ग्वालियर.
कक्षाओं को छोड़कर दूसरी जगह गपशप करने वाले विवि और कॉलेजों के टीचरों के
लिए बुरी खबर है। अब उनकी जानकारी संबंधित संस्थान की वेबसाइट पर डाली
जाएगी। इसमें बताना होगा कि कौन सा शिक्षक कब और कितने बजे कौन से सब्जेक्ट
की कक्षाएं लेगा।
हर सप्ताह इस लिस्ट को
अपडेट किया जाएगा। इसकी मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी विवि में कुलसचिव और कॉलेज
में प्राचार्य को दी गई है। दरअसल विवि और कॉलेजों में ज्यादातर परमानेंट
टीचर कक्षाएं लेने की जगह दूसरे कामों में व्यस्त रहते हैं। कई लोग तो अपने
आला अधिकारी से सेटिंग कर सिर्फ हाजिरी लगवाने के लिए संस्थान आते हैं। इस
तरह की शिकायतों को आधार बनाने हुए उच्चशिक्षा मंत्रालय ने विवि और
कॉलेजों के आला अधिकारियों को नोटिस देकर सभी टीचरों का एक सप्ताह का कार्य
ब्यौरा संस्थान की वेबसाइट पर डालने के निर्देश दिए हैं, ताकि छात्रों के
साथ विभाग को भी इन टीचरों की गतिविधियों की जानकारी मिलती रहे।
औचक निरीक्षण से परखेंगे स्थिति
सूत्रों
की मानें तो अब उच्चशिक्षा मंत्रालय टाइम टेबल अपलोड होने के बाद विशेष
टीम से विवि और कॉलेजों में कक्षाओं की स्थिति का लाइव जायजा भी लेगा। इस
मामले में जो भी परिणाम निकलेगा, उसे हर माह होने वाली वीडियो कॉन्फ्रेंस
में रखा जाएगा। इस बार मंत्रालय खराब रिजल्ट के कारण बेहद आहत है।
निरीक्षणों में सामने आया है कि नियमित फैकल्टी कॉलेजों में कक्षाएं बेहद
कम ले रही हैं, सिर्फ अतिथि शिक्षक ही मोर्चा संभाले हुए हैं।
सही जानकारी मिल सकेगी
ववि
और कॉलेजों को अपनी वेबसाइट पर कक्षाओं की स्थिति शिक्षक के नाम, विषय और
समय के साथ अपलोड करनी होगी। इसे हर सप्ताह अपडेट किया जाना जरूरी है। -आशीष उपाध्याय, प्रमुख सचिव, उच्चशिक्षा मंत्रालय
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