अनूपपुर. शिक्षा, शिक्षार्थी, शिक्षालय एवं शिक्षक बचाओ कार्यक्रम के अंतर्गत म.प्र. शासकीय अध्यापक संगठन के नेतृत्व मे शिक्षा हित, अध्यापक हित के उद्देश्य को लेकर मॉ नर्मदा परिक्रमा यात्रा महामंडलेश्वर लक्ष्मणदास
बालयोगी की मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. परमानंद तिवारी प्राध्यापक शासकीय महाविद्यालय जैतहरी की उपस्थिति में आरिफ अंजुम प्राताध्यक्ष म.प्र. शासकीय अध्यापक संगठन की अध्यक्षता में आज १२ नवम्बर रविवार को 27 जिलो से होकर निकलेगी, जहां पर सुबह १० बजे नर्मदा पूजन एवं आरती, ११ बजे आमसभा तथा नर्मदा सेवा यात्रा का शुभारंभ दोपहर १ बजे से किया जाएगा.
इस यात्रा में प्रदेश के 51 जिले के अध्यापक भारी तदात में अमरकंटक में एकत्रित होगे. शासकीय अध्यापक संगठन के अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी ने बताया कि अध्यापक संवर्ग का शिक्षा विभाग के मूल पदो पर समायोजन की मुख्य मांग को रचनात्मक तरीके से संगठन आगे बढाएगा. ६ वें वेतनमान की विसंगति दूर कराना और ७ वें वेतनमान का लाभ के साथ शासकीय स्कूलो को बचाना और उनमें बच्चों का अधिक से अधिक प्रवेश यात्रा का मुख्य उद्देश्य रहेगा. इस यात्रा का शुभारंभ अमरकंटक के साधु-संतो के आशीर्वाद से नर्मदा परिक्रमा प्रारंभ होगा.
जिसके माध्यम से शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग को लेकर नर्मदा पथ पर रथयात्रा द्वारा भ्रमण करते हुए अमरकंटक से प्रारंभ होकर प्रदेश के विभिन्न जिलो का भ्रमण करते हुए जनमानस को अपनी मांगो से अवगत कराएगी. यात्रा नर्मदा उद्गम अमरकंटक एक तट से प्रारंभ होकर गुजरात होते हुऐ खम्बात की खडी में समाती है, वापसी दूसरे तट से होते हुए अमरकंटक में समापन होगा. नर्मदा परिक्रमा के माध्यम से संगठन अपनी आवाज बुलंद करेगा और जब तक शिक्षा विभाग में संविलियन नहीं हो जाता तब तक हमारा म.प्र. शासकीय अध्यापक संघ चैन से नहीं बैठेगा.
बालयोगी की मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. परमानंद तिवारी प्राध्यापक शासकीय महाविद्यालय जैतहरी की उपस्थिति में आरिफ अंजुम प्राताध्यक्ष म.प्र. शासकीय अध्यापक संगठन की अध्यक्षता में आज १२ नवम्बर रविवार को 27 जिलो से होकर निकलेगी, जहां पर सुबह १० बजे नर्मदा पूजन एवं आरती, ११ बजे आमसभा तथा नर्मदा सेवा यात्रा का शुभारंभ दोपहर १ बजे से किया जाएगा.
इस यात्रा में प्रदेश के 51 जिले के अध्यापक भारी तदात में अमरकंटक में एकत्रित होगे. शासकीय अध्यापक संगठन के अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी ने बताया कि अध्यापक संवर्ग का शिक्षा विभाग के मूल पदो पर समायोजन की मुख्य मांग को रचनात्मक तरीके से संगठन आगे बढाएगा. ६ वें वेतनमान की विसंगति दूर कराना और ७ वें वेतनमान का लाभ के साथ शासकीय स्कूलो को बचाना और उनमें बच्चों का अधिक से अधिक प्रवेश यात्रा का मुख्य उद्देश्य रहेगा. इस यात्रा का शुभारंभ अमरकंटक के साधु-संतो के आशीर्वाद से नर्मदा परिक्रमा प्रारंभ होगा.
जिसके माध्यम से शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग को लेकर नर्मदा पथ पर रथयात्रा द्वारा भ्रमण करते हुए अमरकंटक से प्रारंभ होकर प्रदेश के विभिन्न जिलो का भ्रमण करते हुए जनमानस को अपनी मांगो से अवगत कराएगी. यात्रा नर्मदा उद्गम अमरकंटक एक तट से प्रारंभ होकर गुजरात होते हुऐ खम्बात की खडी में समाती है, वापसी दूसरे तट से होते हुए अमरकंटक में समापन होगा. नर्मदा परिक्रमा के माध्यम से संगठन अपनी आवाज बुलंद करेगा और जब तक शिक्षा विभाग में संविलियन नहीं हो जाता तब तक हमारा म.प्र. शासकीय अध्यापक संघ चैन से नहीं बैठेगा.