राजगढ़ | नियमितीकरण की मांग के लिए अतिथि शिक्षकों ने जिला स्तरीय धरना
प्रदर्शन किया। रविवार को अतिथियों ने मुख्यालय पर अंजनीलाल धाम परिसर में
धरना दिया। इस दौरान शिक्षकों ने सरकार से उन्हें नियमित किए जाने के अलावा
अगल से भर्ती परीक्षा आयोजित करने की मांग दोहराई।
दोपहर 12 बजे से धरना पर बैठे शिक्षकों ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़वानी में एक आयोजन के दौरान आदिवासी वर्ग के अभ्यर्थियों को संविदा शिक्षक भर्ती में डीएड, बीएड की अनिवार्यता से मुक्त रखने और बाद में सरकारी खर्च पर डीएड व बीएड कराने की घोषणा की है। इन शिक्षकों का कहना था कि वह सालों से सरकारी
गुरुजियों की तरह ली जाए पात्रता परीक्षा
अतिथि शिक्षकों ने धरना के दौरान सरकार से मांग की कि वह उन्हें ईजीएस गुरुजियों की तरह पात्रता परीक्षा के जरिए अध्यापक संविदा वर्ग तीन में नियुक्ति की जाए। इसके अलावा अतिथि शिक्षकों को दिए जाने वाले बोनस अंक संविदा शिक्षक परीक्षा में मूल अंकों में जोड़ा जाए।
एक फरवरी से करेंगे आंदोलन
शिक्षकों ने कहा कि 31 जनवरी तक सरकार इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया तो वह एक फरवरी से विदिशा से भोपाल तक पैदल यात्रा निकाली जाएगी। इसके साथ ही भोपाल में आमरण अनशन किया जाएगा।
दोपहर 12 बजे से धरना पर बैठे शिक्षकों ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़वानी में एक आयोजन के दौरान आदिवासी वर्ग के अभ्यर्थियों को संविदा शिक्षक भर्ती में डीएड, बीएड की अनिवार्यता से मुक्त रखने और बाद में सरकारी खर्च पर डीएड व बीएड कराने की घोषणा की है। इन शिक्षकों का कहना था कि वह सालों से सरकारी
गुरुजियों की तरह ली जाए पात्रता परीक्षा
अतिथि शिक्षकों ने धरना के दौरान सरकार से मांग की कि वह उन्हें ईजीएस गुरुजियों की तरह पात्रता परीक्षा के जरिए अध्यापक संविदा वर्ग तीन में नियुक्ति की जाए। इसके अलावा अतिथि शिक्षकों को दिए जाने वाले बोनस अंक संविदा शिक्षक परीक्षा में मूल अंकों में जोड़ा जाए।
एक फरवरी से करेंगे आंदोलन
शिक्षकों ने कहा कि 31 जनवरी तक सरकार इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया तो वह एक फरवरी से विदिशा से भोपाल तक पैदल यात्रा निकाली जाएगी। इसके साथ ही भोपाल में आमरण अनशन किया जाएगा।