राजगढ़। जिले के अच्छे
परीक्षा परिणाम के बाद एक बार फिर नवीन शिक्षण सत्र की शुरूआत होने जा रही
है। लेकिन जिले में बेहतर शिक्षा देने के उद्देश्य से तैयार किए गए मॉडल
स्कूल के भवन तो बन चुके है। लेकिन इनमें आज भी स्थाई शिक्षकों की नियुक्ति
नहीं हो सकी। ऐसे में करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी स्कूल खोलने के
पीछे सरकार जो उद्देश्य था। वह पूरा होते नजर नहीं आ रहा।
जिले
में हर ब्लाक में एक मॉडल स्कूल बनाया गया। जिसमें स्कूल के साथ ही
छात्रावास आदि की व्यवस्थाएं होनी थी। मॉडल स्कूल का पूरा कान्सेप्ट नवोदय
विद्यालय की तर्ज पर किया गया। लेकिन करोड़ों रुपए भवनों पर खर्च तो किया
गया। लेकिन जिस उद्देश्य के साथ इनकी स्थापना की गई थी वह तीन साल बाद भी
पूरी होते नजर नहीं आ रही है। एक भी मॉडल स्कूल ऐसा नहीं है। जिसमें स्थाई
रूप से राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा किसी शिक्षक की भर्ती की गई हो। हर जगह
शिक्षा विभाग के माध्यम से यहां-वहां से एक या दो शिक्षक अस्थाई रूप से
वहां रखे गए है। जिन पर सारी व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी है।
अतिथियों के भरोसे पढ़ाई-
इन सभी स्कूलों में कहीं भी स्थाई शिक्षक नहीं है। कहीं एक या दो शिक्षक शिक्षा विभाग द्वारा अटैच किए गए है। वहीं अन्य शिक्षकों की व्यवस्था अतिथि शिक्षकों के माध्यम से पूरी की जाती है। जिसमें शासन के आदेशों के बाद भी उन्हें रखा जाता है। परीक्षा से पहले हटा दिया जाता है। ऐसे में विद्यार्थियों की पढ़ाई पूरी नहीं हो पाती।
इन सभी स्कूलों में कहीं भी स्थाई शिक्षक नहीं है। कहीं एक या दो शिक्षक शिक्षा विभाग द्वारा अटैच किए गए है। वहीं अन्य शिक्षकों की व्यवस्था अतिथि शिक्षकों के माध्यम से पूरी की जाती है। जिसमें शासन के आदेशों के बाद भी उन्हें रखा जाता है। परीक्षा से पहले हटा दिया जाता है। ऐसे में विद्यार्थियों की पढ़ाई पूरी नहीं हो पाती।
आज से होगा पुस्तकों का वितरण-
शिक्षा सत्र की शुरूआत भी आज से हो रही है। जिसमें बच्चों को पुस्तकों का वितरण किया जाएगा। वहीं शिक्षकों को अनिवार्य रूप से आज से स्कूल जाना होगा। जहां स्कूल की साफ-सफाई और मध्यान्ह भोजन व्यवस्थाओं को देखना होगा। ताकि सोमवार से व्यवस्थित तरीके से स्कूलों का संचालन हो सके।
शासन से
किसी भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं हुई है। लेकिन हमने स्थानीय स्तर से एक
या दो शिक्षक नियमित रखे है। शेष की पूर्ति अतिथि शिक्षकों के माध्यम से की
जा रही है। शिक्षा सत्र की शुरूआत भी आज से हो रही है। जिसमें बच्चों को पुस्तकों का वितरण किया जाएगा। वहीं शिक्षकों को अनिवार्य रूप से आज से स्कूल जाना होगा। जहां स्कूल की साफ-सफाई और मध्यान्ह भोजन व्यवस्थाओं को देखना होगा। ताकि सोमवार से व्यवस्थित तरीके से स्कूलों का संचालन हो सके।
आरके मीणा, सहायक संचालक शिक्षा राजगढ़