामप्रसाद को न्यायालय में पेश किया गया था और वहां से तीन दिन की रिमांड पर लिया गया है, आरोपी से पूछताछ की जा रही है की उसने और किन किन लोगों की फर्जी अंक सूचियां बनवाई हैं।
के के त्रिपाठी, टी आई कोतवाली दमोह