भोपाल। 7 साल के लम्बे इंतजार के
बाद शिवराज सिंह सरकार ने मात्र 17000 रिक्त पदों पर उच्च माध्यमिक शिक्षक
भर्ती परीक्षा का विज्ञापन जारी किया लेकिन इन पदों में 85% पद आरक्षित कर
दिये। वर्टिकल और होरिजेंटल आरक्षण के नाम पे जो बेवकूफ बनाया गया है वो
अद्भुत है। सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि आरक्षण 50% से ज्यादा हो ही नही
सकता पर प्रदेश की सभी भर्तियों में उसकी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
देखिए किसको कितना आरक्षण
होरिजेंटल रिजर्वेशन: 15% obc, 15% sc, 20%st
वर्टिकल रिजर्वेशन: 50% महिला, 25% अथिति शिक्षक, 10% भूतपूर्व सैनिक, 5% निःशक्तजन
इस सबको यदि सरल शब्दों में समझाया जाए तो 85% सीटें आरक्षित हो गईं हैं।
सिर्फ 15 प्रतिशत सीटें हैं जो सामान्य वर्ग के पुरुषों के लिए शेष हैं।
बता दें कि पिछले 7 साल में करीब 15 लाख उम्मीदवारों ने इस पात्रता परीक्षा
के लिए निर्धारित बीएड/डीएड कर लिया है।
अब मप्र के सामान्य पुरुषों को कितनी मिलेंगी
17000 में से आरक्षण काटकर शेष अनारक्षित बचे 2550 पदों में से
800 पद उत्तरप्रदेश,
400 पद राजस्थान,
500 पद देश के कोने कोने से आने वाले उम्मीदवार ले जाएंगे।
400 पद ओबीसी/एससी/एसटी के टॉपर ले जाएंगे।
अत: मप्र के सामान्य वर्ग के पुरुषों के लिए करीब 400 सीटें ही शेष बचेंगी।