भास्कर संवाददाता | रायसेन जिले में आदिवासी छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करने प्रदेश सरकार ने
नई योजना शुरू की है। राष्ट्रीय प्रतियोगी प्रवेश परीक्षा पास करने वाले
छात्र-छात्रा को प्रतिभा योजना के तहत 50 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि दी
जाएगी।
वहीं फ्री कोचिंग उपलब्ध कराकर छात्रों को प्रवेश परीक्षा में सफल कराने पर स्कूल प्राचार्य और शिक्षक दल को भी 20 हजार रुपए की राशि दी जाएगी। इस तरह छात्र तो प्रवेश परीक्षा के लिए आगे आएंगे। साथ ही शिक्षक भी परीक्षा की तैयारी कराने की रुचि बढ़ेगी। आदिवासी विकास अपर संचालक ने योजना के संबंंध में 28 सितंबर को सभी कलेक्टर को पत्र जारी किया है। आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त को भी पत्र भेजा गया है।
जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय प्रतियोगी प्रवेश परीक्षाओं के माध्यम से जेईई परीक्षा द्वारा आईआईटी में प्रवेश, एम्स, नीट प्रवेश परीक्षा से एम्स एवं मेडिकल कॉलेज में प्रवेश, क्लेट प्रवेश परीक्षा से एनएलआईयू में प्रवेश की पात्रता अर्जित कर प्रवेश लेने पर अनुसूचित जनजाति विद्यार्थियों को 50 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। आदिम जाति कल्याण विभाग के जिस स्कूल से राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा में छात्रों का अंतिम चयन होता है तो उस स्कूल के प्राचार्य या शिक्षक दल को प्रतिभा उन्नयन प्रोत्साहन राशि 20 हजार रुपए शर्तों पर दी जाएगी।
इन शर्तों पर मिलेगी राशि
छात्रों के लिए सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना की आय सीमा अनुरूप अभ्यर्थी के माता-पिता,पालक एवं स्वयं की सभी स्रोतों से वार्षिक आय 8 लाख से अधिक न हो। आदिम जाति कल्याण विभाग की संचालित संस्थाओं में कक्षा 12वीं में अध्ययनरत अजजा वर्ग के छात्र ही योजना में पात्र होंगे।
प्राचार्य व शिक्षक दल राष्ट्रीय प्रतियोगिता प्रवेश परीक्षाओं में चयनित छात्र द्वारा अन्य संस्था में कोचिंग में प्रवेश नहीं लिया हो।
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वहीं फ्री कोचिंग उपलब्ध कराकर छात्रों को प्रवेश परीक्षा में सफल कराने पर स्कूल प्राचार्य और शिक्षक दल को भी 20 हजार रुपए की राशि दी जाएगी। इस तरह छात्र तो प्रवेश परीक्षा के लिए आगे आएंगे। साथ ही शिक्षक भी परीक्षा की तैयारी कराने की रुचि बढ़ेगी। आदिवासी विकास अपर संचालक ने योजना के संबंंध में 28 सितंबर को सभी कलेक्टर को पत्र जारी किया है। आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त को भी पत्र भेजा गया है।
जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय प्रतियोगी प्रवेश परीक्षाओं के माध्यम से जेईई परीक्षा द्वारा आईआईटी में प्रवेश, एम्स, नीट प्रवेश परीक्षा से एम्स एवं मेडिकल कॉलेज में प्रवेश, क्लेट प्रवेश परीक्षा से एनएलआईयू में प्रवेश की पात्रता अर्जित कर प्रवेश लेने पर अनुसूचित जनजाति विद्यार्थियों को 50 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। आदिम जाति कल्याण विभाग के जिस स्कूल से राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा में छात्रों का अंतिम चयन होता है तो उस स्कूल के प्राचार्य या शिक्षक दल को प्रतिभा उन्नयन प्रोत्साहन राशि 20 हजार रुपए शर्तों पर दी जाएगी।
इन शर्तों पर मिलेगी राशि
छात्रों के लिए सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना की आय सीमा अनुरूप अभ्यर्थी के माता-पिता,पालक एवं स्वयं की सभी स्रोतों से वार्षिक आय 8 लाख से अधिक न हो। आदिम जाति कल्याण विभाग की संचालित संस्थाओं में कक्षा 12वीं में अध्ययनरत अजजा वर्ग के छात्र ही योजना में पात्र होंगे।
प्राचार्य व शिक्षक दल राष्ट्रीय प्रतियोगिता प्रवेश परीक्षाओं में चयनित छात्र द्वारा अन्य संस्था में कोचिंग में प्रवेश नहीं लिया हो।
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