कटंगी। शिक्षक पात्रता परीक्षा के परीक्षार्थियों का 5
महीने बीत जाने के बाद भी परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया गया है। जिससे इस
परीक्षा में शामिल होने वाले सभी परीक्षार्थी मानसिक परेशानियों का सामना
कर रहे हैं। इन परीक्षार्थियों का परिवार इनसे बार-बार एक ही सवाल कर रहा
है कि परिणाम कब आएगा।
मगर, इन परीक्षार्थियों के पास अपने परिवार को जबाव देने के लिए कोई शब्द नहीं है। यह निशब्द है और केवल परिणाम आने का इंतजार कर रहे हैं। इन परीक्षार्थियों का सब्र अब टूटने लगा है जो कभी भी आक्रोश बनकर फूट सकता है। इसी बात की चेतावनी देते हुए आज परिक्षार्थियों ने 5 सूत्रीय मांग को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम एक अनुविभागीय अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है। इन परीक्षार्थियों ने बताया कि सरकार को वैसे तो हर वर्ष यह परीक्षा आयोजित करानी होती है। मगर, 3-3 सालों में परीक्षा करा रही है और परीक्षा कराने के बाद समय पर परीक्षा परिणाम भी घोषित नहीं कर रही है। जिससे प्रदेश भर के हजारों परीक्षार्थियों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है।
इस परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थी नवीन मंडाले, धनेन्द्र पटले, संध्या बिसेन, हरप्रित चिचखेड़े, महेश डोगरे, वर्षा मेश्राम, योगेश मेश्राम, दीपक गजभिए, राजेन्द्र चौरे, सहित अन्य ने सरकार से शीघ्र ही टीईटी का परिणाम तत्काल अविलंब घोषित करने, परिणाम के बाद शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को तुरंत आरंभ करने, वर्ग 3 के लिए टीईटी का आयोजन अतिशीघ्र करने, वर्ग 2 के भर्ती पदों की संख्या वर्तमान से दो गुना करने एवं प्रदेश में टीईटी परीक्षा प्रतिवर्ष आयोजित कराने की मांग रखी है।
मगर, इन परीक्षार्थियों के पास अपने परिवार को जबाव देने के लिए कोई शब्द नहीं है। यह निशब्द है और केवल परिणाम आने का इंतजार कर रहे हैं। इन परीक्षार्थियों का सब्र अब टूटने लगा है जो कभी भी आक्रोश बनकर फूट सकता है। इसी बात की चेतावनी देते हुए आज परिक्षार्थियों ने 5 सूत्रीय मांग को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम एक अनुविभागीय अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है। इन परीक्षार्थियों ने बताया कि सरकार को वैसे तो हर वर्ष यह परीक्षा आयोजित करानी होती है। मगर, 3-3 सालों में परीक्षा करा रही है और परीक्षा कराने के बाद समय पर परीक्षा परिणाम भी घोषित नहीं कर रही है। जिससे प्रदेश भर के हजारों परीक्षार्थियों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है।
इस परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थी नवीन मंडाले, धनेन्द्र पटले, संध्या बिसेन, हरप्रित चिचखेड़े, महेश डोगरे, वर्षा मेश्राम, योगेश मेश्राम, दीपक गजभिए, राजेन्द्र चौरे, सहित अन्य ने सरकार से शीघ्र ही टीईटी का परिणाम तत्काल अविलंब घोषित करने, परिणाम के बाद शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को तुरंत आरंभ करने, वर्ग 3 के लिए टीईटी का आयोजन अतिशीघ्र करने, वर्ग 2 के भर्ती पदों की संख्या वर्तमान से दो गुना करने एवं प्रदेश में टीईटी परीक्षा प्रतिवर्ष आयोजित कराने की मांग रखी है।