स्कूली बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए राज्य शासन ने बोर्ड परीक्षा के बाद पर्यवेक्षक की ड्यूटी कर रहे शिक्षकों को मूल स्कूल जाने के लिए कहा है। ताकि शिक्षक दोपहर बाद बच्चों की पढ़ाई सुचारू कर सके। इसके साथ ही जिन दिन परीक्षा नहीं हो उस दिन पूरे समय स्कूल जाने के लिए भी कहा है।
सात मार्च को डीपीसी आरएस चौहान ने आदेश भी जारी किया। बोर्ड परीक्षा की अाड़ में पर्यवेक्षक मूल संस्था से गायब रहते हैं। जबकि इन शिक्षकों को पर्यवेक्षक के तौर पर मेहनताना दिया जाता है। इसलिए शिक्षकों को पर्यवेक्षक की ड्यूटी कर मूल संस्था में रोजाना जाना चाहिए ताकि स्कूली बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो। राज्य शासन ने सभी पर्यवेक्षकों को स्कूल जाने का फरमान सुनाया है। डीपीसी ने पिछले सप्ताह आदेश जारी किया। इसमें बोर्ड परीक्षा खत्म होने के बाद दोपहर एक बजे तक मूल संस्था में शिक्षकों के पहुंचने की बात कही है।
आदेश जारी किए हैं
मैंने तो शासन के आदेश का पालन किया, आदेश निकाला भी, लेकिन पर्यवेक्षक डीईओ से मिलने गए थे। वहां क्या हुआ यह मैं नहीं बता सकता हूं। -आरएस चौहान, डीपीसी राजगढ़।
सात मार्च को डीपीसी आरएस चौहान ने आदेश भी जारी किया। बोर्ड परीक्षा की अाड़ में पर्यवेक्षक मूल संस्था से गायब रहते हैं। जबकि इन शिक्षकों को पर्यवेक्षक के तौर पर मेहनताना दिया जाता है। इसलिए शिक्षकों को पर्यवेक्षक की ड्यूटी कर मूल संस्था में रोजाना जाना चाहिए ताकि स्कूली बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो। राज्य शासन ने सभी पर्यवेक्षकों को स्कूल जाने का फरमान सुनाया है। डीपीसी ने पिछले सप्ताह आदेश जारी किया। इसमें बोर्ड परीक्षा खत्म होने के बाद दोपहर एक बजे तक मूल संस्था में शिक्षकों के पहुंचने की बात कही है।
आदेश जारी किए हैं
मैंने तो शासन के आदेश का पालन किया, आदेश निकाला भी, लेकिन पर्यवेक्षक डीईओ से मिलने गए थे। वहां क्या हुआ यह मैं नहीं बता सकता हूं। -आरएस चौहान, डीपीसी राजगढ़।