विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए स्कूलों में नए नियम लागू किए जाएंगे। यह
नियम लोक शिक्षण संचालनालय ने जारी किए हैं। इसमें शिक्षक सहित स्कूल के
पूरे स्टाफ के रिकॉर्ड की जांच की जाएगी।
साथ ही पूरे स्टाफ को यह शपथ दिलाई जाएगी कि उन पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। अगर मिला तो फिर स्कूल से बाहर किया जाएगा। शिक्षा विभाग को यह निर्देश दिए जा चुके हैं। जल्द यह लागू करने की कार्रवाई की जाएगी।
अफसरों के मुताबिक हरियाणा के गुरुग्राम में 7 वर्षीय छात्र की कंडक्टर द्वारा की गई हत्या के बाद विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए नए नियम लागू किए जा रहे हैं। लोक शिक्षण संचालनालय ने निर्देश दिए हैं कि इन नियमों की जानकारी हर निजी स्कूल में जाकर प्रबंधन को दी जाएगी। स्कूल में सुरक्षा का जायजा लिया जाएगा। विद्यार्थियों की संख्या, शिक्षकों, स्टाफ सहित सभी जानकारी जुटाकर रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा। शिक्षा विभाग जरूरत के अनुसार स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था में सुधार करवाएगा। शहर में संचालित सभी निजी स्कूल (विशेषकर सीबीएसई या आईसीएसई से संबद्ध) को शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक स्टाफ जैसे- ड्राइवर, कंडक्टर, माली, चौकीदार का पुलिस सत्यापन करवाना होगा। साथ ही आउटसोर्सिंग पर स्कूलों में काम करने वाले कर्मचारियों का भी चरित्र सत्यापन करवाना होगा।
महिला कंडक्टर नहीं होने पर बस में रहेंगे शिक्षक
बसों में महिला कंडक्टर की नियुक्ति जरूरी कर दी गई है। महिला कंडक्टर की नियुक्ति नहीं होने पर किसी शिक्षक को बस से उतरने वाले आखिरी विद्यार्थी तक रुकना होगा। बस में रुकने वाले शिक्षक पर विद्यार्थियों की जिम्मेदारी रहेगी। स्कूल की मान्यता के लिए रजिस्टर्ड वाहनों की सूची भी लगाना होगी।
साथ ही पूरे स्टाफ को यह शपथ दिलाई जाएगी कि उन पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। अगर मिला तो फिर स्कूल से बाहर किया जाएगा। शिक्षा विभाग को यह निर्देश दिए जा चुके हैं। जल्द यह लागू करने की कार्रवाई की जाएगी।
अफसरों के मुताबिक हरियाणा के गुरुग्राम में 7 वर्षीय छात्र की कंडक्टर द्वारा की गई हत्या के बाद विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए नए नियम लागू किए जा रहे हैं। लोक शिक्षण संचालनालय ने निर्देश दिए हैं कि इन नियमों की जानकारी हर निजी स्कूल में जाकर प्रबंधन को दी जाएगी। स्कूल में सुरक्षा का जायजा लिया जाएगा। विद्यार्थियों की संख्या, शिक्षकों, स्टाफ सहित सभी जानकारी जुटाकर रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा। शिक्षा विभाग जरूरत के अनुसार स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था में सुधार करवाएगा। शहर में संचालित सभी निजी स्कूल (विशेषकर सीबीएसई या आईसीएसई से संबद्ध) को शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक स्टाफ जैसे- ड्राइवर, कंडक्टर, माली, चौकीदार का पुलिस सत्यापन करवाना होगा। साथ ही आउटसोर्सिंग पर स्कूलों में काम करने वाले कर्मचारियों का भी चरित्र सत्यापन करवाना होगा।
महिला कंडक्टर नहीं होने पर बस में रहेंगे शिक्षक
बसों में महिला कंडक्टर की नियुक्ति जरूरी कर दी गई है। महिला कंडक्टर की नियुक्ति नहीं होने पर किसी शिक्षक को बस से उतरने वाले आखिरी विद्यार्थी तक रुकना होगा। बस में रुकने वाले शिक्षक पर विद्यार्थियों की जिम्मेदारी रहेगी। स्कूल की मान्यता के लिए रजिस्टर्ड वाहनों की सूची भी लगाना होगी।