ग्वालियर. जिला पंचायत मुरार के रेकॉर्ड रूम में आगजनी की कहानी फिर
अधूरी रह गई, इस मामले में मास्टरमाइंड प्रदीप त्यागी के खुलासे पर सागर से
गणेश पटेल को उठा लाई थी लेकिन उसे इंट्रोगेट नहीं कर पाई। शुक्रवार को
पीएम मोदी को पांच मिनट के लिए ग्वालियर आकर झांसी जाना था इसलिए पुलिस
उनकी सुरक्षा डयूटी में व्यस्त रही। आरोपी गणेश त्यागी को अदालत में पेश कर
जेल भेज दिया।
इसलिए यह माना जा रहा है कि संविदा शाला शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़े से नौकरी करने वालों फिर राजफाश होना अटक गया है। मास्टरमाइंड प्रदीप त्यागी गुरुवार को पुलिस कस्टडी में हार्ट अटैक की शिकायत कर अस्पताल में है। उसे शनिवार को पुलिस भोपाल जेल ले जाएगी। इस मामले में प्रदीप त्यागी ने यह खुलासा किया था कि जिला पंचायत के रेकॉर्ड रूम में 27 मार्च 2016 की रात 11 बजे आगजनी में वह शामिल था लेकिन मास्टरमाइंड ने पूरा राज पुलिस को नहीं बताया। उसने सारा ठीकरा सागर निवासी गणेश पटेल पर फोड कर कहानी को मोड़ दिया। गणेश पटेल पुलिस की हिरासत में आता इससे पहले प्रदीप ने हवालात में छाती में दर्द बताकर पुलिस को डरा दिया। उसकी जान खतरे में देखकर अस्पताल में भर्ती कराया। इसलिए सागर से पकड़े गए आरोपी गणेश पटेल से उसका सामना नहीं कराया जा सका। अब पुलिस मान रही है कि फिलहाल आगजनी कांड की तफतीश यहीं आकर रुक गई है। रेकॉर्ड को फूंकने की साजिश किसके इशारे पर हुई इसका पता नहीं लगा है।
यह था मामला
संविदा शाला शिक्षक भर्ती परीक्षा में 83 शिक्षकों की फर्जी तरीके से नियुक्ति की शिकायत हुई थी। तत्कालीन कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। रिपोर्ट आने से कुछ दिन पहले जिला पंचायत मुरार के रिकार्ड रुम में आग लग गई। इसी रेकॉर्ड रूम में शिक्षकों की भर्ती से जुडे दस्तावेज थे। घटना के बाद पुलिस को मौके से प्रदीप त्यागी निवासी अंबाह का मोबाइल मिला था। वांटेड प्रदीप व्यापमं फरेब का भी आरोपी है। भोपाल जेल में होने पर पुलिस उसे प्रोटेक्शन वारंट पर लाई थी।
इसलिए यह माना जा रहा है कि संविदा शाला शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़े से नौकरी करने वालों फिर राजफाश होना अटक गया है। मास्टरमाइंड प्रदीप त्यागी गुरुवार को पुलिस कस्टडी में हार्ट अटैक की शिकायत कर अस्पताल में है। उसे शनिवार को पुलिस भोपाल जेल ले जाएगी। इस मामले में प्रदीप त्यागी ने यह खुलासा किया था कि जिला पंचायत के रेकॉर्ड रूम में 27 मार्च 2016 की रात 11 बजे आगजनी में वह शामिल था लेकिन मास्टरमाइंड ने पूरा राज पुलिस को नहीं बताया। उसने सारा ठीकरा सागर निवासी गणेश पटेल पर फोड कर कहानी को मोड़ दिया। गणेश पटेल पुलिस की हिरासत में आता इससे पहले प्रदीप ने हवालात में छाती में दर्द बताकर पुलिस को डरा दिया। उसकी जान खतरे में देखकर अस्पताल में भर्ती कराया। इसलिए सागर से पकड़े गए आरोपी गणेश पटेल से उसका सामना नहीं कराया जा सका। अब पुलिस मान रही है कि फिलहाल आगजनी कांड की तफतीश यहीं आकर रुक गई है। रेकॉर्ड को फूंकने की साजिश किसके इशारे पर हुई इसका पता नहीं लगा है।
यह था मामला
संविदा शाला शिक्षक भर्ती परीक्षा में 83 शिक्षकों की फर्जी तरीके से नियुक्ति की शिकायत हुई थी। तत्कालीन कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। रिपोर्ट आने से कुछ दिन पहले जिला पंचायत मुरार के रिकार्ड रुम में आग लग गई। इसी रेकॉर्ड रूम में शिक्षकों की भर्ती से जुडे दस्तावेज थे। घटना के बाद पुलिस को मौके से प्रदीप त्यागी निवासी अंबाह का मोबाइल मिला था। वांटेड प्रदीप व्यापमं फरेब का भी आरोपी है। भोपाल जेल में होने पर पुलिस उसे प्रोटेक्शन वारंट पर लाई थी।